जैसा की आपने पीछे पढ़ा होगा की 4रो दोस्त कही बाहर घूमने का प्लान बनाते हैं तभी उनमें से एक बोलता हैं की हम कही डरावनी जगह जा कर एडवेंचर करेंगे और मजा आ जायेगा , तभी उनमें से पिंकू बोलता हैं की यार हम इससे अच्छा मंदिर चले जिससे हमारा मन शांत और खुश रहेगा ।
वैसे भी मुझे भूतो से डर लगता हैं इसलिए हम डरावनी जगह नही जायेगे । और सभी दोस्त पीकू की बात मानकर गोगामेड़ी धाम के लिए जाने के लिए मान जाते हैं
फिर अगले दिन सभी अपने प्लान के मुताबिक जाने के लिए तैयार हो जाते हैं और हल्का नाश्ता करके घर से 6 बजे की रवानगी लेते हैं ।
कुछ देर बाद चलते है। सभी घर से , उनमें मीत तो गाड़ी चला रहा होता हैं ओर साथ में कुछ एडवेंचर करने के बारे में सोचता हैं और उसकी साइड में उसका दोस्त मोनू बैठा रहता हैं । और दोनो प्लानिंग करने लगते है की हमे पिंकू को डराकर उसके में लेने हैं ।
इस तरह से सभी दोस्त हंसी मजाक करते हुए गाड़ी में जा रहे होते हैं तभी अचानक मोसम खराब हो जाता हैं और आधी तूफान आने लगता हैं जैसे की अभी बारिश होगी ।
उसके बाद सभी दोस्त बात करते हैं की अरे मौसम खराब होने से पहले हम कही होटल वगेरह मिल जाए तो अच्छा रहेगा ।
कुछ देर बाद उनकी सुनसान राह पर गाड़ी खराब हो जाती हैं और उस रास्ते पर उन चारों के अलावा सिर्फ पेड़ पौधे थे । हर तरफ सन्नाटा छाया हुआ था , उसके बाद 4रो दोस्त गाड़ी से बाहर निकल जाते हैं और सोचते हैं की अब क्या किया जाए । तभी वहा डरावनी अजीब सी आवाजें आनी लगती हैं जिसे सुनकर सभी डर जाते हैं और मीत मोनू से कहता हैं की मोनू सारी तेरी गलती हैं तेरी वजह से हम यहां फस गए हैं , तेरी खटारा गाड़ी चलने का नाम ही नही ले रही हैं । साले कंजूस कही के , लगता हैं तुमने सर्विस नही करवाई होगी । तभी मोनू मीत से कहता हैं की चुप कर मीत , गलती तो तेरी हैं अगर तुझे गाड़ी चलाना नही आता तो क्यों चलाता हैं । तेरे कारण हम इस जगह आ फसे हैं और उल्टा तुम मुझ पर ब्लेम लगा रहे हो ।
इस तरह मोनू और मीत एक दूसरे से झगड़ा करने लग जाते हैं और दूसरी तरफ वहा सनाटा होने के बावजूद अजीब अजीब आवाजे आ रही थी और यह उनको और भी भयभीत कर रही थी की हमे बाहर जाने का प्लान नही बनाना चाहिए था। साथ में मौसम खराब और आधी तूफान रुकने का नाम नही ले रहा था।
उधर पिंकू डर रहा था और उन 3 नो से कहता हैं की यार जल्दी से यहां से निकालो मुझे , मुझे बहुत डर लग रहा हैं और तुम दोनो यहां लड़ाई करने बैठ गए आपस में । मेने तो तुम्हे पहले भी बोला था की मुझे डरावनी चीजों से बहुत डर लगता हैं ।
तभी अजय बोलता हैं की मेरे होते हुए तुम्हे टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं हैं और मुझे थोड़ा बहुत मैकेनिक का काम करना आता हैं तो सायद में गाड़ी ठीक कर दू
पहले घर में थोड़ी सी पैसों की कमी थी तब ये काम सीखा था , जो आज काम आ जायेगा ।
उसकी बाते सुनकर सभी खुश हो जाते हैं और बोलते हैं की भाई जल्दी से ठीक करो गाड़ी को और उसके बाद अजय गाड़ी ठीक करने में व्यस्त हो जाता हैं । कुछ देर बाद गाड़ी ठीक हो जाती हैं और अजय बोलता हैं की चलो हो गई गाड़ी ठीक जल्दी से गाड़ी ने बैठ जाते हैं और यहां से चलते हैं ।
तब मीत और मोनू कहते हैं की ठीक हैं । पर अजय को जब पिंकू दिखाई नही दिया तो कहता हैं की पिंकू कहा चला गया । मीत बोलते हुए - अभी तो यही था, सायद गाड़ी में बैठ गया होगा । तब सभी उसको गाड़ी में देखते है। तो वो गाड़ी में भी नही था ।
अजय उदास मन से कहता है की बिचारा पिंकू पहले से ही इतना डरता है और अब वो कहा होगा ।
अरे यार हमारे साथ अब ये क्या हो रहा है , क्या सच में कोई भूत तो नही हैं क्या ? यहां ____
अजय कहता हैं की हम सभी उस ढूंढने चलते है वो हमे मिल जायेगा। मोनू बोलते हुए में कही नही जा रहा हु और मुझे तो वैसे भी डर लग रहा हैं
चल कोई नि तू गाड़ी में बैठ जा में और अजय चले जायेंगे उसे ढूंढने ।
मोनू बोलते हुए -ठीक है में आपका यही वैट करता हूं।
अगला भाग इससे भी रोचक होगा इसलिए देखना मत भूलना ।।
कहानी अच्छी लगी हो तो मुझे फॉलो करेंके रेटिंग जरूर देना।।
थैंक यू सभी का ____
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