Shubh Prem - 2 in Hindi Love Stories by Komal Patel books and stories PDF | शुभ प्रेम - 2

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शुभ प्रेम - 2

अब तक आप सबने पढ़ा की कैसे मिहिर और अनिका केे बीच सुबह सुबह झगड़ा हो जाता है और अनिका गुस्से में मिहिर को थप्पड़ लगा देती है जिससे गुस्सा होकर मिहिर ऑफिस निकल जाता है | उसके बाद अनिका मिहिर केे ऑफिस खाना लेकर जाती है |

अब आगे

अनिका और मिहिर दोनों ने साथ मे खाना खाया और खाना खाने केे बाद अनिका मिहिर केे केबिन से निकल कर अपनी कार मे बैठकर कॉलेज केे लिए निकल जाती है | अनिका और मिहिर दोनो एक ही कॉलेज मे थे | एक टाइम था जब अनिका और मिहिर की दोस्ती पूरे कॉलेज मे पॉपुलर थी लेकिन अचानक ही उन दोनो केे बीच सबकुछ बदल गया कॉलेज की जानि मानी दोस्ती अब इतनी खास नहीं रही हाँ दोनो का अभी भी कॉलेज मे एक ग्रुप था लेकिन उनके फ्रेंड्स केे अलावा ये बात अभी तक किसी और को पता नही थी | कॉलेज मे हलकी फुलकी गॉसिप तो होती थी लेकिन सभी को कन्फ़र्म नही था | ये सब सोचते हुए अनिका कब अपने कॉलेज पहुँच गयी उसे पता ही नही चला | अनिका ने अपनी कार पार्क की और कॉलेज मे क्लास की तरफ जाने लगी |अनिका क्लास की तरफ जा ही रही थी की तभी उसने देखा की समीरा उसको देख कर उसकी तरफ ही आ रही थी | समीरा ने आते ही अनिका को हग किया और कहने लगी |अनिका यार शादी केे बाद अपनी बेस्ट फ्रेंड को भूल गयी क्या वैसे ये सब छोड़ और ये बता मिहिर साथ ही आया है क्या ,कहा है मिहिर |

अनिका ने समीरा से कहा कि क्या यार तू ये फालतू की बातें लेकर बैठ रही है | तू मेरी बेस्ट फ्रेंड है या मिहिर की जब देखो मिहिर का गुन गाते रहती है |

अनिका की ऐसी बाते सुनकर समीरा हसने लगी और बोला क्या हुआ मैडम जेलस फील कर रही है | अरे मेरी जान मेरी बेबी तू है तुझे ये अच्छे से पता है की तेरी जगह मेरी लाइफ में कोई नही ले सकता | समीरा को इमोशनल होते देख अनिका की हसीं छूट गयी और वो समीरा को हग करते हुए बोली अरे मेरी प्यारी समीरा मैं तो बस तेरे साथ मज़ाक कर रही थी और तू इमोशनल हो गयी चल अब ये सब ड्रामा बंद कर और क्लास मे चल नही आज प्रो.गौतम हमारी वाट लगा देंगे और रही बात मिहिर की तो वो आज थोड़ा सा बिजी हो तो तुम अब उस पर कम ध्यान दो और चलो जल्दी | बातें करते करते दोनों क्लास मे आ गयी |

शाम केे 4:00 बजे

अनिका आज बहुत थक गयी थी तो वो अपने रूम मे चली गयी और बेड पर जाते ही सो गयी | अनिका जब उठी तो उसने देखा की 7 बज गये थे वो जल्दी से उठी और हाथ मुँह धो कर नीचे हॉल मे आई |

मल्होत्रा हाउस बहुत ही बड़ा और रॉयल था | हो भी क्यूँ ना मिस्टर राम मल्होत्रा दिल्ली केे जाने माने बिज़नेस मेन थे |

अनिका ने नीचे आते ही देखा की अंजली माँ ने डिनर लगा दिया था |अनिका ने आते ही माँ को सॉरी बोला कि अाज वो डिनर बनाने मे उनकी हेल्प नहीं कर पाई | अंजली ने कहा नही बेटा इसमें सॉरी की कोई बात नही क्योंकि ज्यादा खाना बनाना नही पड़ा रिया और तुम्हारे भईया कुछ दिनों की टिॢप पर गये है और घर पर बस हम चार लोग ही है | अब तुम ये बाते बंद करो और खाना खाओ |अनिका खाना खाने बैठ गयी तभी मिहिर और पापाजी भी आ गये सबने खाना खाया और अपने अपने रूम मे चले गये|

अनिका और मिहिर अपने रूम मे एक दूसरे से झगड रहे थे क्युकी मिहिर ने गीला टॉवेल बेड पर पटक दिया था जिससे पूरा बेड गीला हो गया था |अनिका मिहिर को सुनाये जा रही थी लेकिन मिहिर पर तो जैसे कुछ फर्क ही नही पड rha था|

अनिका और मिहिर की ये नोकझोंक चल ही रही थी तभी मिहिर ने अचानक से आके अनिका को अपनी तरफ खींच लिया और उसके मुँह पर अपना हाथ रख कर उसे चुप कराया | अचानक ही दोनों एक दूसरे केे बहुत करीब आ गये | वो दोनो एक दूसरे केे इतने करीब थे कि दोनो की सॉसे आपस मे मिलने लगी और वो दोनों एक दूसरे केे आँखों me जेसे खो से गये | अनिका ने जब इशारों मे मिहिर को दूर होने को कहा तभी मिहिर ने डोर की तरफ इशारे करके अनिका को चुप होने को कहा |मिहिर अनिका से दूर हो गया और दरवाज़े की तरफ जाके गेट खोल दिया |अनिका ने देखा की माँ गेट पर खड़ी थी तो उसने उन्हें अंदर बुला लिया और बोला की क्या हुआ माँ आप यहाँ मुझे बुला लिया होता अंजलि ने दोनो को प्यार करते हुए कहा की तुम दोनो अपनी पैकिंग कर लेना |

अंजलि माँ से ये सुनकर मिहिर और अनिका एक दूसरे को देखने लगे और माँ से पूछने लगे की किस लिए माँ हम सब कही जा रहे हो क्या |

दोनो को इतना हैरान देख कर अंजलि माँ हॅसने लगी और बोली की हम सब नही ओनली तुम दोनो जा रहे हो | तुम्हारे पापा जी ने और मैने मिलकर ये सोचा है की तुम दोनो अब से कॉलेज केे पास ही हमारे दुसरे बंगला मे रहोगे और वही से अपने कॉलेज की पढ़ाई को पूरा करोगे |

इतना बोल कर अंजलि माँ वहा से चली गयी और अनिका और मिहिर हैरान होकर एक दूसरे को देखने लगे | जब दोनो केे बीच औकर्ड माहोल हो गया तो मिहिर ने अनिका को देख कर बोला ओह गॉड अब इससे ज्यादा और नही मिहिर की ये बात सुनके अनिका का मुँह बन गया और वो बिना कुछ बोले पैर पटकते हुए अपने बेड पर चली गयी | मिहिर और अनिका दोनो अभी थोडी देर पहले उनके क़रीब आने वाली बात को याद करने लगे | इस बात को याद करके दोनों केे फेस पर स्माइल आ गयी |

सुबह केे 7 बजे

मिहिर और अनिका का रूम

अनिका ने अपनी पैकिंग कर ली थी और वो बाथरूम से नहा कर बहार आई थी |अनिका ने डार्क ब्लू कलर की साड़ी पहनी हुई थी जो नेट से बनी हुई थी |अनिका केे गोरे रंग पर ये साड़ी इतनी खूबसूरत लग रही थी कि जेसे कोई बाॅलीवुड की सबसे सुन्दर और फेमस एक्ट्रेस ने आज मल्होत्रा हाउस मे एन्ट्री ली हो |

अनिका ने जब देखा की मिहिर अभी तक सोया हुआ था तो उसने ग़ुस्से मे मिहिर को उठाया |मिहिर जो अभी भी सोया हुआ था उसने अनिकाअनिका को 5 मिनट और सोने को कहा लेकिन तभी अनिका केे गीले बालों से गिरते हुए पानी की बूंदे जब मिहिर पर पड़ी तो वो ना चाहते हुए भी उठ गया और जब उसकी नज़र अनिका पर पड़ी तो वो बस शोक होकर अनिका को देखता रह गया तो अनिका ने अपना हाथ उसके मुँह केे आगे वेव करते हुए उसे पुकारा |

अनिका की आवाज सुनके मिहिर अपने सेंस मे वापस आया और नहाने चला गया थोड़ी देर बाद दोनों नीचे हॉल me मे आके मम्मी पापा को बाय बोलके बंगलो की तरफ निकल गये|

क्या होगा आगे जानने केे लिए पढते रहिये |

Shubh prem

धन्यवाद..

Komal patel