Wo Ankahi Bate - 21 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 21

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 21

बिमल ने इस बीच अपने यू एस के डाक्टर को सारे रिपोर्ट मेल कर दिया।
आज बिमल और उधर चांदनी की हल्दी हो रही थी।।
सब लोग खुश हो कर बिमल को हल्दी लगा रहे थे उधर चांदनी को भी हल्दी लगा रहे थे।

कहानी सुनते हुए यश ने कहा रिचा देखा प्यार वाली हल्दी लग गई थी।

बिमल हंसने लगे और फिर बोलें कि अब सब कुछ अच्छा चल रहा था।

शादी भी बहुत धूमधाम से हो गई थी मैं चांदनी को लेकर अपने नये घर में आ गया। चांदनी का गृह प्रवेश हो गया।
चांदनी को घर बहुत पसंद आया।बिमलबिमल ने कहा आओ पुरा घर घुम कर देख लो। चांदनी ने पुरा घर घुम कर देख लिया।।
मम्मी ने कहा देखो चांदनी तुम तो बहुत भाग्यशाली हो शादी के बाद ही नये घर में आ गई।
चांदनी ने कहा हां, मम्मी जी।
फिर मुंह दिखाई का रस्म शुरू हो गई थी।
चांदनी को सभी ने बहुत महंगी, महंगी सोने की कंगन,हार अंगुठी सब दिया था।
बिमल भी घुम, घुम कर चांदनी को देख रहा था।


फिर सब खाना पीना हो गया।एक दिन में सारी रस्में करने के बाद चांदनी बहुत थक सी गई थी
और फिर वो हुआ जिसका मुझे डर था।
चांदनी बेहोश हो कर गिर गई और फिर मैं उसे उठा कर अपने कमरे में ले जाकर बेड पर लिटा दिया और फिर पानी का छिड़काव किया तो चांदनी ने आंख खोल दी।
मैं तो एक दम डर गया था और फिर बोला कि तुम कुछ खाना खाती भी नहीं हो ।
चांदनी ने कहा मैं ठीक हूं मुझे बस मेरा बैग दे दिजिए।
फिर बिमल ने चांदनी का बैंग ला कर दिया और फिर बिमल ने सरिता से कहा कि दुध लेकर भाभी को दे दें।

फिर चांदनी ने अपनी दवा खा लिया।
बाहर सारे रिश्तेदार आपस में कानाफूसीकरने लगे।
मम्मी ने कहा बिमल ये रोगी बीबी को ले आया ‌।
बिमल ने कहा अरे मम्मी ये क्या बोल रही हो आप,
फिर बिमल ने सबको चुप कराते हुए कहा कि ये सब कैसे सोच सकते हैं आप लोग।
चांदनी मेरी पत्नी है और उसके बारे में एक ग़लत शब्द भी मैं नहीं सुन सकता हूं।
फिर सब चुपचाप हो गए।
बिमल ने कहा आएं हैं खुशी के माहौल में खाइए,खिलईए और फिर घर जाइए।।
बेड रूम में बैठी चांदनी सब कुछ सुन रही थी और उसके आंखों से आंसु बहते जा रहें थे।

फिर कुछ देर बाद सारे मेहमान रिश्तेदार को नाश्ता मिठाई खाने को दिया और फिर बिमल ने भी एक प्लेट में नाश्ता ले जाकर चांदनी को दे दिया।

बिमल ने कहा देखो सबकी बातें दिल पर मत लेना।खा लो जल्दी से।

फिर सारे मेहमान चले गए और फिर सब आराम करने लगे।
बिमल की कुछ बहनें आई थी सब नाचने लगीं और फिर सबने चांदनी को भी बुलाया और सब खुब नाचने लगीं और फिर चांदनी भी उन लोगों के साथ गाने की धुन में मस्त हो गई और मैं तुम्हारी मां का यह रूप देख कर और भी मुग्ध हो गया था।
फिर सब नाच रहे थे और चांदनी को अचानक सांस लेने में तकलीफ़ होने लगा और फिर चांदनी बैठ गई।
बिमल ने पानी का गिलास भरकर चांदनी को दे दिया।।
चांदनी ने कहा कि थकावट हो गई है सो जाऊं?
बिमल ने कहा हां,जाओ जाकर सो जाओ।।
बिमल की सारी बहनें खुब हंसी मज़ाक कर रही थी।

बिमल ने कहा अब जाओ सब सो जाओ।
कल सुबह जल्दी उठकर तैयार हो कर नीचे पहुंच गए। कल पुजा है।

सुबह में पुजा हो रहा था घर में नयी बहु के आने से पुजा होती है।

फिर बिमल और चांदनी दोनों एक साथ बैठ गए।
पुरा घर रिश्तेदार मेहमानों से भरा था।
शाम को Party रखी थी बिमल ने एक होटल में शहर के बहुत बड़े होटल में हमारी रिसेप्शन रखी गई ।
क्रमशः