19.
अश्कों से गुजारा अब मेरे यार नहीं होता,
चले भी आओ कि दिल से इंतज़ार नहीं होता,
उस दिन ये लगता है दिन ही नहीं निकला,
जिस दिन आंखों को तेरा दीदार नहीं होता,
कोशिश तो बहुत की मगर मंजर वही है,
दिल के दर्द का कहीं भी उपचार नहीं होता,
आदमी चाहे तो शीशे से पत्थर भी तोड़ दे,
तलबगारों के लिए कोई रास्ता दुश्वार नहीं होता,
कुछ मजबूरियां पैदा करती है हालात वरना,
यूं ही आदमी जीने से बेजार नहीं होता,
20.
तुम्हें हक़ है मुझे देखो बहुत तुम प्यार से लेकिन ।
हया आती है मुझको भी तेरे दीदार से लेकिन ।।
21.
रहने दे हमारे दरमियाँ, कुछ ज़ज़्बात अनकहे...
तड़प का ज़ायका भी ज़रूरी है,
सफर - ए - इश्क में...
22.
निगाहें तीर जरा तरकश में रखा करो,
दिल ए मोहब्बत नाज़ुक है तासीर में...
उल्फत ए राह आसान कहां होती हैं,
मोहब्बत नहीं होती सबकी तकदीर में...
23.
बेताब दिल की "तमन्ना" यही है, तुम्हे चाहेंगे,
तुम्हे पुजेगे, तुम्हे अपना खुदा बनाएंगे...
24.
मोह लिया तुमने मुझको ऐसे
कुछ ना और दिखाई दे !
तेरे प्रेम के रस में ऐसी डूबी
हर तरफ तू ही तू दिखाई दे !!