Pyar ki Arziya - 23 in Hindi Women Focused by Mini books and stories PDF | प्यार की अर्जियां - 23

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प्यार की अर्जियां - 23

पापाजी , अब मन में सोचते हुए,"कुड़ी मैनू गल ना करी चल दिता सानू अप्पा वीच ऐ की , संदीप वीच कार ना हे फिर कि गल हो सकदी हे , कन्या पुत्तर मैनू ना मिलया सी ,कि गल होई ...!!

बेबे ," किचन से ही पापाजी को डांटते हुए चिल्लाती है ," अखा दुनिया नू गल कर दिता तो तैनू विश्वास होणा हे, होर मैनू गल कर दस दी सानू शक हो रिया सी ,ओह वाहेगुरु जी मैनू समझ नी आंदा मे कि करया सी ,इब तैनू ही इस गुरु जी समझा वेए ...!!

एयरपोर्ट में .....

"कन्या बहुत दुखी मन से चलते रहती है तभी वो किसी से टकराती है और चेहरे को देखकर आश्चर्य होती है ..

...... फिर उसे देखकर आश्चर्य से बोल पड़ती है...." मिहिका तुम यहां चंडीगढ़ में ...??

मिहिका - "हां मैं और तुम कहां जा रही हो इतने मोटे आंसू गिराते उदास होकर संदीप जीजू कहां है ..??

कन्या अब मिहिका को रोते हुए गले लगा लेती है और रोने लगती है...!!

मिहिका , कन्या के पीठ सहलाते हुए ,"क्या कनू दी बताओ मुझे मैं आपसे ही मिलने जा रही थी ,बोलो मुझे अच्छा नहीं लग रहा है संदीप जीजू कहां है ..?

कन्या - "वो नहीं है यहां..!!

मिहिका - "क्या यहां नहीं मतलब तो कहां है ,कनू दी चलो पहले हम बैठ जाते हैं फिर डिटेल से बताओ क्या हुआ,चलो वहां चेयर खाली है वहां बैठते हैं ,चलो ,, फिर दोनों अपने लगेज पकड़े चेयर पर जाते हैं और बैठते हैं , दोनों चेयर पर बैठ जाती है फिर पूछती है ,"अब बताओ आप यहां तो जीजू कहां है ...??

कन्या ,के आंखों से आंसू बहते ही रहते हैं फिर भी बोल पड़ती है ,"संदीप दिल्ली गया है मीटिंग के लिए मम्मी जी और पापाजी घर पर है , बेबे ने मुझे कहा की मैं घर से निकाल जाऊं हमेशा के लिए संदीप को तलाक दे दूं क्योंकि मेरा कैरेक्टर ठीक नहीं है, फिर रो पड़ती है फफक कर ...!!

मिहिका - "कैरेक्टर ठीक नहीं का क्या मतलब ...??

कन्या - "उन्हें मेरे अतीत के बारे में पता चल गई इसलिए वो मुझे उस घर के काबिल नहीं समझती है, अब और नफ़रत करती है मम्मी जी ने कहा कि अगर उसे पहले पता होता तो वो ये शादी होने नहीं देती ...!!

मिहिका - "और पापाजी ने भी यही कहा क्या ...??

कन्या - "नहीं ,जब पापाजी घर पर नहीं थे तभी मम्मी जी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे घर से निकाली और सारी बातों का भड़ास निकाली , ...!!

मिहिका - नहीं दी ऐसे ही आप उस घर से नहीं निकल सकती शादी किया है जीजू ने आपसे , बहुत प्यार और विश्वास करता है आपसे तो उसकी बेबे कौन होती है आपको घर से निकले ,चलो उठो घर चलते हैं और मैं उस मम्मी जी को बताती हुं मेरे कन्या दी को कैरेक्टर सर्टिफिकेट देने वाली वो कौन होती है ,मेरी दी उसकी हर बतमीजी सहती है तो वो घर से निकाल देगी चल दी उठ ...??

कन्या - "मुझे किसी से कोई लड़ाई नहीं करनी है मिहि मैं अप्पा के पास जाना चाहती हुं प्लीज़...??
मिहिका -"इसका मतलब आप अभी भी जीजू को प्यार नहीं करती ..??

कन्या - "मिहि कैसी बात करती हो , मैं भी संदीप से बहुत प्यार करती हूं पता नहीं अब उसके बगैर कैसे रहुंगी ...!!

मिहिका - "तो क्या "संदीप जीजू के गैरहाजिर में चले जाना ठीक है, दी उसे एक बार फोन करके बता कि घर पर क्या हुआ उसे...??

कन्या - "मिहि मैं ये भी नहीं कर सकती मम्मी जी ने संदीप के प्यार का कसम दी है मैं इसे नहीं तोड़ सकती..!!

मिहिका - "दी आप इतनी पढ़ी लिखी होकर भी कसम को मानती है ,कसम मम्मी जी ने दिया है तो वो जाने आपने थोड़ी ही कसम खाई है..??

कन्या - "मिहि मैंने कहा ना मैं मम्मी जी और संदीप के बीच झगड़े का कारण नहीं बन सकती वैसे भी मम्मी जी नाराज़ रहती है संदीप और पापाजी मेरे फेवर में खड़े रहते हैं तो ,चल बैंगलोर मुझे कुछ दिन के लिए शांति चाहिए फिर मैं क्या करूंगी सोचूंगी ...??

मिहिका - "जैसी आपकी इच्छा चलो उठो घर चलते हैं ... फिर दोनों बहन चल पड़ते हैं टिकट काउंटर पर....!!

रात को संदीप बेबे को फोन करता है ," बेबे पैरीपैन जी ,,

बेबे -"जीवंदा रह पुत्तर ...!!

संदीप - "बेबे कन्या किथे से मेरी फोन नहीं उठा रही है...??

बेबे - "संदीप पुत्तर कन्या की फ़िक्र ना कर तुसी सानू कर वीच हे ना तैनू काम में लगा मन है जी चल फोन रख मैनू नींद आ रिया सी..??

संदीप - "बेबे एक मिनट फिर फोन रख देना कन्या अगर किचन में होगी तो बोल दो मैं फोन कर रहा हुं उसे वो फोन पर बात करें ठीक है अब फोन रखता हुं ...

कहानी जारी है...