Hot romance - Part 17 in Hindi Love Stories by Mini books and stories PDF | Hot romance - Part 17

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Hot romance - Part 17

गोवा.....

दो जवान धड़कनें एक दूसरे को स्पर्श से सिहर उठी पार्थ धीरे से झुका और आएशा के माथे को चूमा और फिर से होंठों पर होंठ रख दिए और डांस करते एक किनारे पर आए दोनों ने एक-दूसरे को किस करते रहे...

पार्थ के दोस्त और सैलानियों के भीड़भाड़ से माहौल मदमस्त हो चुका था बहुत से कपल एक दूसरे के बाहों में कसने लगे थे संगीत ऊंची आवाजों में बज रही थी माहौल खुशनुमा बना दिया था दूसरे क्या कर रहे हैं किसी को कोई मतलब नहीं था ...

(बैक ग्राउंड म्यूजिक के साथ गाना लाउड बज रहा था)

जरा जरा बहकता है… महकता है

आज तो मेरा तनबदन… मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में

जरा जरा बहकता है… महकता है
आज तो मेरा तनबदन… मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में है
मेरी कसम तुझको सनम… दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास… मेरे आजा रे

(पार्थ के हाथ आएशा के पीठ से होते हुए कमर पर आए और सहलाने लगा था पार्थ भी आज पहली बार किसी लड़की के करीब आया था और वो लड़की जो पहली नजर में उसे बेहद अट्रैक्टेट किया था तो आज उसके करीब थी और उसके रोमांस पर सहभागिता दे रही थी फिर पार्थ आएशा से अलग हुआ और दोनों वहां से जाने लगा फिर पार्थ ने अपने टैंट पर आए ...)


यूँहीं बरस बरस… काली घटा बरसे हम यार भीग जाएँ… इस चाहत की बारिश में
मेरी खुली खुली लटों को सुलझाये तू अपनी उँगलियों से… मैं तो हूँ इसी ख्वाईश में
सर्दी की रातों में… हम सोये रहें एक चादर में हम दोनो तनहा हो… ना कोई भी रहे इस घर में

जरा जरा बहकता है… महकता है आज तो मेरा तनबदन… मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में आजा रे आ रे .....


(समुद्र किनारे जहां पर छोटे से रेस्तरां था वहीं आसपास सैलानियों के आज रात रुकने के लिए बहुत से टैंट लगे थे और सभी बुकिंग में थी कौन जानता था कि आज टैंट दो जवान दिलों को एक करने का साक्षी बनेगा वाइन के नशे में आएशा पार्थ को अरव समझकर अपना सब कुछ देने के लिए तैयार था और पार्थ आएशा का इकरार समझकर करीब आए ....

(गाना शुरू ही था जो टैंट तक आवाज आ रही थी)

जरा जरा बहकता है... महकता है

आज तो मेरा तनबदन... मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में ... है मेरी कसम तुझको सनम दूर कहीं ना जा ...
ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे आजा रे, आजा रे आजा रे आजा रे...

(आज आएशा वाइन कलर कि गाऊन में थी डीप नेक पीठ आधी खुली हुई पार्थ के उंगलियों ने नंगे पीठ पर चली तो आएशा सिमटकर पार्थ के सीने में शरमा कर छुप गई आएशा के आंखों में बेशूमार प्यार नज़र आ रहा था इंकार दूर दूर तक नहीं दिखा पार्थ ने धीरे से गाउन का स्ट्रैप हटाकर अपने होंठों रख दिया तो आएशा के पेट पर तितलियां उड़ने लगी और शरीर में झुरझुरियां उठने लगी वो पार्थ को धकेलकर बेड र बैठ गई लंबी सांसें लेते हुए...)




तडपायें मुझे तेरी सभी बातें एक बार ऐ दिवाने झूठा ही सही… प्यार तो कर मैं भूली नहीं हसीं मुलाकातें बेचैन कर के मुझको… मुझसे यूँ ना फेर नजर रुठेगा ना मुझसे…


(पार्थ अपने टैंट के जीप बंद करके लॉक लगाया और आएशा के करीब आकर बैठा फिर आएशा के दोनों हाथ पकड़ कर चूमा आएशा अपने पलकें झुकाई मुस्कुरा कर जैसे वो आज दुल्हन हो पार्थ के पार्थ ने धीरे से आएशा के ठूडी उठाया और अपनी होंठ आएशा के होंठ पर रख दिया ....)

बैक ग्राउंड म्यूजिक.....

मेरे साथिया ये वादा कर तेरे बिना मुश्किल है… जीना मेरा मेरे दिलबर
जरा जरा बहकता है महकता है
आज तो मेरा तनबदन मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में है मेरी कसम तुझको सनम दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे आजा रे, आजा रे आजा रे आजा रे


आएशा और पार्थ के कपड़े अलग होकर जमीन पर गिरने लगे और एक एक कदम आगे बढ़ने लगे आएशा और पार्थ नशे में सारी हदें भूलते जा रहे थे बस थे तो मिलन कि आग आएशा पार्थ को अरव समझकर अपना सब कुछ सौप रही थी पार्थ को आएशा से अटैच मेट के वजह से करीब आ गया और जो नहीं होना चाहिए वो होने लगा ....

दूसरी तरफ....

मुंबई वरदान विला में....


अरव और अरुल नू एक शानदार डिनर खाया अरुल आज अरव के न्यू चेहरे का सामना किया और मन में बड़बड़ाई " इस बंदे के बारे में जितना मैं ग़लत सोचती थी अरव उतना ग़लत शायद नहीं है एक मौका तो देना होगा आखिर हमारी शादी हो चुकी है...

अरव अरुल को सोचते देखकर मुस्कुरा कर कहा " बेबी क्या सोचने लगी , कहीं वरदान विला से जाने कि नहीं सोच रही तुम , अगर ऐसा है तो मैं तुम्हें कैद करके रखूंगा इस घर में ,यार तुम सोचो कौन कपल्स शादी के बाद अलग रहता ...


अरुल मुस्कुराते हुए अपने हाथ दिया " चलो डांस करें ...

अरव बेहद खुश हुआ और जल्दी से अपना हाथ बढ़ाया और अरुल के साथ डांस करने लगा , अरुल अरव के सीने पर शुकून ढूंढने लगी तो अरव उसे कंफोटेबल फील कराते हुए अपने बांहों में भर कर डांस करने लगा ... तभी ऊपर आसमान में एक रंग-बिरंगी रोशनी हुई आवाज के साथ ..अरव ने अरुल को आसमान पर देखने कहा...

अरुल आसमान में देखी तो आईलवयू लिखा था ..अरुल मुस्कुरा दिया खुश होकर...

आसमान पर पटाखे फोड़े ही जा रहे थे और अरव के साथ अरुल आसमान देखते हुए इंजॉय करने लगी फिर न्यू ईयर का समय हुआ और फिर एक पटाखे ने हैप्पी न्यू ईयर लिखा रौशनी के साथ ..

अरुल ने अरुल को अपने सामने किया और विश किया " हैप्पी न्यू ईयर माई लव तुम हमेशा हमेशा यूं ही मेरे करीब रहो बस मैं यही चाहता हूं "आई लव यू सो मच" माई लव ...

अरुल ने भी कहा अरव के आंखों में देखते हुए" आपको भी हैप्पी न्यू ईयर डियर हसबैंड मैं भी चाहुंगी हमारी शादी सक्सेज फूल रहे पूरी लाइफ हम हसबैंड वाइफ कि तरह रहे ..

अरव मुस्कुरा कर अरुल को गले से लगाकर कहा" हां बिल्कुल .... हम हमेशा साथ रहेंगे "आई प्रॉमिस".. फिर वो धीरे से अरुल को गोद में उठाकर टैरिस से अपने कमरे में ले आया और बिस्तर पर अरुल को लेटा दिया फिर वो दरवाजा बंद करके बिस्तर पर आया और अरुल के तरफ झुककर अरुल के होंठों पर होंठ रख दिया और चुसने लगा अरुल भी आज अरव के साथ देने लगी थी ...

अगली सुबह....

आएशा और पार्थ एक-दूसरे से चिपककर सोए थे लोगों और चिड़ियों के चहचहाहट से आएशा कि आंखें खुली वो कसमसाई तो लगा उससे कोई चिपककर सोया है और हाथ का स्पर्श कोई मर्दाना है आएशा जल्दी उठकर बैठी और देखी तो पार्थ था फिर उसने महसूस किया कि वो अभी बिना कपड़ों के है उसे समझ आ गया क्या हुआ है शरीर के निचले हिस्से पर भी दर्द था वो फफककर रोने लगी चादर को ओढ़कर ...

पार्थ भी आएशा के हलचल और रोने कि आवाज से उठा और देखा तो वो भी शॉक्ड हुआ और आएशा के करीब उठकर बैठा रात कि बात याद करके फिर बोला हड़बड़ाते हुए " कि... किया ये सब मैंने जानबूझकर नहीं किया है तुम ग़लत मत समझो प्लीज़ ,उसने आएशा को चुप कराने के लिए हाथ बढ़ाया और सिर को थपथपाया..!!

आएशा रोना बंद किया और आंसू पोंछते हुए बोली" मुझे होटल वापस जाना है तो मेरे कपड़े दे दो ..

पार्थ जल्दी से बिखरे कपड़े उठाकर आएशा को दिया और खुद भी आएशा के तरफ पीठ करके पहनने लगा ...

आएशा भी कपड़े पहन लिए और जब पार्थ ने टैंट का जीप का लॉक खोलकर दरवाजा खोल दिया आएशा वहां से भागकर बाहर आई अपने हैड क्लच लेकर जल्दी से एक आटो लिया और वहां से चली गई पार्थ टैंट कि पूरी बिलिंग किया तब तक आएशा चली गई थी पार्थ के मन पर बार बार आएशा के कुछ ना बोलने पर उदास हो रहा था वो चाहता था किया उस पर चिल्लाएं लेकिन वो चली गई अब होटल में जाकर उससे मिलना होगा सोचकर वो भी आटो लिया और चला गया ...


अरुल बिस्तर पर ही थी शरीर फिर दर्द से भर गयी थी उन्मिदी सी बिस्तर पर लेटी थी अरव ने पूरी रात सोने नहीं दिया था इसलिए वो बहुत थक चुकी थी ...अरव कमरे में आया और बोला " गुड मॉर्निंग माई लव उठो सुबह हो गई है लो मैं जूस लेकर आया हूं उठो और पियो अच्छा लगेगा ,अरुल के बाल को सहलाते हुए कहा..

अरुल चादर लपेट कर धीरे से उठकर बैठी और अरव के हाथ से ग्लास लिया और पीने लगी ..

अरव‌ ने मुस्कुरा कर कहा " एक मीटिंग अटेंड करना जरूरी है इसलिए मैं ऑफिस जा रहा हुं तुम तैयार रहना आज पूरा दिन तुम्हारे साथ बिताना है मुझे तुम्हें कहां कहां जाना है मुझे बता देना वो उठकर वाशरूम कि ओर गया....



आएशा तैयार हुई और अपनी लगेज लेकर होटल छोड़कर एयरपोर्ट चली आई ....


पार्थ अपने कमरे में शावर लेते हुए आएशा में खोया था और तय कर रहा था कि किया चाहेगी शादी करना तो वो मना नहीं करेगा फिर दरवाजा पर दस्तक हुई तो वो जल्दी शावर बंद करके टावेल लिया और पोंछते हुए लोवर पहना फिर टावेल से बाल पोंछते हुए दरवाजा खोला तो सामने रोजर और रोज थी वो दोनों अंदर आए और पूछने लगे " पार्थ कल रात तुम और किया कहां थे हमने बहुत ढूंढा आज सुबह भी जब नहीं मिले तो हम होटल आ गये थे...

पार्थ तैयार होते हुए बोला " कल रात से आज सुबह तक मैं किया के साथ था ...!!

रोज ने कहा मुस्कुराते हुए" तो बात यहां तक आ गई वैसे किया तुम्हारे लिए परफेक्ट है मुझे देखकर लगता है वो चुपचाप सी और तुम भी वैसे ही हो ...

पार्थ ने कहा" ओके.. मुझे किया से मिलना अर्जेंट है तो तुम दोनों यहीं रुको मैं उसके कमरे से मिलकर आता हूं ,वो बोलकर आएशा के कमरे कि ओर बढ़ा...


शेष अगले भाग में....

जय श्री कृष्णना 🙏