love feeling bitter or sweet in Hindi Anything by DINESH KUMAR KEER books and stories PDF | प्यार का एहसास कड़वा या मीठा

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प्यार का एहसास कड़वा या मीठा

1.
मधुर इन यादों मे,
भीनी सी आहटो में,
दुआएं बनकर,
ख्यालों के मन आँगन में,
एक दूसरे के हम पलते रहेगें,
ना मिले भी तो क्या गम,
ऐ, जिंदगी
तू साँसो में,
ऐसे उतर,
कि जीवन भर,
संग तुम्हारे,
यूँ, ही चलते रहेंगें,
मंजिलें चाहे मिलें ना मिलें,
हम अपनी राहे बनाते रहेंगें,

2.
वो मेरे ख्वाबो में यूँ आना जाना तेरा
मुस्कुरा के मेरे दिल को धड़कना तेरा
तिरछी निग़ाह क़ातिल अदाएं तेरी
उस पर हवाओ ज़ुल्फ़ उड़ाना तेरा
बड़ा मायूस था दिल बेरुखी से तेरी
बिन ख़ता के यूँ छोड़ हमे जाना तेरा
लिखू क्या मैं तेरी वफ़ा बेवफ़ाई के किस्से
यू चेहरे बदल बदल के आना जाना तेरा

3.
दिल चाहता है
बस तुम्हे देखता रहूं
दिल चाहता है
तुम्हारे दिल के करीब रहूं

तुम फूलों सी मुस्कराती रहो
तुम्हे देख देख मै जीता रहूं
तुम हवाओ मे ख़ुशबु बिखरती रहो
मै तितली बन कर मंडराता रहूं

4.
वहम है तुम्हारा कि मोहब्बत में दर्द तुम्हीं को है...!
इश्क़ में दिल टूटने का तजुर्बा तो यहाँ हर किसी को है...!!

5.
चलो चार दिन ही सही
वो कर के इश्क़ मुझे
आशिक़ी सीखा तो गई... !!

उलझी थी ज़िन्दगी
फ़िक्र ए फ़िज़ूल की गर्दिशों में...
वो मुझे अपनी यादों में उलझा तो गई... !!

इश्क़ की पेचीदगी से
कहाँ वाकिफ थे हम
वो दे कर तन्हाई का तोहफ़ा हमें
उलझा तो गई... !!

6.
तन्हाई से निभा रहे थे
बातों में उलझा रहे थे
कोशिश कर कर हार गए थे
प्रयास सभी विफल रहे थे

नीयत में खोट नहीं था
शायद कोई संयोग नहीं था
हर बार मुंह की खाई थी
बात कभी बनने न पाई थी।

7.
मोहब्बत का खेल
समझ ना पाए कोई

खुबसूरती के दीवाने
है यहाँ पर हर कोई

कब कौन धोखा दे दे
यह समझ मे नहीं आता

सच्चा प्यार करने वाला
जिंदगी भर अकेला ही रह जाता

कोशिश करते है सब मोहब्बत मे
लेकिन हर कोई नहीं जीतता इश्क मे

8.
अब यूँ ऐसे नहीं जिया जाएगा
दर्द खुद को और नहीं दिया जाएगा

कर तो दिया है खुद को हवाले नशे के
अब और खुद को बर्बाद नहीं किया जाएगा

हैं बड़े क़ीमती ये मोती सरवर
आंखों से अब और नीर नहीं बहाया जाएगा

जाओ छोड़ दी है मोहब्बत हमनें आज से
हमसे खुद को अब और दग़ा नहीं दिया जाएगा

9.
वो लम्हे जिंदगी के
जो बीते थे तेरी पनाहों में, ‼️
आज भी लिपटे हैं दिल से मेरे
यूं ही मुलायम सी यादों में, ‼️
वो लम्हे जो बीत कर भी बीते नहीं है
हर रोज उन्हें जी लेता हूँ...

10.
थोड़ा दूर हो तुम, थोड़ा दूर हैं हम,
किस्मत के हाथों कितना मजबूर हैं हम ...!!
पास आ कर बैठो और ये दूरी मिटा दो,
तुम आओ सिरहाने और मुझे नींद से जगा दो ...!!
तुम्हारे साथ ही सबसे ज्यादा मेहफूज़ हैं हम,
पर क्या करे थोड़ा दूर हो तुम थोड़ा दूर हैं हम ...!!

11.
"दो पल खुशी के मिल जाएं
तुम्हारे साथ तो क्या बात हो,

ज़िंदगी यूं ही गुज़रे हंसते मुस्कुराते
तुम्हारे साथ तो क्या बात हो,

नहीं ख़्वाहिश मुझे तुम्हारे सिवा
किसी और हमराह की,

बस ये सफ़र - ए - ज़िंदगी कट जाए
तुम्हारे साथ तो क्या बात हो"

12.
निभाना नहीं चाहती थी
फिर क्यों थामा हाथ मेरा
इतना एहसान ही सही
हम नहीं भूलेंगे साथ तेरा
यूं सताकर हमें यहां
क्या तुम सुकून से रह पाओगी जहां में
खामोश रहकर यूहीं
तुम भी तो बेकरार हो जाओगी
यादें पुरानी जुगनू बनकर
जगाती रहेगी यहीं सारी रात
याद रखना