Shoharat ka Ghamand - 49 in Hindi Fiction Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 49

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शोहरत का घमंड - 49

आर्यन नशे में धूत रहता और सामने उसके डैड आ कर खडे हो जाते हैं। आर्यन अपने डैड को सामने देख कर घबरा जाता हैं और बोलता है, "डैड आप इस टाइम यहां पर"।

तब आर्यन के डैड गुस्से में बोलते है, "जब बेटा ऐसी हरकते करता है तो फिर बाप हो भी ना चाहते हुए भी ऐसी जगह पर आना पड़ता है, चलो घर "।

उसके बाद आर्यन का दोस्त उसे छोड़ देता है और आर्यन का बैलेंस बिगड़ जाता हैं और वो गिरने ही वाला होता है तभी उसके डैड उसे पकड़ लेते है और बोलते हैं, "बेटा इस उम्र में तुम्हे मुझे संभालना चाहिएं, मगर अफसोस की मै ही तुम्हे संभाल रहा हूं"।

उसके बाद माया और आर्यन के डैड उसे कार में बेठाते हैं और घर ले जाते है।

उधर आलिया के घर में सभी खाना खा लेते हैं। तब आलिया बोलती है, "किसी को और कुछ भी चाहिए तो मुझे बता दो"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अब कुछ भी नही चाहिए, दो दो दिन, मार्केट गए हैं, अब कोई कही पर भी नही जायेगा"।

तब मीनू और ईशा बोलती है, "हा अब हमे भी कुछ नहीं चाहिए, जो लेना था वो ले लिया है"।

तब आलिया बोलती है,"अच्छा तो फिर ठीक है अब मैं सोने जा रही हूं क्योंकि मुझे सुबह ऑफिस भी जाना है"।

उसके बाद आलिया जा कर सो जाती हैं।

उधर माया और आर्यन के डैड उसे घर में ले कर जाते है।

घर जाते ही आर्यन की ऐसी हालत देख कर उसकी मम्मा घबरा जाती है और बोलती है, "क्या हुआ मेरे बेटे को आप दोनो इसे ऐसे क्यो ला रहे हो"।

तब आर्यन के डैड गुस्से में बोलते हैं, "आपके बेटे को कुछ भी नही हुआ है, ये अभी नशे में चूर है और खुद से चलने की हिम्मत नही है इसके अंदर, तभी हम इसको इस तरह ले कर आ रहे हैं"।

उसके बाद आर्यन के डैड और माया आर्यन को उसके कमरे मे ले कर चले जाते है और उसे उसके बेड पर लेटा देते है। उसके बाद माया वहा से चली जाती हैं और आर्यन की मम्मा वही आर्यन के पास बैठ जाती है और बोलती है, "ये कब सुधरेगा?????

तब आर्यन के डैड बोलते है, "जब हम मर जाएंगे तब "।

तब आर्यन की मम्मा बोलती है, "मुझे नही लगता है कि ये माया के साथ पूरी जिंदगी बिता लेगा "।

तब आर्यन के डैड बोलती है, "बिलकुल सही लगता है आपको"।

तब आर्यन की मम्मा बोलती है, "तो फिर आप कुछ करिए ना "।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "मैं क्या करु, मेरी बात ये मानता ही कहा है"।

तब आर्यन की मम्मा बोलती है, "तो फिर क्या इसे हम यू ही छोड़ दे"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "कल ही इसे आप अपने घर भेज दीजिए और अपने घर वालों को बोल दीजिए की, अब इसे सुधार कर ही वापस यहां पर भेजे, वरना तो ना भेजे"।

ये बोल कर आर्यन के डैड वहा पर से चले जाते है और आर्यन की मम्मा वहा पर बैठ कर रोने लगती हैं........