Someone is my own in Hindi Anything by DINESH KUMAR KEER books and stories PDF | कोई मेरा अपना है

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कोई मेरा अपना है

1.
मेरी हर अदा का आइना तुझसे से है,
मेरी हर मंजिल का रास्ता तुझसे है,
कभी दूर न होना मेरी जिंदगी से,
मेरी हर ख़ुशी का वास्ता तुझसे है...

2.
मै और मेरे हम - उम्र ख़याल अक्सर सरगोशी करते है
तुम्हारे पास ना होने पर भी तुमसे कितनी शरारत करते है...!!

3.
दुआ करो मैं कोई रास्ता निकाल सकूँ,
तुम्हें भी देख सकूँ खुद को भी सम्भाल सकूँ...

4.
साथ ठहरना आना चाहिये,
चलने के लिये तो सब तैयार हैं।

5.
तेरी यादों से ही
महक जाता है
वजूद मेरा
यकीनन ये इश्क नहीं
कोई जादू है तेरा…!

6.
कभी मिटने ना दें
अपने अस्तित्व की गरिमा को कभी मिटने ना दें,
क्योंकि यही तो आपके जीवन की एकमेव पूंजी है !!
अपने व्यक्तित्व की महिमा को कभी झुकने ना दें,
क्योंकि यही तो आपके चरित्र की एकमात्र कुंजी है !!

7.
कोई शहर था जिसकी एक गली मुझको जानती थी...
मेरे नाम का एक दरवाजा था एक खिड़की मुझे पहचानती थी...

8.
प्रेम कभी किसी को नहीं चुनता,

वो सिर्फ़ दस्तक देता है अनुभूति का...

9.
ज़रा भी नही देखेंगे किसी ओर को...

तुझे पा कर खुदगर्ज हो गए है हम...!!

10.
मन पसन्द स्त्री का पसीना भी,
किसी परफ्यूम से कम नहीं होता हैं…

11.
हार भी खूबसूरत होती है जनाब
कभी दिल हार के तो देखिए...!

12.
एहसास अपने थे जज्बात अपने थे
हम‌ारी जिन्दगी क़े फैसले औरों ने क्यों किया...

13.
छुपा कर इश्क़ की ख़ुशबू को रखा नहीं जाता...
नज़र उसको भी पढ़ लेती है जो लिखा नहीं जाता...

खाली वक्त मे कभी याद आऊँ...!!
समझ लेना तुम्हारे अंदर जिंदा हूँ मैं...!!

14.
प्रेम पाने की चाह में
लोग दुखी होते हैं, प्रेम में तो इंसान
ख्यालों में भी मुस्कुराता है,
प्रेम जीने की वजह है ...

15.
जिनको घुटने मोड़कर
सोना आ गया,
उनके लिए जीवन में कोई भी चादर
छोटी नहीं पड़ती...!!

16.
ये चाहतों के सिलसिले
और... बेखुदी ज़रा - ज़रा
वो मुख़्तसर सी ख्वाहिशें
और.... आशिक़ी ज़रा - ज़रा

17.
तेरे होने से ही मैं ख़ुबसूरत हूं
सुना है कि
चेहरा खिलता है मोहब्बत में...!!

18.
न वादें,न कसमें, न भविष्य के सपनें कुछ भी नही था
केवल प्रेम था... पवित्र व शाश्वत...

19.
अक्सर तुमसे हार कर भी
मुझे गर्व का आभास होता है !!
तुम्हारी जीत में मुझे अपनी
ही जीत का एहसास होता है !!

20.
ऐसे ही नहीं बन जाते गैरों से गहरे रिश्ते...
कुछ ख़ालीपन अपनों ने ही दिया होता है...

21.
वो मेरा नहीं हो सकता तो क्या हुआ
क्या इतनी सी बात के लिए उसे चाहना छोड़ दूं...!!

22.
इश्क़ खुद का नहीं,

किसी और का ख़्याल रखना सिखाता है...

23.
वो ख़्वाब हो जो पूरा ना हो सका

फिर भी मुझे वही तेरा ख्वाब चाहिए...

24.
संभाल रखे हैं हमने शिकवे भी आपके
ये तो फिर भी मोहब्बत की बात है...!!

25.
न उदास हो न मलाल कर किसी बात का न ख़याल कर
कई साल बाद मिले हैं हम तेरे नाम आज की शाम है

26.
और ये वादा रहा तुमसे
कि हाथों की लकीरों में
तुम लिखे हो
या न लिखे हो,
मगर दिल में
हमेशा रहोगे

27.
प्रकृति का काम तो सिर्फ लोगों को मिलाना है
रिश्तों की उम्र क्या होगी ये तो आपके व्यवहार पर निर्भर करता है

28.
ख्व़ाब और हक़ीकत में बस इतना ही फासला है,
एक में जीने की हसरत है, एक को जीना पडता है...