Ishq da Mara - 4 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 4

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इश्क दा मारा - 4

अपने डैड की बाते सुनते ही गीतिका के पैरो तले जमीन खिसक जाती है और तब वो बोलती है, "डैड आप ये क्या बोल रहे हैं"।

तभी गीतिका के डैड उसे आंखे दिखाते हैं और चुप रहने के लिए बोलते है। गीतिका को बहुत ही गुस्सा आ रहा होता है, मगर वो चुप चाप वही पर खडी रहती हैं।

MLA साहब गीतिका के डैड को गले लगाते हैं और बोलते है, "मुझे यकीन ही नही हो रहा है कि हमारी बरसो पुरानी दोस्ती अब रिश्तेदारी में बदलने जा रही है"।

तब गितिक के डैड बोलते है, "मैं तो इस दिन का कब से इंतजार कर रहा था "।

उसके बाद सब बर्थडे मनाने लगते है। थोड़ी देर बाद सब अपने अपने घर चले जाते है।

गीतिका बहुत ही गुस्से में होती है और अपनी मॉम और भाभी के पास जाती है और बोलती है, "मॉम ये सब क्या है, आपने मुझ से एक बार भी नही पूछा और ये रिश्ता तय कर दिया"।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "इज्जतदार खानदान में ऐसा ही होता है, और तुम्हे तो खुश होना चाहिए की तुम्हारे डैड ने इस शहर के सबसे अमीर लड़के से तुम्हारा रिश्ता किया है"।

तब गीतिका बोलती है, "मॉम वो चूसा हुआ आम सा लडका आपको मेरे लिए किस एंगल से अच्छा नज़र आ रहा है"।

तब गीतिका की भाभी बोलती है, "ये किस तरह से बात कर रही हो तुम"।

तब गितिका बोलती है, "मैं तो वहीं बोल रही हूं जो सच है, और आप डैड को बोल दिजिए की मै उस चूसे हुए आम से शादी नही करूंगी"।

ये सुनते ही गीतिका की मॉम को गुस्सा आ जाता हैं और वो बोलती है, "गीतिका तुम ये क्या बोल रही हो, तुम्हारी अब एक नही चलेगी और तुम्हे उससे ही शादी करनी पड़ेगी, तुमने देखा नही की तुम्हारे डैड ने सबके सामने ये बोला है"।

तब गीतिका बोलती है, "मगर उन्हे एक बार मुझ से पूछना तो चाहीए था, ऐसे कैसे वो मुझ से बिना पूछे मेरा रिश्ता तय कर सकते हैं "।

तब गितिका की भाभी बोलती है, "तुम्हे कॉलेज में कोई पसन्द आ गया है क्या ???????

तब गीतिका बोलती है, "मैं कॉलेज पढ़ने जाती हू, अपना रिश्ता ढूंढने नही"।

तब गितिका की भाभी बोलती है, "तो फिर क्या परेशानी है तुम्हे उससे"।

तब गीतिका बोलती है, "बस मुझे उससे शादी नही करनी है, आप डैड से बोल दीजिए"।

ये बोलते ही गीतिका अपने कमरे मे चली जाती है।

उधर युवान अपने घर में बैठ कर सबके साथ खाना खा रहा होता है। तभी यूवी के पापा बोलते हैं, "कालू सिंह ने मेरी बात मान ली है और अब वो जल्दी से शादी करना चाहता है अपनी बेटी की"।

तब यश बोलता है, "पापा आप जानते हैं की मै किसी और से प्यार करता हूं तो फिर आप मेरे साथ जबरदस्ती क्यो कर रहे हैं"।

तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम बस एक बार मुझे उस लड़की से मिलवा दो, तो फिर देखो मैं उसका क्या हाल करता हूं, उसके बाद तुम्हारे सर से भी ये प्यार का भूत उतर जायेगा "।

तब यश बोलता है, "आप उसे जान से मारेंगे "।

तब उसके पापा बोलते हैं, "हा........

ये सुनते ही यश बोलता है, "आप ऐसा क्यो नही करते हैं कि आप मुझे ही जान से मार दीजिए, तो हो जायेगा सारा काम तमाम"।

ये सुनते ही उसके पापा को गुस्सा आ जाता हैं और वो बोलते हैं, "तुम मुझ से इस तरह से बात करोगे अब, तुम्हारी इतनी हिम्मत हो गई है"।

तब यश बोलता है, "आज तक चुप चाप सुनता आ रहा हूं तभी तो आप मेरा इतना फायदा उठा रहे हैं, अगर पहले ही मुंह खोल दिया होता तो ये नौबत ही नही आती"।

ये सुनते ही युवी के पापा को बहुत ही गुस्सा आ जाता हैं और वो उठते हैं और उठ कर यश को एक थप्पड़ मारते हैं। ये देख कर यूवी और उसकी मां चोक जाते है............