Shoharat ka Ghamand - 62 in Hindi Moral Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 62

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शोहरत का घमंड - 62

आलिया के पापा बोलते हैं, "तुम ये क्या बोल रही हो, तुम कोन सा काम करोगी अब, तुमने तो आज तक बाहर कुछ काम किया भी नही है"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अब मै पढ़ी लिखी हुई तो हू नही जो मुझे बड़े बड़े दफ्तर में काम मिलेगा, सोच रही हूं की घरों में जा कर ही कुछ काम कर लू, जिससे की घर में कुछ पैसे भी आ जाए और आलिया को पढ़ने का वक्त भी मिल जाए"।

ये सुनते ही आलिया के पापा बोलते हैं, "ऐसी बाते बोल कर मुझे शर्मिंदा मत करो, की मै अपनी ही नजरों में गिर जाऊ"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "आप क्यो शर्मिंदा हो रहे हैं, सारी उम्र आपने ही तो हम सब को खिलाया और पिलाया है, और अब जब आप पर थोड़ी सी परेशानी आ गई है तो फिर क्या हम कुछ नही कर सकते हैं "।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "देखो ऐसी बाते बोल कर मेरा दिल मत दुखाओ "।

शाम हो जाती हैं............

आर्यन ने आलिया को जो जो काम दिया होता है वो सारा काम कर के आर्यन के पास चली जाती है।

आर्यन काम देख कर बोलता है, "काम तो बहुत ही अच्छा किया है तुमने, अब तो तुम्हारी छुट्टी का टाईम भी हो गया है"।

तब आलिया बोलती है, "कुछ और काम था क्या सर?????

तब आर्यन बोलता है, "हा.... थोड़ा काम और था, तुम ऐसा करो ये मेरा लैपटॉप ले जाओ और थोड़ा सा जो काम बचा है उसे पुरा कर के सबको मेल कर देना, तुम्हारे पास डिटेल तो है ना की किसे मेल करना है"।

तब आलिया बोलती है, "हा मेरे पास सारी डिटेल है "।

तब आर्यन बोलता है, "अच्छा तो फिर ठीक है ले लो और जल्दी से कर देना "।

उसके बाद आलिया लैपटॉप ले कर आ जाती है।

तभी अरुण भी आ जाता हैं आर्यन के पास।

तब आर्यन बोलता है, "हो गया तेरा काम जो दिया था मेने "।

तब अरुण बोलता है, "सबर कर मेरे भाई बता रहा हूं, मगर पहले तू मुझे ये बता की, क्या चल रहा है तेरे दिल और दिमाग में, मैं अभी बाहर खड़ा होकर सुन रहा था कि तू कितने आराम से और प्यार से बात कर रहा था आलिया से "।

तब आर्यन बोलता है, "फालतू की बाते मत कर और मुझे बता जो मैने तुझे करने भेजा था "।

तब अरुण बोलता है, "वो बाइक वाला लडका आलिया की फ्रेंड का भाई है, और आलिया के पापा के एसिडेंट के बाद उनके मकान मालिक ने उन्हे घर खाली करने को बोल दिया था उसके बाद से वो लोग वही पर ही रह रहे हैं "।

तब आर्यन बोलता है, "ओह... तो आलिया उस बाईक वाले के घर में रहती है, तभी वो उस पर इतना हुकुम चलाता है "।

तब अरुण बोलता है, "मगर तुझे इससे क्या वो आलिया पर हुकुम चलाए या फिर किसी और पर "।

तब आर्यन बोलता है, "अच्छा ठीक है अब मैं घर जा रहा हूं "।
तब अरुण बोलता है, "मगर क्यो ???????

तब आर्यन बोलता है, "शाम हो गई है और जल्दी घर नही गया तो मॉम और डैड मुझे यहां से भेज देंगे और मै यहां से नही जाना चाहता हूं "।

तब अरुण बोलता है, "भाई तेरे घर वाले भी बड़े ही अच्छे हैं, जो डरा धमकाकर कर रख रहे हैं तुझे "।

तब आर्यन बोलता है, "बस कुछ दिनो की ही बात है, उसके बाद मैं अपनी मर्जी का मालिक बन जाऊंगा, चल ठीक है अब मैं चलता हूं "।

उधर आलिया घर पहुंच जाती है और जा कर देखती है कि उसकी बुआ जी घर पर बैठी रहती हैं उन्हें देख कर आलिया के होश उड़ जाते है...........