1.
यह 'शब्दों का संसार' तुम न समझोगे,
इससे मेरा प्यार भी तुम न समझोगे,
तुम नहीं जानते मन से भाव चुरा लाना,
किसी के उद्दगार को मान दिला पाना,
प्यार के अनगिने रंगो की बारीकियां,
नही समझोगे भावों का उधार चुका देना,
रोतों के आंखों से व्यवहार छुपा लेना,
हंसते होठों का मुस्कान दबा लेना
कभी कल्पना की उड़ान भरो तो जानो,
हमने देखा है एक संसार जो भावों का,
सिखा है शब्दों को संजो कर फलक पर लहरा देना।
2.
तुम जो कागज़ के फूल भी लाओ,
दिल का दावा है वे भी महकेंगे ...!!
3.
मुसाफिर बन कर आया वो,
ना जाने कब दिल का "मेहमान" बन गया...
नजरो से हुई गुफ्तगूं,
ना जाने कब वो दिल का राजदार बन गया...
ये दिल ही ना बहका,
हम भी कुछ इस तरह बहके कि
ये दिल ना जाने कब उनका तलबगार हो गया...
लरजते होंठो से हम कह ना सके,
ऐ मुसाफिर ना जाने कब से तेरा इंतजार हो गया...
थाम ले दामन अब मेरा,
तुझसे ही रूबरू,
मेरी उल्फतो का अब आगाज हो गया...
हम मिट ना जाये तेरी चाहत मे
और तुझे खबर ही ना हो
मेरे दर्द - ओ - गम का तू इलाज हो गया ।
4.
दिल में बसने वाले भी बड़े अजीब होते हैं,
दूसरों के दिल में रहते हैं और किराया भी नहीं देते ।
5.
चर्चा से चटक जाता है
छूने से मैला हो जाता है
ख्वाब ही रहने दो...
इंद्रधनुषी रंग हैं
बयार में महक है
जीवन में खुशियां हैं
तिलस्मी जादूगर सा है
प्रेम को एहसास ही रहने दो...
6.
इस इश्क का मुझे, ताउम्र मलाल रहेगा,
ये हुआ क्यों था तुझसे, ये सवाल रहेगा...
रहेगा निगाहों में सिर्फ तेरा चेहरा...
तू ही मेरे इश्क की मिशाल रहेगा...!
ये माना तरस जायेंगी ये निगाहे हर एक पल,
पर फिर भी मुझे तेरा इंतजार रहेगा...!
टूट जायेंगी जिस दिन सांसों की लड़ियां,
लगा देगी मौत आखरी सी हथकड़ियां...!
हो जायेंगे रुखसत तेरी, दुनियां से दिलबर,
पर फिर भी शायद? यही मौसम, यही हाल रहेगा...!
7.
हमारी गुस्ताखियों को
आप माफ करना जान
हम आपकी इजाजत के बगैर भी
आपको प्यार करते है
8.
क्यूं झूठ बोलूं की सब्र आ गया है मुझमें,
हां तुम मुझे याद आते हो और हर रोज़ आते हो,
9.
बैठे रहना तुम यूँ ही हम,
दीदार ज़रा कर ले...
ना तुम्हारी कोई तमन्ना रहे ना,
हमारी कोई शिकायत रहे...!!
10.
ये जिंदगी कितनी खूबसूरत है,
बस अब आप आइये आपकी ही जरूरत है।
11.
बहला लेंगे हम, अपने दिल को सुनो
बस एक छोटी सी, हिचकी भेंज दो ना
12.
"खूबसूरत का पता नहीं,
लेकिन मज़ा बहुत आता है,
प्यार में भी और इंतज़ार में भी।"
13.
मेरा बस चले तो तुझे मोहब्बत में इस क़दर मसरूफ कर दूं,..
कि तुझे सांस तक न आए मुझसे बात किए बगैर...!
14.
एहसास - ए - मोहब्बत क्या है... ज़रा हमसे पूछो ए "जान"
करवट तुम बदलते हो... नींद मेरी खुल जाती है...
15.
तुझे मिलें फुर्सत तो कर लिया कर दो बातें, नासमझ,
तेरे हिस्से का वक्त आज भी, मैं कहीं जाया नहीं करते...
16.
बड़ी हसरतों से तुम्हे देखती हूँ...
तेरे दिल में अपनी जगह ढूढ़ती हैं...
17.
ख्वाबों मे आ कर
ख्वाहिशें बढा रहे हो
आँखे बंद है फिर भी
चारो और नजर आ रहे हो...
जरा ये तो कहो
ये कैसा जाल बिछाया है
याद आ रहे हो... या...
अपनी याद दिला रहे हो...