Hot romance - 18 in Hindi Love Stories by Mini books and stories PDF | Hot romance - Part 18

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Hot romance - Part 18

अरव तैयार होकर ऑफिस निकल गया और अरुल थोड़ा लेट उठी और तैयार होकर नीचे आई तो घर के सर्वेंट को किचन कि रास्ता पूछकर गई वहां और निवेदिता से सामना हुई फिर अरुल निवेदिता को मुस्कुरा कर अभिवादन किया " गुड मॉर्निंग मम्मी जी ....

निवेदिता मुस्कुरा कर बोली " गुड मॉर्निंग..तुम किचन में क्यों आईं अपने कमरे में रहना था घर के मेड तुम्हें ब्रेकफास्ट करवा देते तुम कितनी थकी हुई लग रही हो ...

अरुल ने कहा" जी मैं आपसे मिलना चाहती थी सर्वेंट से पता चला कि आप यहां हैं तो किचन आ गई आपने ब्रेकफास्ट कर लिया मम्मी जी...??

निवेदिता उस समय सूप तैयार कर रही थी उसने अरुल के बातों का जवाब दिया " नहीं बस बना रही हुं सूप , तुम बताओ तुम क्या खाना पसंद करोगी मैं बना देती हुं ...!!

अरुल ने कहा " आप क्यों बनाएंगी बटलर और मेड बना देंगे , वैसे आपकी सूप बहुत इंट्रेस्टिंग लग रहा है और खुशबू भी काफी अच्छी आ रही है ,आप चाहें तो थोड़ी सी सूप मुझे देंगे..!!

निवेदिता अरुल के चेहरे देखी उसकी मासूम बातों से अपना पन महसूस हुआ फिर उसने कहा " ठीक है,चलो डायनिंग टेबल पर जाकर बैठो मैं सूप लेकर आती हुं ,पंद्रह सालों में अरव कभी सीधे मुंह बात नहीं किया था वो भी चाहती थी घर में कोई हो जो उसे बातें करें पर यहां मेड भी थे जो काम से रिलेटेड बात करते थे फिर ऑफिस और ऑफिस से घर और कोई बात करते तो गिने चुने दो सहेली थी ,वो खुश थी अरुल आई है तो घर पर किसी से बात होगी लेकिन अरव घर पर नहीं है तभी यह मुमकिन है नही तो जिस तरह से घर के मेड पर गुस्सा निकलता था वैसे अरुल पर ना निकले निवेदिता मन में बड़बड़ाई और डायनिंग टेबल पर आई मेड के साथ...

गोवा में

पार्थ आएशा के रूम आया और नॉक करने लगा उसी समय एक वेटर उस रूम को क्लिन करने आया और बताया " एस्क्यूसमी सर ये रूम खाली हो चुका है यहां जो मैडम थी वो थोड़ी देर पहले चेक आउट कर गई है …

पार्थ ये बात सुनकर शॉक्ड हुआ और बोला " क्या ....

वेटर ने दरवाजा का लॉक खोला और अंदर आया , फिर पार्थ भारी कदमों से चल रहा था उसे लगा कि किया ऐसे बिना कुछ बोले गई है शायद कुछ मैसेज छोड़े हो वो वापस कमरे में आया और पूरा कमरा देखा बिस्तर के चादर अलट पलटकर देखा वाशरूम में देखा कुछ नहीं मिला तो

वेटर ने कहा " क्या ढूंढ रहे हैं सर मुझे बताइए ..

पार्थ को लगा वो बिना कुछ कहे चली गई है फिर फोन करने के लिए देखा तो फोन का नंबर भी नहीं था उसने आंखें बंद किया और ऊपर सिर करके अपने आप पर चीखा " आआआआआह...डैम ... फिर अचानक याद आया रिसेप्शन में उसका फोन नंबर होगा , वो दौड़कर गया और रिसेप्शनिस्ट से कमरा नंबर बताकर लड़की का फोन नंबर मांगा बहुत एक्जिस्ट करने पर..

रिसेप्शनिस्ट ने उसे फोन नंबर दिया ...

पार्थ बेसब्रो कि तरह फोन करने लगा ..तभी उसके कुछ दोस्त भी आ गए

किया का नंबर स्विच ऑफ आने लगा पार्थ बार बार नंबर डायल करने लगा दोस्तों ने पार्थ को कभी परेशान नहीं देखा था तो वो पूछे " क्या हुआ पार्थ तुम परेशान क्यों हो किसे फोन लगा रहे हो...??


पार्थ ने कहा परेशान हालात में " यार किया चली गई होटल छोड़कर मुझे बताया भी नहीं एक बार तो उसे बताना चाहिए था ...

दोस्तों ने कहा" ठीक है न्यू ईयर सेलिब्रेट किया और चली गई होगी या कुछ जरूरी काम आया होगा इसलिए चली गई होगी इसमें तुम क्यों परेशान हो रहे हो ..!!

पार्थ ने कहा " यार ..मैं ऐसे ही परेशान नहीं हुं , वो मुझे जाने से पहले बताती तो सब क्लियर होता कहीं वो मुझे चीटर ना समझे ..

दोस्तों ने फिर पूछा पार्थ कि पीठ थपथपाते हुए " क्या हुआ पार्थ तुझे पहले कभी इतना परेशान नहीं देखा क्या हुआ सम लोगों को खुलकर बताओ क्या किया और तुम्हारा झगड़ा हुआ है या कुछ बात है..

पार्थ ने मायूस होकर पास में रखे चेयर पर बैठे बोलने लगा" हां..कल मेरे और किया के दरमियान बहुत कुछ हुआ हम बहुत करीब आ गए थे पता नहीं कैसे पर हम दोनों कल हद से आगे बढ़ गये थे आज सुबह जब हम जागे तो किया बिना मुझे कुछ बोले चली गई वो कल रात के बारे में क्या सोच रही हैं मुझे जानना है वो कहती कि शादी के लिए तो मैं तैयार हूं पर वो बिना कुछ बोले चली गई मुझे बहुत अफसोस हो रहा है ...

एक दोस्त ने कहा " सुन एयरपोर्ट चलते हैं शायद वो वहां होगी पिछले बार वो एयरपोर्ट से आई थी ना ..!!

उसके स्वर में सभी स्वर मिलाए और पार्थ के साथ चारों दोस्त एयरपोर्ट के लिए निकले ...!!


मुंबई...


अरव के ऑफिस में एक बड़े कॉन्ट्रैक्टर साऊथ कोरिया से आया था वो बड़े बिजनेसमैन का सेक्रेटरी है जो न्यू ईयर के लिए मुंबई आया है एक लंबी बातचीत के बाद डील हुई और कुछ फोर्मलिटी उसके बॉस से मिलकर होने कि बात हुई .... फिर कुछ देर में उसके कॉन्ट्रैक्टर अपने होटल गया और अरव घर के लिए निकला ...


निवेदिता और अरुल बहुत देर तक एक-दूसरे से बात कर रही थी वो दोनों बात करते हुए लिविंग हॉल में सोफे पर बैठी थी , अरुल ने निवेदिता से आज पहली बार मिली थी और पहली बार में अरव और निवेदिता के बीच के रुखेपन के बारे में पूछ नहीं पाई थी हालांकि अरुल के मन में कई प्रश्न आकर खड़े हुए थे ....


गोवा....


पार्थ और उसके दोस्त एयरपोर्ट आए और पूरे एयरपोर्ट छान लिया किया का कोई पता नहीं था ,पार्थ ने फ्लाइट कि जानकारी लिया तो दो फ्लाइट एक घंटे के अंदर निकली है पता चला फिर रिसेप्शनिस्ट से किया नाम भी सर्च करवाया जो पता ही नहीं चला वो कहां चली गई ,पार्थ भारी मन से दोस्तों के साथ वापस अपने होटल लौट आया ....


आएशा फ्लाइट में बैठे हुए बहुत रो रही थी वो बहुत अपसेट थी वो सुबह का मोमेंट याद करके बहुत दुखी थी रात को क्या हुआ उसे ठीक से याद नहीं था लेकिन सुबह पार्थ के साथ अंतरंग देखकर उसे याद आने लगी थी...!!


मुंबई...

अरव बहुत खुश था अरुल के साथ पहली बार वो बाहर निकला था घुमाने आज अरुल के डिमांड पर वो काम करने वाला था पहले तो दोनों लंबी लॉग ड्राइव पर गये फिर कुछ शॉपिंग के लिए बड़े मॉल आए वहां कुछ कपड़े और शूज़ वगैरह खरीदी फिर मूवी देखने चलें गये...


आएशा राजवंश हाऊस आई लौटकर जैसे ही वो घर में इंटर किया तो कोकिला पटेल थी वो खुश हुई आएशा को देखकर और तेजी से आएशा के पास आकर पूछने लगी " ऐश कैसी है तू , तेरा फोन बंद था कहा चली गई थी हम सब परेशान थे तेरे लिए तेरे डैड को ..वो आधा ही बोली थी कि आएशा दौड़ कर सीढ़ियां चढ़ने लगी अपने कमरे तरफ जाने के लिए...


कोकिला आएशा का ये बर्ताव देखकर शॉक्ड हुई और आएशा को देखते हुए खड़ी रही फिर जब आएशा आंखों से ओझल हुई तो उसने सोचा शशांक को बताए या नहीं कि आएशा आई है पर वो बहुत परेशान लग रही है , फिर सोची सर कि तबियत अभी-अभी ठीक हुआ है आएशा कि चिंता तो पहले से थी फिर बताऊंगी तो दोबारा परेशान मत हो इसलिए बाद में बताऊंगी ...


शेष अगले भाग में....


पाठकों से अनुरोध है कि समीक्षा पर आए और अपनी डिमांड करें न्यू पार्ट के लिए इनबॉक्स पर ना आए प्लीज़ , मुझे अच्छा लगेगा आप समीक्षा पर बने रहे तो सभी पाठकों के सवाल का जवाब मिलेगी ...


राधे-राधे 🙏