.... लियोरा POV ….
मुझे मेरे हिस्ट्री टीचर से नफ़रत हैं, और सच मानिए ये जरा भी सहनीय नहीं हैं ,
मेरा खून खौलता हैं जब भी वो मेरे आसपास होते हैं , अब ये नफ़रत उस मुक़ाम तक पहुँची हुई हैं, की मेरा हमेशा दिल करता हैं -
अपने दोनों हाथों से उनका गला दबाकर उनकी सारी अकड़ की हवा बाहर निकालू।
दिल करता हैं कि ,उनके कुर्सी में एक बड़ा सा गोंद का गोला चिपकावुँ और उनकी कड़क इस्तरी किए हुए फॉर्मल पैंट को ख़राब कर दु ,
या उनके BMW गाड़ी के टायरों को पंचर करके उनके चमकदार ब्लैक गाड़ी पर नुकीली चाभी खींच दु !!
ओह माय गॉड ! ये सोचते हुए भी मुझे कितना मज़ा आ रहा हैं।
आप सोच रहे होंगे ये कुछ ज़्यादा ही हो गया ?
पर नहीं, सच मानिए वो इंसान ऐसे ही हैं, अगर आप मेरी जगह होते आप भी शायद इतनी ही नफ़रत करते ।
क्यों की वो सनकी हैं ,अन्नोयिंग हैं , घमंडी हैं ।
वो तीस के आसपास दिखते हैं पर वो एक बुड्ढे से भी कई गुना ज़्यादा सनकी हैं,
उनका पर्सनालिटी काफ़ी मस्क्युलार हैं । जेट ब्लैक कलर के उनके बाल हैं,
चॉकलेटी आँखें हैं जिनके अंदर भूरे रंग की छोटी छोटी चिंगारियाँ हैं।
और जो भी उनके कपड़े इस्त्री करता हो उसको तो पुरस्कार देना चाहिए ।
मैंने कभी उनको एक से अधिक बार कोई शर्ट या पैंट दोहराते हुए नहीं देखा हैं ।
मैं मानती हूँ वो दिखने में अच्छे हैं , पर उनके व्यक्तिमत्व के सामने वो कुछ काम का नहीं ।
उनके व्यक्तित्व से गंदी बू आती हैं हमेशा और जब में बोल रही हूँ गंदी बू ,
तो मेरा मतलब ये हैं की कुत्ते की पॉटी के ढेर में पैर रखने जैसी बदबू ।
मिस लियोरा!?.......
वो अपने आप को क्या समझते हैं ? जापान का हिटलर??
और उनके बाल इतने चमकदार क्यों हैं ?
मुझे कोई आच्छर्य नहीं होगा अगर उन्होंने आज सुबह अपनी हेयर जेल की बॉटल ख़ाली की होगी तो ।
मुझे मेरे हिस्ट्री टीचर, मिस्टर मैथ्यूज़ से नफ़रत हैं।
कैसे वो जब हर लेक्चर की दौरान पूरे क्लासरूम में घुमा करते हैं , स्टूडेंट्स की नोटबुक्स में झांकतें हैं ,
स्टूडेंट्स के फुसफुसाके किए हुए गॉसिप को सुनने की कोशिश किया करते हैं।
पर क्यों ? क्या उनकी कोई निजी ज़िंदगी नहीं हैं ?
उनकी कोई बीवी या गर्लफ्रेंड नहीं है ?
उन्हें कोई मिलनी चाहिए, शायद तभी ये इतने जिज्ञासु नहीं होतें।
मिस लियोरा ब्रुक्स !????
अचानक से मेरे बग़ल में बैठी हुई क्रिस्टीना ने मुझे अपने हाथों के कोहने से झटका दिया,
और मैं अपनी ख़याली दुनिया को छोड़कर होश में आई ।
और महसूस किया कि मैं पूरे क्लास के अंदर मैं स्पॉटलाइट में हूँ, पूरा क्लास मेरी तरफ़ देख रहा हैं , इसमें मिस्टर सनकी मैथ्यूज़ भी शामिल हैं, जो इस समय अभी गठीले मस्क्यूलर हाथों को अपने छातीं पर मुड़े हुए थे, हाथों की नसें , उनकी गोरी त्वचा के नीची उभरी हुई दिख रही हैं ।
मैंने अपने हाथों को चबाया, अपने ड्रेस को ठीक किया और अजीब तरह से अपनी आँखें झपकातें हुए पूछा
“ हाँ? “
“वो कौन था जिसने फ़्रांस की क्रांति का नेतृत्व किया ?” उन्होंने सवाल पूँछा
क्या ?? हम अभी इस टॉपिक के ऊपर थे ?? हम शायद अभी सिविल राइट्स मूवमेंट्स के बारे में पढ़ रहे थे ना ?
जब मैं क्रिस्टीना की खुली हुई किताब में जवाब ढूँढने की कोशिश कर रही थी मैं एक नंबर की भोंदू और मूर्ख दिखाई दे रही थी। जब क्रिस्टीना ने मेरे बाद मिस्टर मैथ्यूज़ को देखा उसके आँखों में मैंने डर देखा ।
मैंने यह नहीं कहा था कि आप किसी किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं मिस लियोरा।?
उन्होंने चिल्लाकर बोला, और मुझे यक़ीन हैं की उनको सिर्फ़ क्लास ने नहीं बल्कि पूरे देश ने सुना होगा
“मुझे नहीं पता प्रोफ़ेसर।”
ये बोलकर, काँपते हाथों से, अपने होठों को कसकर दबाते हुए मैं सीट पर वापस बैठ गई ।
ये सुनकर उनकी आँखें और गहरी हो रही थी, मेरे तरफ़ देखते हुए वो अपने जबड़े को कस कर सिकोड़ रहे हैं ।
मुझे नहीं पता ये इंसान मुझसे इतनी नफ़रत क्यों करता हैं ?
सेमेस्टर के पहेले दिन से ही उन्होंने मेरे ऊपर ग़ुस्सा होना चालू किया था, हालाँकि ये भावना दोनों तरफ़ म्यूच्यूअल हैं तब से जब उन्होंने पहली बार मेरी मॉम को फ़ोन करके मेरी कंप्लेंट की थी मैंने मेरी असाइनमेंट पूरी नहीं की हैं ।
और तब से मुझे उनके हिम्मत से नफ़रत हो गई हैं ।
मिस्टर मैथ्यूज़ अब मेरे पास आ रहे थे , उनके हर एक कदम में तानाशाही झलक थी। वो मेरे बेंच के सामने आकर रुके, और मैंने अपनी गर्दन ऊपर की तरफ़ घुमायी उन्हें देखने के लिए, अब मेरी बड़ी नीली आँखें उन्हें घूर रही हैं ।
वह इतने लंबे हैं, कम से कम छह फीट के तो होंगे, उनके शरीर की बनावट काफ़ी मज़बूत और भारी भरकम हैं ।
उनके शर्ट आस्तीनें उनके कोहनीयाँ के ऊपर की ओर मुड़ी हुई हैं, जिसने उनके भारी भरकम हाथ दिखाई दे थे वो अब मेरे बेंच ज़ोर देकर पर टिके हुए थे ।अब उनकी पर्फ़्यूम की गंध मुझे आने लगी थी ।
क्रिस्टीना और बाक़ी के स्टूडेंट्स डरे हुए हम दोनों को देख रहे थे,
मिस लियोरा अगर आप , मेरे क्लास में ध्यान नहीं दोगे तो , प्रिंसिपल को रिक्वेस्ट करते हुए, आपको दूसरे क्लास में शिफ्ट करने के अलावा मेरे पास और कोई विकल्प नहीं होगा। और मुझे वो करने की मजबूर मत कीजिए।
ये बोलते हुए, उनकी हल्की गर्म साँसे मेरे चेहरे पर टकरा रही थी। यह कहते हुए उनकी आवाज़ धीमी थी जैसे वो नहीं चाहते ही ये सब पूरा क्लास सुने ।
और मुझे ऐसे स्टूडेंट्स पसंद नहीं हैं जो परीक्षा में पास होने के बजाय मेरे क्लास में ध्यान नहीं देने में ज़्यादा इंटरेस्टेड हैं । क्या ये आपको समज में आ रहा हैं , मिस लियोरा?
मैंने एक लंबी साँस ली, ये सच हैं कि मैं बाक़ी स्टूडेंट्स से ज़्यादा होशियार नहीं हूँ । पर मैं कोशिश करती हूँ ।
लेकिन हर दिन अगर आपको ये याद दियाला जाये की आप अछा परफॉर्म नहीं कर रहे हो या आप मूर्ख हो पढ़ाई में होशियार नहीं हो।
तो ये किसको अच्छा लगेगा ?