Contract Marriage - 22 in Hindi Love Stories by Mini books and stories PDF | कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 22

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कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 22

अक्षा देखी रणविजय रावत गाड़ी में बैठा है वो गाड़ी के अंदर आई तो सिराज ने गाड़ी का दरवाजा बंद किया और दोनों में बातचीत शुरू हुई...

रणविजय ने कहा " अक्षा पंडित जी ने मुझे तुम्हारे बारे में पूछें तो मैं क्या जवाब दूंगा कि मैं उसको दिया हुआ वचन निभा नहीं पाया और अक्षा के साथ एक घटना हुई जिसके वजह से वो अकेले रह रही है....


अक्षा ने सिर हिला कर गहरी सोचकर बोली "आपको कुछ भी बताने कि जरूरत नहीं है मेरे पास भी उनका फोन नंबर है अगर दादू का फोन आता है तो मैं भी कुछ नहीं बताऊंगी सिम्पल..!!

रणविजय हल्का सा मुस्कुरा दिया और बोला " मिस अक्षा एक बता दूं कि "I don't lie to anyone ...तो
मैं पंडित जी से क्यों झूठ बोलूं अगर तुम मेरे पास नहीं हो तो कैसे बोल दूं कि तुम ठीक हो मेरे पास हो आखिर तुम्हारा मेरा रिश्ता भी है हसबैंड वाइफ कि इसलिए और झूठला नहीं सकता..!!

अक्षा झल्ला गई रणविजय कि बात सुनकर फिर बोली " ठीक है झूठ नहीं बोल सकते , फिर मैं वापस आई और आप फिर बिजनेस के लिए बाहर चले गए और वो आदमी फिर से आकर बतमीजी किया तो मुझे विश्वास नहीं कि मैं आपके घर पर सेफ हुं इसलिए कुछ वक्त चाहिए आपके पास आने के लिए , उसने मुंह बिचकाकर बोली और विंडो के तरफ देखने लगी...!!

रणविजय फिर मुस्कुरा दिया और कहा " ठीक है मैं कुछ वक्त देता हुं तुम्हें , लेकिन अब विक्रम तुम्हें परेशान नहीं करेगा अगर कुछ किया उसने तो उसे आफ्रीका के रेगिस्तान में छोड़ दूंगा..और तुम्हे कितना वक्त दूं ये भी बता दो...

अक्षा के लिए मुश्किल था बोलना कि उसे कितना वक्त दे पर अभी तो बिल्कुल नहीं लौटेगी उसके पास फिर भी बोलना तो पड़ेगा फिर बोली " एम्म... वक्त एक्वारेट बोलना मुश्किल है पर कोशिश करूंगी जल्दी आने कि लेकिन आप मुझे जोर मत देना लौटने कि ...


रणविजय फिर सवाल किया "और तुमने अपनी बात नहीं रखा , मुझे इंतजार करवाई तो मुझे मजबूरन जबरदस्ती से तुम्हें लाना होगा अपने पास और मुंबई के बड़े बड़े चौंक चौराहों पर बड़ी बड़ी होर्डिंग लगवा दूंगा मिस्टर रणविजय कि लीगल वाइफ मिसेज अक्षा रणविजय रावत का वो भी हमारी शादी के फोटो लगाकर सबूत के तौर पर ठीक है..!!

अक्षा फिर भड़क गई और आंखें सिकोड़ कर बोली " This is to mach मिस्टर रणविजय रावत आप ऐसा करने कि सोची तो मैं डिवोर्स फाइल कर दूंगी समझे आप ..!!

रणविजय ने हंसकर कहा "हाहाहाहाहा... क्या तुम्हें लगता है कि मैं आसानी से तुम्हें तलाक दूंगा और वो पंडित जी के जमीन ..उस पर भी मेरा अधिकार है तुमसे शादी करने के बाद पंडित जी ने तुम्हारा और मेरा नाम उस जमीन पर कर दिया है तो आसानी से तुम मुझसे पीछा नहीं छुड़ा सकती ....

अक्षा और गुस्सा हुई और बोली " भाड़ में जाओ तुम और वो जमीन आप कुछ भी कर लो मैं वापस अब तो बिल्कुल नहीं आऊंगी गुड बाय फिर से दोबारा मत मिलना आप मुझे , आपसे मिलने में कोई इंट्रेस्ट नहीं है मुझे ...वो गाड़ी कि दरवाजा खोलने लगी तो...

रणविजय ने कहा मुस्कुराते हुए " ठीक है तुम कोशिश कर लेना ना मिलने कि लेकिन मुझे लगा कि मुझे तुमसे मिलना चाहिए तो मैं जरूर आऊंगा मिलने ..उसने शांति से कहा...!!

अक्षा रणविजय कि बात सुनते बाहर निकली और दरवाजा जोर दार लगाया तो दरवाजा लगते हुए जोर से बजा और रणविजय ने मुस्कुरा कर अपनी एक कान पर उंगली करके बंद किया और बोला " अक्षा ...अक्षा तुम सचमुच सबसे अलग हो... तभी उसे याद आया और अपनी पॉकेट में रखे गिफ्ट को ऊपर से छुआ और गाड़ी का दरवाजा खोलकर और आवाज दिया जाते हुए अक्षा को देखकर " अक्षा रुको प्लीज़...

अक्षा रणविजय कि एक आवाज में रुका शायद वो मान गया कुछ फिर वो पलटकर देखी तो रणविजय पास आ रहा था..!!

रणविजय अक्षा के करीब आया और अपने टक्सीडो के कोट के जेब से एक गिफ्ट निकाला और देते हुए कहा" ये मैं सिंगापुर से खास तुम्हारे लिए लाया था ये रखो ...!!

अक्षा आश्चर्य से देखी गिफ्ट को फिर रणविजय को देखकर बोली " ये क्या हैं ...


रणविजय ने अक्षा के हाथ पकड़कर हथेली पर रखते हुए बोला " अपने कमरे में जाओगी तो देख लेना ..!!

अक्षा ने कहा "अगर ये महंगी गिफ्ट है तो मैं नहीं रख सकती इसे...!!

रणविजय ने कहा " नहीं ये महंगी नहीं है और वैसे भी दिल से लाया गया गिफ्ट को तौला नहीं जाता अब जाओ अपने कमरे में वहां देख लेना ..!!

शाम हो रही थी लोग बालकनी में और आते जाते इन्हीं लोगों को देख रहे थे इसलिए अक्षा जल्दी से हॉस्टल अंदर गई
फिर रणविजय भी अपने गाड़ी में आकर बैठा और गाड़ी को सिराज स्टार्ट किया फिर वहां से निकल गया....

अक्षा ऊपर कमरे में आई और रणविजय का गिफ्ट बिस्तर पर फेंक दिया और वाशरुम चली गई ...!!

हिना मिरर पर टावेल से अपने फेस साफ कर रही थी फिर अक्षा का झल्लाहट भरी चेहरा देखी तो कुछ नहीं बोली लेकिन बिस्तर पर फेंकी गिफ्ट को देखने आई और उठाकर देखा उल्ट पलट कर देखी फिर पढ़ा Dream catcher फिर उसने निकाली और देखने लगी वो बहुत ही खूबसूरत था हिना बिस्तर से खिड़की के पास आई तो उसकी मधुर आवाज आई हवा के झोंके चले और ड्रीम कैचर हिले तो ...

अक्षा बाथरूम से बाहर आई और हिना को बच्चे जैसे खिलखिला कर हंसते देखी फिर ड्रीम कैचर पर नजर गई उसे भी बेहद खूबसूरत लगा वो पास आई और बोली " वाव बहुत खूबसूरत है तुम्हारा ड्रीम कैचर क्या मैं भी इसे देख सकती हुं...!!


हिना ने फिर हंसकर बोली" अरे ये मेरा नहीं है तुमने जो गिफ्ट बिस्तर पर फेंक कर गई थी उसी को उठाकर देखी तो ड्रीम कैचर था ये लो ये तुम्हारा ही है "क्या इसे रणविजय ने दिया है..!!


अक्षा के चेहरे पर सहसा मुस्कान बिखर आई और सिर हिलाते बोली " हां उसी ने दिया है फिर उसने ड्रीम कैचर को लिया और प्यार से देखने लगी और रणविजय कि बात याद आई "मुझे इंतजार करवाई तो मुझे मजबूरन जबरदस्ती से तुम्हें लाना होगा अपने पास और मुंबई के बड़े बड़े चौंक चौराहों पर बड़ी बड़ी होर्डिंग लगवा दूंगा मिस्टर रणविजय कि लीगल वाइफ मिसेज अक्षा रणविजय रावत का वो भी हमारी शादी के फोटो लगाकर सबूत के तौर पर ठीक है....एम्म हूम्म......


रणविजय गाड़ी में बैठे अक्षा के बारे में सोचते हुए मुस्कुरा रहा था और मन में बड़बड़ाया "ना जाने क्यूं अक्षा के बारे में कुछ ज्यादा ही सोचने लगा हुं वो घर पर नहीं है तो कमी महसूस हो रही है ये कैसा एहसास है .....

सिराज ने फ्रंट मिरर पर रणविजय को देखकर बोला " प्रेसिडेंट रणविजय गाड़ी कहां ले जाऊं .... रणविजय नहीं सुना फिर दोबारा बोला " प्रेसिडेंट रणविजय गाड़ी कहां ले जाऊं ऑफिस या घर ...

रणविजय का तंद्रा टूटा और बोला" ऑफिस ले चलो



रात नौ बजे हिना और अक्षा मेस से डिनर करके अपने कमरे में आई और सोने कि तैयारी करने लगी तभी अचानक लाइट ऑफ हो गई हॉस्टल के सभी कमरे अंधेरे में डूब गई तो सारे स्टूडेंट्स हल्ला करने लगे... फिर उसी अंधेरों में खिड़कियों पर पत्थरबाजी सड़े टमाटर अंडे मारना चालू हो गई , सारे कमरों में लड़कियां ही थी जो पत्थरबाजी से डरने लगी और माहौल एकदम शांत हो गया सिर्फ पत्थरबाजी कि शोर थी ..

कुछ देर तक अंडे वा टमाटर फेंकना शुरू रहा ...

कुछ लड़कियां ने हिम्मत किया और वॉर्डन को सारी चीजों से अवगत कराने नीचे आई तो यहां भी बिजली बंद थी और हॉस्टल के मेन डोर को सामने से बंद कर दिया गया था...

वॉर्डन वॉचमैन और सिक्योरिटी गार्ड को आवाज देते रही कोई रिस्पांस नहीं मिला और पत्थर मार मार कर सारी खिड़कियों के कांच फूटने कि आवाज गुंज रही थी वॉर्डन ने लैंडलाइन पर फोन लगाया पर लैंडलाइन कि तार भी कट चुकी थी फिर उसने अपने स्मार्टफोन पर मैनेजमेंट को शिकायत दर्ज करा दी और मदद के लिए पुलिस स्टेशन फोन किया ...

थोड़ी देर में

पुलिस गाड़ी कि सायरन बजते आई तो पत्थर मारना बंद हुआ ...

पुलिस कि गश्ती टीम हॉस्टल वाली अपार्टमेंट में आया तो सिक्योरिटी गार्ड को बेहोश पाया फिर पुलिस के टीम के कुछ ऑफिसर ने दरवाजा खोला और शिनाख्त के लिए वॉर्डन से बात करने हॉस्टल के लॉबी में आए वहां वॉर्डन कुछ स्टूडेंट्स के साथ थी कुछ पुलिस टीम बाहर हॉस्टल के बिजली के ट्रांस्फार्मर गया और वहां से स्वीच ऑन किया तो सारी हॉस्टल कि लाइट आ गई...

पुलिस ऑफिसर ने स्टूडेंट्स और वॉर्डन से पूछताछ किया और पुलिस टीम के एक दल आसपास के एरिया खोजबीन करने गए ...

हिना और अक्षा सहम कर बैठी थी उनके कमरे के दरवाजा नॉक हुआ और वो लोग डरते हुए पूछा तो स्टूडेंट्स ने अपना नाम बताया वो दोनों बाहर आई और नीचे गई

पुलिस को हॉस्टल दीवार पर पम्पलेट जैसा सफेद कागज पर कुछ लिखा मिला पुलिस ऑफिसर नाम लेते आया " यहां अक्षा कौन है ..

हिना और अक्षा के तरफ दूसरे स्टूडेंट्स ने इंगित किया उंगली दिखाकर ..

पुलिस ने कहा "अक्षा तुम्हारे नाम पर ये धमकी लिखा है,उसने आगे पढ़कर बोला" इसमें लिखा है अक्षा देसाई तुमने गाने से मूव ऑन नहीं किया तो और परेशान करेंगे आज हम ट्रेलर दिखा रहे हैं तुम्हारा शुभचिंतक... फिर पुलिस ने अक्षा से पूछा " तुम बता सकती हो ये किसकी हरक़त है ..??


अक्षा ने कहा डरते हुए" जी...जी जानती हुं वो सक्षम खुराना है जो आज दोपहर को भी धमकी दिया था ... फिर उसने सारी बात पुलिस को बताई ..!!


पुलिस ने सीधे ही मैनेजमेंट से बातचीत किया और पुलिस स्टेशन आने को बोलकर चले गयी ...

सारे स्टूडेंट्स और हिना अक्षा बहुत डरी हुई थी और तंज भरे शब्दों में बोलने लगी..
एक स्टूडेंट ने कहा " मैडम ये लड़की अक्षा यहां रही तो हमें ऐसे ही परेशानी झेलनी होगी इसलिए आप इसे यहां ना रखें ..

दूसरे स्टूडेंट्स ने कहा" हां मैडम रूही बिल्कुल सही बोल रही है और वैसे भी ये हिना के साथ रहती है इसने हॉस्टल नही लिया है अगर ये यहां रही तो हम सबको हॉस्टल छोड़ना होगा....इन दोनो लड़कियों के साथ सभी स्टूडेंट्स कि सुर एक हो गए...

वॉर्डन को बात सही लगी और बोली " अक्षा तुम्हें अब यहां से जाना होगा क्योंकि तुमने हॉस्टल नही लिया है और अपने फ्रेंड के पास हो मैनेजमेंट पर बात जाएगी तो मुझे नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है इसलिए तुम चली जाओ..


दरवाजा खटखटाया और सभी ने दरवाजे के तरफ देखा तो मिस्टर माणिक मल्होत्रा था उसने सबकी बातें सुन लिया था शायद फिर उसने अपने त्योरियां चढ़ कर बोला " आप लोगों को एक घटना के वजह से इतना डरा दिया कि एक बेसहारा लड़की को निकालने कि सोच रहे हो ...

कहानी जारी है..


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जय श्री कृष्णना 🙏