Shoharat ka Ghamand - 60 in Hindi Moral Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 60

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शोहरत का घमंड - 60

अपनी मॉम की बाते सुन कर आर्यन अपनी मॉम की तरफ देखने लगता है।

तब आलिया बोलती है, "नही नही... हम खुद चले जायेंगे"।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "तुम जिद बहुत करती हो और एक बार में बात भी नहीं मानती हो"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "बेटा रात हो रही है और तुम तीनो अकेली हो, और तुम तो जानती ही हो शहर का हाल, इसलिए जिद मत करो और चुप चाप चली जाओ आर्यन के साथ ये तुम्हे आराम से घर छोड़ कर आ जाएगा"।

तब आर्यन की मॉम आर्यन से बोलती है, "आर्यन तुम इन तीनों को इस कार में ले जाओ, मै ड्राइवर को कॉल करके दूसरी कार मंगवाती हू"।

आर्यन के पास बहाना बनाने का कोई ऑप्शन नही होता है और वो कार में जा कर बैठ जाता हैं और उसके बाद आर्यन की मॉम आलिया और उसकी बहन को भी कार में बैठा देती हैं और आर्यन से बोलती है, "आराम से ले कर जाना इन्हे"।

तब आर्यन बोलता है, "ओके मॉम"।

उसके बाद आर्यन कार स्टार्ट करता है और चला जाता हैं।

ईशा से चुप तो रहा जाता हैं नही। तभी वो बोलती है, "कितना अच्छा लग रहा है ना रात में, चारो तरफ अंधेरा ही अंधेरा और इतनी शांति"।

तब आलिया इशा को आंखे दिखाती है और बोलती है, "ईशा मुंह बंद करो अपना और चुप चाप से बैठी रहो"।

आर्यन को बहुत ही गुस्सा आ रहा होता है मगर वो चुप चाप आराम से कार चला रहा होता है।

उधर आलिया के पापा और मम्मी परेशान हो रहे होते हैं कि अभी तक उनकी तीनो बेटिया नही आई है "।

आर्यन आलिया से एड्रेड पूछते हुए उसके घर पर ले कर आ जाता हैं।

आलिया बैल बजाती है तभी अंदर से अबीर आता है। अबीर को देख कर आर्यन चोक जाता हैं और आलिया से बोलता है, "ये तुम किस के घर पर आ गई हो "।

तब ईशा बोलती है, "हम यही पर ही रहते हैं ऊपर वाले फ्लोर पर "।

तब आर्यन आलिया की तरफ देखने लगता है। तभी आलिया की मम्मी भी आ जाती है और आर्यन को देख कर चोक जाती है और उसे नमस्ते बोलती है, और आलिया से बोलती है, "तुम इनके साथ केसे तुम तो अबीर के साथ गई थी"।

तब आर्यन बोलता है, "वो अबीर इन्हे छोड़ कर आ गया था और ये लोग ऑटो का इंतजार कर रहे थे तो मुझे अच्छा नहीं लगा की इतनी रात मे ये अकेले कैसे जाएंगे तो मै इसलिए इन्हे खुद ही छोड़ने आ गया" ।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "बहुत शुक्रिया आपका, आइए ना आप अंदर आप बाहर क्यो खडे है"।

तब आर्यन बोलता है, "नही नही काफी रात हो गई है और अब मुझे चलना चाहिए, मैं तो बस इन्हे छोड़ने आया था"।

उसके बाद आर्यन चला जाता हैं।

घर में जाने के बाद अलिया की मम्मी बोलती है, "अबीर तुम्हे वहा पर अकेला छोड़ कर आ गया था और उसने मुझे कुछ बताया भी नही, बताओ मैं तो इतनी बेफिक्र इसलिए थी क्योंकि वो तुम्हारे साथ था "।

तब आलिया बोलती है, "मम्मी कोई जरूरी काम था इसलिए उसे आना पड़ा "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अगर आज मालिक का बेटा ना होता तो तुम तीनो कहा भटक रही होती इतनी रात मे "।

तब आलिया बोलती है, "नरेश अंकल हमारे साथ थे "।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "मगर अबीर को ऐसा नही करना चाहिए था, हमने उस पर भरोसा करके, तुम्हे उसके साथ भेजा था "

तब आलिया बोलती है, "मगर अब तो हम सही सलामत घर पहुंच गए हैं तो फिर आप इतना परेशान क्यो हो रहे हैं "।

तब ईशा और मीनू बोलती है, "हमे तो नींद आ रही है और अब हम सोने जा रहे हैं "।

उसके बाद आलिया भी कपडे बदल कर सो जाती है।


सुबह होती हैं.........

आलिया और उसकी बहने तैयार हो रही होती हैं और आलिया की मम्मी नाश्ता बना रही होती है।

उधर आर्यन भी तैयार हो कर ऑफ़िस के लिए निकल जाता हैं।

आलिया भी ऑफिस के लिए निकल जाती है।

आर्यन ऑफिस पहुंच जाता हैं अरुण वही पर ही बैठा रहता है और बोलता है, "भाई अब क्या हो गया है तुझे तूने अब मुझे इतनी सुबह सुबह क्यो बुलाया है................