Shyambabu And SeX - 9 in Hindi Drama by Swati books and stories PDF | Shyambabu And SeX - 9

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Shyambabu And SeX - 9

9

स्टूडेंट

 

 

उन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मैंने फिर किताबें देखी,  फिल्मे देखी,  पोर्न भी देखा,  मगर दिमाग ने मन का साथ नहीं दिया और आज मुझे एक लाठी की ज़रूरत है, जो मुझे रास्ता दिखाए और उस गुफा में लेकर जाएI  जहाँ मैं जाने के लिए बेताब हूँ पर कोई साथ नहीं देता,  क्योकि एक  स्त्री की भी अपनी ख्वाहिशे है,  उसे भी ज़िन्दगी में ऐसे  पुरुष का वरण करना है जो उसे ख़ुशी दे सकें, मगर मैं एक कमज़ोर इंसान खुद ही ख़ुशी की तालाश में हूँI  तभी उसका फ़ोन बजा,  उसे उसी लड़की का मैसेज आया जो उसे टूयशन पढ़ना चाहती हैI  उसने कल शाम सात बजे का टाइम लिखकर भेज दिया तो अब वह पूछने लगी, “सर अभी सो नहीं रहें तो चैट हो सकती है”I  यह सुनकर वह फुदककर बिस्तर पर बैठ गया, “सो नहीं रहा I बताओ, क्या बात करनी हैI”

 

अब उसने बात करना शुरू कर दिया और बातों ही बातों में पता चला कि उसका नाम नित्या हैI  फिर कुछ सब्जेक्ट के बारे में पूछकर,  उसने बात करना बंद कर दियाI  श्याम भी कल के दिन से नई उम्मीद लिए  सो गयाI

 

 

सुबह मेन रोड पर उसने गायत्री को अपनी गाड़ी में लिफ्ट दीI  गायत्री गाड़ी की खिड़की से बाहर देख रही हैI “और कॉलेज में क्या चल रहा हैI”   “कुछ नहीं,  नए बच्चे आ रहें हैंI कुछ दिन में फेस्ट होने वाला हैI”  हाँ,  मेरे कॉलेज में भी हैI   इस बार प्रिंसिपल कह रहें थें कि दोनों कॉलेज का साथ में  कर लेते हैं, आख़िर गेट ही अलग है, ज़मीन तो एक ही हैI”  “बीच में  दीवार भी है, “ गायत्री ने कहाI  हम्म !!! पर फिर भी  फॉउंडर तो एक ही थें,  दो कॉलेज बनाकर चले गएI”

 

  उसने अब गायत्री को देखा तो उसने मुँह फेर लियाI   ‘इसे क्या हो गया??’ कल तक तो  ठीक थी,  श्याम ने सोचाI  अब उसने कॉलेज के बाहर गाड़ी रोक दी,  “तुम कहो तो मैं तुम्हें दोपहर को भी लिफ्ट दे सकता हूँI”  “अगर जाना होगा तो कॉल कर दूंगीI  बाय!!!” यह कहकर वह कॉलेज के अंदर चली गईI

 

हिस्ट्री डिपार्टमेंट में हमेशा की तरह  राजनीति पर चर्चा हो रही हैI  श्याम और कुसम मैडम को छोड़कर यहाँ सभी सीनियर है,  इसलिए बाकी सब प्रोफेसर से कोर्स की बात ही होती है,  मगर राजेश झा जो कुछ ही साल में रिटायर होने वाले हैं,  वह किसी भी तरह की बात करने से नहीं झिझकते I वह हिस्ट्री को भी एक मिस्ट्री बनाकर क्लॉस को बताते है,  उनकी बातें इतनी मजेदार होती है कि हिस्ट्री किसी को बोरिंग नहीं लगतीI  तभी तो सबसे ज़्यादा संख्या में स्टूडेंट्स उन्ही के फैन हैI 

 

श्याम को देखते ही वह बोले,  “आओ,  श्याम, तुम भी सुनो,”” क्या सर, “ एक स्टूडेंट पूछ रहा है कि शाहजहाँ के कितने बच्चे थें, “ “मैंने कहा पैदा तो चौदह ही हुए थें तो पूछ रहा है,” फिर उसने पूछा, “ उस ज़माने में पुरुष की डाइट क्या थीं?”  “मैंने कहा, क्यों तुझे भी चौदह करने है क्या!!!” अब सभी हँसने लगेI अच्छा  श्याम तुम बताओ,  आजकल के पुरुष क्या डाइट ले रहें हैं,  उसने अपना चश्मा ठीक कियाI  “सर, मुझे कैसे पता होगाI” “ क्यों, तुम पुरुष नहीं होI “ सब फिर जोर से हँसे I  “सर  मेरी क्लॉस है”  कहकर वह वहाँ से चलता बनाI 

 

सुबह से ही इमरती की तबीयत ठीक नहीं है, उसका चेहरा पीला पड़ा हुआ है, उसे उल्टियाँ आ रही हैI  उसे बहुत कमज़ोरी मसहूस हो रही  हैI  उसने बबलू को बताया  तो उसने उसे केमिस्ट से दवाई लाकर दें दी और उसे आराम करने का बोल,  बेकरी पर चला गयाI

 

श्यामबाबू क्लॉस को पढ़ा रहा हैI  तभी राकेश  बोला,  “सर संजू कुछ कह रहा है,”  “क्लॉस को डिस्टर्ब मत करेंI”  उसने डाटाI  “अब वह चुप हो गया,  मगर फिर कुछ मिनट बाद, राकेश दोबारा बोला, “सर संजू तंग कर रहा हैI”  “अच्छा बताओ, क्या बात है?? “ उसने कड़क आवाज़ में पूछाI  सर कह रहा है कि “उसके पापा ने आपको परसो रेडलाइट एरिया में देखा है, “ यह सुनकर श्याम के होश उड़ गएI