The Six Sense - 4 in Hindi Thriller by रितेश एम. भटनागर... शब्दकार books and stories PDF | द सिक्स्थ सेंस... - 4

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द सिक्स्थ सेंस... - 4

राजवीर के होंठ हिलाकर फुसफुसाते हुये कहे गये "ईईई" शब्द सुनकर डॉक्टर भी सोच में पड़ गये और आईसीयू से बाहर आकर राकेश और प्रीती से बोले- राजवीर ने फिर से खुछ बोलने की कोशिश करी, ऐसा लग रहा है जैसे वो किसी का नाम ले रहा हो, क्या आप लोगों को कुछ अंदाजा है कि उसका कोई दोस्त ऐसा हो जिसके नाम का आखरी अक्षर 'ई' से हो?

चूंकि राकेश और प्रीती दोनों ही राजवीर के किसी दोस्त के बारे में नहीं जानते थे इसलिये दोनों ने ही ऐसे किसी दोस्त का नाम पता होने से साफ मना कर दिया, उन दोनों के मना करने के बाद डॉक्टर बोले- कहीं ऐसा तो नहीं कि राजवीर अपने ऊपर हमला करने वालों में से किसी का नाम ले रहा हो, आप लोग एक काम करिये राजवीर पर हुये हमले के केस को हैंडल कर रहे इंस्पेक्टर उदय को कल सुबह इस बात को लेकर इंफॉर्म कर दीजिये, वो लिप रीड एक्सपर्ट को बुला लेंगे और मुझे पूरी उम्मीद है कि राजवीर फिर से अपनी बात कहने की कोशिश करेगा या ये भी हो सकता है कि उसके सिर के जख्म ठीक हो रहे हों इसलिये वो अपने सेंस में वापस लौट रहा हो और वो खुद ही होश में आकर अपनी बात बता दे लेकिन वो आगे की बात है आप कल सुबह इंस्पेक्टर उदय को बुला लीजिये पहले|

अपनी बात कहने के बाद वो ड्यूटी डॉक्टर वहां से चले गये, राकेश और प्रीती के मन में भी राजवीर के होश में आने की एक बहुत बड़ी उम्मीद जाग गयी थी और इसी उम्मीद के चलते कई महीनों से राजवीर की इस हालत से मिले दुख को अपने सीने में दबाये उसके होश में आने का इंतजार कर रही प्रीती के सब्र का बांध जैसे टूटने सा लगा था, डॉक्टर के वहां से जाने के बाद वो हद से जादा भावुक हो गयीं और राकेश के सीने पर अपना सिर टिकाकर सुबकते हुये बोलीं- राकेश अब और इंतजार नहीं होता, कितना अच्छा हो ना कि राजवीर अभी के अभी आईसीयू से बाहर आये और हमेशा की तरह मुझे अपने सीने से लगाते हुये बोले कि 'Hey sweety wts up, u r looking soooo hot..!!' और मैं उसके कान खींचते हुये बोलूं कि 'मां को हॉट बोलता है शैतान लड़के...!!' और वो हंसते हुये मुझे अपने सीने से लगाये और अपनी गोद में उठा ले..!! राकेश बस एक बार मेरा बेटा होश में आ जाये फिर मैं अपना सारा बिज़नेस वाइंड अप करके हमेशा उसके साथ ही रहूंगी, एक मिनट के लिये भी उसे कहीं अकेले नहीं जाने दूंगी..!!

राकेश से अपनी बात कहते कहते प्रीती बहुत दुख करके रोने लगीं और राकेश भी उन्हें ऐसे रोते देख बहुत दुख करके सुबकने लगे, सुबकते सुबकते राकेश ने जोर से अपने दांत भींचे और गुस्से से भरी अपनी आवाज में बोले- बस एक बार राजवीर को होश आ जाये और ये पता चल जाये कि उसकी इस हालत के पीछे कौन जिम्मेदार है फिर तुम देखना प्रीती उसका तो मैं वो हाल करुंगा कि जिंदगी भर याद रखेगा कि राकेश सिंघानिया के बेटे पर हाथ डालने का क्या नतीजा होता है, बस एक बार पता चल जाने दो फिर तुम देखना...!!

राजवीर को याद करके एक दूसरे के सीने से लगे लगे राकेश और प्रीती एक दूसरे को ढांढस बंधा रहे थे, राजवीर के साथ हुये इस हादसे ने उन दोनों को भी काफी सालों बाद एक दूसरे के साथ समय बिताने का एक मौका दे दिया था और इस भारी समय में एक दूसरे का साथ पाकर वो दोनों खुद भी अच्छा महसूस कर रहे थे|

जैसे तैसे करके जागते जागते ही राकेश और प्रीती की रात आखिरकार कट ही गयी थी, अगले दिन सुबह राकेश ने सबसे पहला काम जो किया वो था.. राजवीर के केस को हैंडल कर रहे इंस्पेक्टर उदय को कॉल..!!

राकेश ने कॉल करके जब इंस्पेक्टर उदय को रात में राजवीर के शरीर में हुयी हलचल के बारे में बताया तो वो भी बिना देर किये हॉस्पिटल आ गये और अपने साथ एक लिप रीडिंग एक्सपर्ट को भी ले आये लेकिन अब समस्या ये थी कि राजवीर के होंठो में कोई हलचल नहीं हो रही थी इसलिये दिन की शिफ्ट के डॉक्टर से कंसल्ट करके ये निर्णय लिया गया कि आईसीयू में राजवीर के साथ इंस्पेक्टर उदय के साथ आया वो लिप रीडर ही रुकेगा और उसकी फिर से किसी प्रतिक्रिया के देने पर ये समझने की कोशिश करेगा कि राजवीर जो बोलना चाहता है वो किसी का नाम है या कुछ और..!!

लिप रीडर को आये हुये दो घंटे से ऊपर हो चुका था लेकिन राजवीर की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी, डॉक्टर हों चाहे इंस्पेक्टर उदय या राकेश और प्रीती सबको बस इसी बात का इंतजार था कि बस एक बार और राजवीर वैसे ही रियेक्ट करदे जैसे उसने रात में किया था, काफी देर तक राजवीर को ऑब्जर्व करने के बाद आखिरकार उस लिप रीडर ने देखा कि राजवीर की भौंहे बार बार सिकुड़ रही हैं, वो ये होते देख ही रहा था कि तभी फिर से राजवीर ने अपने होंठ हिलाने शुरू कर दिये, उसके होंठो को हिलते देख वो लिप रीडर अपनी जगह से उठा और बहुत प्यार से उसकी हथेली सहलाते हुये हल्के से बोला- हां राजवीर बोलो... तुम बोल सकते हो, थोड़ी कोशिश करो!!

वो लिप रीडर राजवीर को अपनी तरफ से बोलने के लिये मोटीवेट कर ही रहा था कि तभी उसने फिर से कुछ बोला और इस बार भी बस "ईईई" ही साफ सुनायी दे रहा था बाकि के शब्द फिर से राजवीर के मुंह में ही रह जा रहे थे, बड़ी ध्यान से राजवीर के हिलते हुये होंठो को देखने के बाद वो लिप रीडर गहरी सांस छोड़ते हुये बोला- ओहके... तो ये किसी का नाम ले रहा है, हो सकता है ये जिसका नाम ले रहा है वही इसकी इस हालत की जिम्मेदार हो...!!

ये सोचते हुये वो लिप रीडर आईसीयू से बाहर आ गया जहां इंस्पेक्टर उदय के साथ राकेश और प्रीती खड़े उसके कुछ पता चलने का इंतजार कर रहे थे, बाहर आने के बाद वो उन सब से बोला- राजवीर किसी का नाम लेने की कोशिश कर रहा है|

लिप रीडर के ये बात बोलने पर प्रीती ने थोड़े एक्साइटेड से हुये लहजे में पूछा- किसका नाम सर..!!?

वो लिप रीडर बोला- सुहासी..!!

क्रमशः

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कौन है ये सुहासी और क्यों राजवीर बार बार उसी का नाम पुकारने की कोशिश कर रहा है?? क्या राजवीर की ये हालत सुहासी ने ही करवाई है?? जानने के लिये पढ़ते रहें..