Shoharat ka Ghamand - 79 in Hindi Fiction Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 79

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शोहरत का घमंड - 79

आलिया बहुत ही घबरा जाती है और रोते रोते ऑफ़िस से चली जाती है।

आर्यन अरुण को कॉल करता है और बोलता है, "यार दिल की सारी बाते तो मैने आलिया से कह दी"।

तब अरुण बोलता है, "तो फिर क्या बोला उसने ?????

तब आर्यन बोलता है, "तुझे पता नहीं है कि कितनी टेढ़ी है वो, एक बार में केसे मान जाएगी "।

तब अरुण बोलता है, "मना कर दिया उसने "।

तब आर्यन बोलता है, "हा.........

तब अरुण बोलता है, "तो फिर अब तु क्या करेगा ?????

तब आर्यन बोलता है, "वही करूंगा जो मेरा दिल करेगा "।

तब अरुण बोलता है, "तेरा दिमाग तो ठीक है, अगर तेरी इस हरकत के बारे में अंकल और आंटी को पता चल गया तो पता है ना की वो तेरे साथ क्या करेंगे "।

तब आर्यन बोलता है, "अभी कोन सा अच्छा कर रहे हैं मेरे साथ"।

तब अरुण बोलता है, "भाई देख ले बहुत ही रिस्क है इसमें"।

तब आर्यन बोलता है, "भाई मै किसी रिस्क से नही डरता हूं"।

उधर आलिया एक समंदर के किनारे जा कर बैठ जाती है और रोते रहती हैं। वो घर भी नहीं जाती हैं और सोचती है कि घर जा कर सबको क्या बोलूंगी।

शाम होती हैं.............

आलिया घर जाती है। घर में ईशा और मीनू उसका इंतजार कर रहे होते है। उसके जाते ही वो बोलते है। चलो दी जल्दी से चलो "।

तब आलिया बोलती है, "कहा जाना है और और तुम दोनों इतना तैयार हो कर क्यो बैठी हो "।

तब ईशा बोलती है, "वाह दी वाह, आप नए Ghar आते ही अपनी दोस्त का ही बर्थडे भूल गई हो "।

तब आलिया बोलती है, "ओह मैं तो सच में भूल गई थी, मगर मेरा कही जाने का मन नही कर रहा है, प्लीज फोर्स मत करना मुझे "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "बेटा तुम ये क्या बोल रही हो,अगर तुम नही जाओगी तो सब क्या सोचेंगे, एक तो हम जल्दी जल्दी यहां पर आ गए "।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "हा बेटा वो लोग क्या सोचेंगे, की नए घर में जाते ही ये लोग बदल गए हैं"।

तब आलिया बोलती है, "नही पापा कोई कुछ भी नही सोचेगा, मैं ऋतु को कॉल करके सब कुछ बता दूंगी"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "नही आलिया, कोई बहाना नही चलेगा, तुम्हें वहा पर जाना पड़ेगा, बेटा अगर तुम्हारे पापा की दवाई और मालिश ना करनी होती तो मैं खुद ही चली जाती, मगर मैं इन्हे छोड़ कर नही जा सकती हूं, तो तुम्हे ही जाना पड़ेगा"।

उसके बाद ईशा और मीनू भी जिद करने लगते है। आलिया के बहाने का किसी पर भी कोई असर नही होता है और मजबूरी में उसे जाना पड़ता है।

आलिया अपनी बहनों के साथ ऋतु के घर पहुंच जाती है। आलिया को देख कर ऋतु और अबीर बहुत ही खुश होते है। ऋतु आलिया को देख कर गले लगा लेती है और बोलती है, "इतनी देर क्यों लगा दी आने मे"।

तब आलिया बोलती है, "ऑफिस गई थी ना तो इसलिए देर हो गई "।

तब ऋतु की मम्मी बोलती है, "चलो अब बाते बाद में आराम से करना पहले केक काट लो "।

उसके बाद ऋतु केक कट करती हैं और सबको खिलाती है। इशा और मीनू दोनो खूब मस्ती कर रहे होते है। आलिया ऋतु से बाते कर रही होती है तभी अबीर आलिया से बोलता है, "आलिया मुझे तुम से कुछ बात करनी है "।

तब आलिया बोलती है, "हा बोलो "।

तब अबीर बोलता है, "यहां नही छत पर "।

तब आलिया बोलती है, "आखिर ऐसी क्या बात है जो यहां पर नही हो सकती है "।

तब ऋतु बोलती है, "मेरा भाई तुम्हे किडनैप नही करेगा, उतना डरो मत, जाओ एक बार इसकी बात सुन लो, और अगर तुम्हें डर लग रहा है तो मै भी तुम्हारे साथ चलती हू "।

उसके बाद आलिया उनके साथ चली जाती है। तब आलिया बोलती है, "हा बोलो क्या बात करनी है "।

तभी अबीर अपनी शर्ट में से गुलाब निकालता है और आलिया देता है और बोलता है, "आई लव यू आलिया मैं तुम से बहुत प्यार करता हूं, बस कहने में थोड़ी देर लगा दी "।

ये सुनते ही आलिया का सर चकरा जाता हैं.............