Rahashymai Haweli - 3 in Hindi Horror Stories by गुमनाम शायर books and stories PDF | रहस्यमई हवेली - 3

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रहस्यमई हवेली - 3

शगुन रोहन से कहती है शायद थकान की वजह से और नींद भी आ रही होगी आपको,...रोहन सोचता है और सर हिला कर कहता है शायद हा,ऐसा ही हुआ होगा,...रोहन पानी से अपना मुंह धोता है और फिर से कार स्टार्ट कर के हवेली की और बढ़ने लगता है।

कुछ दूर ही पहुंचता है के अचानक कार खराब हो जाती है.रोहन बार बार स्टार्ट करने की कोशिश करता है कार स्टार्ट नही होती। रोहन परेशान हो जाता है।

रोहन कार से बाहर आ जाता है और बोनेट खोल कर देखता है उसके पीछे शगुन भी उसके साथ आ जाती है और मोबाइल की लाइट जला कर देखते है और कार ठीक करने की कोशिश करते है।

कार के रेडिएटर से धुआं आने लगता है तो रोहन थोड़ा पानी रेडिएटर मैं डाल देता है इतने मैं रोहन देखता है एक बुढ़िया जिसके सफेद चमकते बाल हाथ में लाठी और थोड़ा झुक कर चलती हुई उसकी और आ रही है।

रोहन शगुन को कहता है के ये बुढ़िया हमारी तरफ आ रहे है ये यहां आए तो इनसे पूछता हु यहां कोई मेकानिक मिलेगा या नही.. रोहन और शगुन देखते है के वो बूढ़ी औरत नजदीक आते आते अचानक गायब हो गई।

शगुन को पसीना आने लगा वो घबरा गई और वो याद करने लगी उस पागल की बात को जिसने कहा था सब मरेगे एक एक कर के सब मरेगे।

शगुन रोहन से कहती है के हम वापस चले जाते है मुझे कुछ सही नही लग रहा है। एक के बाद एक हमारे साथ कुछ ना कुछ हादसा हो रहा है.....मुझे कुछ सही नही लग रहा। वो बहुत कोशिश करती है रोहन को मनाने की लेकिन रोहन नही मानता है। शगुन की इतना डरा सहमा देख कर रोहन कहने लगा के हमारा वहम हो शायद या वो कही जंगल मैं निकल गई हो शगुन बोलती है नही में उसे देख रही थी वो अचानक नजरो से ओझल हो गई।

रोहन अकेले बच्चो और शगुन को छोड़ के भी कही जा नही सकता था क्यों के रास्ते मैं अंधेरा बहुत था और कार जंगल मैं खराब हुई थी,,और रोहन बच्चो और शगुन को अकेले नही छोड़ सकता था
इसलिए रोहन मदद के लिए रास्ते के हर तरफ देख रहा था... के कही से कोई आए और रोहन की मदद करे।

थोड़ी देर बाद अचानक से सामने से जीप आती है और रोहन शगुन इनसे हेल्प मांगते है..जीप वाला अपनी जीप रोक देता है......और नीचे उतर कर पूछता है किया हुआ. रोहन कहता है अचानक कार चलते चलते बंद हो गई...जीप वाला कार देख लेता है और ठीक कर देता है।

अचानक जीप वाला रोहन से पूछता है कहा जाना है आपको तो रोहन कहता है के हमारी पुरखो की हवेली में,तो जीप वाला भी हक्का बक्का हो जाता है और बोलता है वहां मत जाओ वापस चले जाओ वो हवेली ठीक नही। वो हवेली कई सालों से बंद पढ़ी है और वो जीप वाला कहता के मैने सुना है वहा कुछ हत्या भी हुई है।

शगुन बहुत डर जाती है और जीप वाला ये बोल कर चला जाता है शगुन रोहन से कहती है के वापस घर चलते है मुझे ठीक नही लग रहा.तो रोहन कहता है के अरे ऐसा कुछ नही.ये सब हमारी प्रॉपर्टी हड़पने के लिए कहानी बना रहे है.ताकि हमारी प्रॉपर्टी हड़प कर ली जाए या सस्ते मैं बेच दे हम।

रोहन जैसे तैसे शगुन को मना लेता है और फिर दोनो कार मैं बैठ जाते है और हवेली की और बढ़ने लगते है..जोर जोर से हवाएं चलने लगती है.पेढ के पत्ते बिखर कर कार के आगे की शीशे से टकराने लगते है,जैसे कोई तूफान आया हो और फिर हमने देखा के हवेली कुछ दूरी पर है. हमे हवेली दिखाई दे रही थी।

आगे का जानने के लिए मेरे साथ बने रहे
आगे की स्टोरी में