ऋत्वि केक कि एक बाइट लेते हुए कहती है "पैराडाइस स्विटशोप मेरी सबसे फेवरेट हैं!"
ऋत्विक कहता है "तुम्हे यहा अपने फ्रेंड्स के साथ आना चाहिए था।"
ऋत्वि उसकी बात नजरअन्दाज करते हुए कहती हे "ये चैरि मिक्स चॉकलेट केक वाकई बहुत अच्छा है।"
ऋत्विक कहता है "क्या तुम मोटी होना चाहती हो या फिर तुम मुझे मोटा करना चाहती हो! तुम हर जगह बस खाती ही रहती हो।"
ऋत्वि ना में सिर हिलाते हुए कहती है "नही... नही... मैं तो बस मरने से पहले एक बार सारी अपनी पसंद कि चीजे खाना लेना चाहती हूँ।"
ऋत्विक उससे और कुछ कहता उससे पहले ऋत्वि बात बहलते हुए पूछती है "क्या तुम्हे लड़कीयो में दिलचस्पी नही है?"
ऋत्विक अपना केक खाते हुए पूछता है "अब इसका क्ला मतलब हुआ?"
ऋत्वि कहती है "तुम यहा पर किसी भी लड़की को भाव नहीं दे रहे हो! क्या तुम्हारी कोई गलफ्रेंड हैं?"
ऋत्विक एकदम से बोल पड्ता है "बिलकुल नही! मेरी तो कोई दोस्त भी नही है।
ऋत्वि पूछती है "कभी भी नही?"
ऋत्विल करता है "हा कभी भी नही"
ऋत्वि फिर पूछती है "तो क्या तुम दोस्त या गलफ्रेंड नही चाह्ते"
ऋत्विक कुछ सोचते हुए कहता हे "हा शायद! एक-दो दोस्त होना मजेदार होता लेकिन मुझे असली दुनिया के बजाए काल्पनिक दुनिया ज्यादा पसंद है!"
ऋत्वि कुछ सोचते हुए कहती है "हम्म्... अब पता चला कि तुम अकले क्यो हो" और फिर केक खाते हुए कहती है "तुम्हे पता है मैं ने हालही में अपने बोयफ्रेंड से ब्रेकअप किया है!"
ऋत्विक पूछता है "क्यो? तुम मरने वाली हो इसलिए? "
ऋत्वि मना करते हुए कहती है "नही... वो इस बात को कभी नही समझता! वैसे तुम उसे जानते होगे, वो हमारी हि क्लासका है पर तुम्हे उसका नाम ही पता नही होगा" और फिर मुस्कुराते हुए करती है "वो दोस्त के रूप में तो काफी अच्छा था लेकिन बोयफ्रेंड के लिए नही, वो बड़ा जिद्दी था।"
वो दोनो बाते कर ही रहे थे कि तभी उसी शोप के पास से ऋत्वि कि बेस्टफ्रेंड कोयल और उसके दोस्तो के साथ गूजर रही थी कि तभी कोयल कि एक दोस्त कि नजर ऋत्वि पर पड जाती है। वो ऋत्वि को कोयल को दिखाते हुए पूछती है "हेय कोयल वो ऋत्वि हि है ना!"
कोयल उन दोनो को साथ देख उसे बहुत गूस्सा आ जाता है। वो गुस्से में उनके पास जाती हुए ऋत्वि को आवाज देती हे "हेय ऋत्वि"
कोयल को वहा देख ऋत्वि बहुत खुश होती है लेकिन ऋत्विक कोयल कि और देखता भी नही।
ऋत्वि खुश होते हुए कहती है "हेय कोयल तुम भी यही पर हो" और फिर वो कोयल को ऋत्विक से मिलवाते हुए कहती है "ये मेरी बेस्टफ्रेंड है कोयल!" लेकिन ऋत्विक उस पर बिलकुल भी ध्यान नही देता और चुपचाप अपनी केक खाता रहता है।
ये देख कायल को और ज्यादा गुस्सा आ जाता है वो गूस्से से ऋत्वि से पूछती है "क्या तुम दोनो सच में दोस्त ही हो?"
ऋत्वि उसे शांत करने कि कोशिश करते हुए कहती है "हा! मैं ने पहले भी बताया था ना!"
कोयल एक नजर ऋत्विक को देखते हुए टेबल पर जोर से हाथ मारते हुए कहती है "ऋत्वि मुझे सब कुछ बहुत अच्छे से याद है पर आज कल तुम इसके साथ कुछ ज्यादा ही घूम ने लगी हो! कही तुम दोनो डेट तो नही कर रहे हो?"
ऋत्वि एकदम से बोल पडती है "नही तो..."
कोयल अपनी आवाज तेज करती हुई पूछती है "तो क्या?"
ऋत्वि ऋत्विक के और देखते हुए कहती है "बताया ना हम सिर्फ अच्छे दोस्त है!" यह सुन ऋत्विक केक खाना छोड ऋत्वि को घूर ने लगता है।
कोयल पूछती है "अब इसका क्या मतलब हुआ? पहले दोस्त और अब..." कोयल अपनी बात पूरी कर पाती उस से पहले ही बाहर से कोयल कि फ्रेंड्स उसे बुलाते हुए कहती है "कोयल चलो वरना हम लेट हो जाएगे।"
यह सुन ऋत्वि कोयल से कहती है "तुम्हे जाना नही है!"
यह सुन कोयल ऋत्वि को घूर ते हुए कहती है "सच तो में उगलवा ही लूँगी समझ गई" और फिर ऋत्विक को खा जाने वाली नजरो से देखते हुए कहती है "और तुम इसके साथ ना ही घूमो तो तुम्हारे लिए अच्छा रहेगा" इतना कह कोयल पैराडाइस से निकाल जाती है।
कोयल के चले जाने के बाद ऋत्वि कहती हैं "मुझे लगा नही था कि कोयल यहा होगी!" इस पर भी ऋत्विक उससे कुछ नही कहता।
ऋत्वि उसके और कोयल के बारे में ऋत्विक को बताते हुए कहती है "कोयल जूनियर हाईस्कूल से मेरी बेस्टफ्रेंड है! कोयल बहुत बहादुर है तो पहले मुझे वो बहुत डरावनी लगती थी पर एक बार बात करते ही हम दोस्त बन गये! वो बहुत अच्छी है तुम्हे भी उससे दोस्ती करनी चाहिए!"
स्विटशोप से निकल ऋत्वि फिर से ऋत्विक को खिसते हुए अपने साथ बिच पर ले आती है। जही ऋत्वि पानी में खेल रही होती है और ऋत्विक किनारे बैठा उसे देख रहा होता है।
कुछ देर तक ऋत्वि को पानी से खेलता देख ऋत्विक किनारे से उठ ऋत्वि के पास जाते हुए पूछता है "क्या तुम अपनी बिमारी के बारे में कोयल को भी बताना नही चाहती?"
ऋत्वि अपने हाथो से पानी उछालते हुए कहती है "नही... वो बहुत हो सेंसेटिव है और शायद ये जान ने के बाद कि मैं मरने वाली हूं वो मुझे जब भी देखेगी पका रोने लगेगी इसलिए उसे ना बताना हि सही रहेगा"
इतना कह ऋत्वि फिर पानी अपने हाथों मे भरने लग जाती है लेकिन इस बार उसके हाथी में एक हरे रंग का चमकता पत्थर आ जाता है जिसे वो बडे ध्यान से देखने लगती है।
ऋत्विक उसे एसे देख पूछता है "क्या तुम सच में मरने वाली हो!"
ऋत्वि उस पत्थर को अपने दिल से लगा मुस्कुराते हुए कहती है "हा.. बिलकुल! " इतना कह वो हल्के से अपने पैरो से पानी उड़ाती आगे चलने लगती है। ऋत्विक भी अपने हाथो में ऋत्वि के जूते लिए असके पिछे-पिछे चलने लगता है।
ऋत्वि डूबते सूर्य को देखते हुए कहती है "बस तुम्ही हो जिसे में सब कुछ कह सकती हूं! शायद एक तुम्ही हो जो मेरी सच्चाई से रुबरू करा सकते हो! डॉक्टर सच्चाई बस दिखाते है और मेरे पेरेंट्स हमेशा ओवर रिएक्ट करते है! वो हमेशा उदास रहते हैं लेकिन मेरे सामने नोर्मल रहने का नाटक करते हैं। कोयल और बाकी लोग जान गये तो वो भी एसा ही करेगे!"
कुछ देर चूप रहने के बाद ऋत्वि अपने दिल पर हाथ रखते हुए कहती है "बस एक तुम्ही हो जो सच जानकर भी मेरे साथ हमेशा नोर्मल रहते हो!"
ऋत्विक उसकी बाते काफी गौर से सून राहा था लेकिन वो उससे कुछ कहता नही! बस चुपचाप उसकी बाते सुनता उसके पिछे पिछे चला जा रहा था।
ऋत्वि ऋत्विक कि और पलट मुस्कुराते हुए कहती है "इसलिए मुझे तुम्हारे साथ घूमने में बहुत अच्छा लगता है।"
इतना कह ऋत्वि कुछ दूर रखी बैंच के पास जा उस पर बैठते हुए कहती है "गर्मीयो कि भी अपनी ही बात है! है ना!"
ऋत्विक उसके जूते उसके पास रख पासी की दूसरी बेंच पर बैठ जाता है। ऋत्वि उसे शुक्रिया कह अपने पैरो से रेत साफ कर वापस जूते पहनते हुए कहती हे "इस बार गर्मीयो में मैं बहुत मजे करूगी, क्या पता ये मेरे लिए आखरी गर्मीयो का मोसम हो!"
ऋत्वि फिर अपनी बात बदलते हुए कहती है" गर्मीया कितनी अलग होती है ना! बिच, फटाके और फेस्टीवलस्, वो गर्मीयो में पल भर के लिए मिलना, वो गर्मीयो में खुशीया बाटना और वो गर्मीयो कि बचकानी हरकते!"
ऋत्विक डूबते सूर्य को देखते हुए ऋत्वि की बाते बड़े गौर से सुन रहा था।
ऋत्वि आगे कहती है "अब जब मैं हाईस्कूल में हूं तो मुझे एसे दो-तीन मौके ढूंढ लेने चाहिए।"
ऋत्विक उसे बिच में टोकते हुए कहता हैं "अगर सिधे सिधे कहा जाए तो तुम्हे अब एक बोयफ्रेंड चाहती है! है ना!"
इस पर ऋत्वि उससे कुछ नही कहती। ऋत्वि को यू चूप बेठा देख ऋत्विक पूछता है "अब क्या हुआ?"
ऋत्वि अपनी जगह से उठ ऋत्विक के पास जाते हुए कहती है "अगर मैं कहू कि मुझे चाहिए तो क्या तुम कुछ करोगे?"
ऋत्विक उसे हैरानी से देखते हुए पूछता है "क्या? मैं कुछ समझी नही!"
ऋत्वि मुस्कुराते हुए ना में अपना सिर हिलाते हुए कहती है "कुछ नही, मेरा कोई खास मतलब नही था!" और फिर समंदर कि और देखते हुए कहती है "अगर तुम मेरे हर बात का मतलब निकालते हो तो गलती तुम्हारी है!"
और फिर अचानक से ऋत्विक की और घूमते हुए उसे उँगली दिखा जैसे हुक्म दे लही हो कहती है "हमेशा किताबे पढना बंद करो और लोगो के साथ वक्त गुजारो"
इतना करह वो जोर-जोर से हँसने लगती है और ऋत्विक भी उसे एसे हँसता देख मुस्कुरा देता है।
To be continue....................