धर्म चाहे कोई भी हो लेकिन सच यही है कि सभी धर्म अपने-अपने तरीके से पारलौकिक ताकतों में भरोसा करते हैं. ईश्वर, अल्लाह, जीसस आदि को तो सभी मानते हैं लेकिन जिस प्रकार सच्ची और अच्छी ताकतों का घेराव हमारे आसपास है वैसे ही कुछ बुरी ताकतें भी हर समय हमें नुकसान पहुंचाने की फिराक में रहती हैं और हर धर्म में उन्हें अलग-अलग नाम से जाना जाता है. हिंदू धर्म में उन्हें आत्माएं, प्रेत और पिशाच, ईसाई डेविल या स्पिरिट और इस्लाम धर्म में जिन्नों के अस्तित्व को स्वीकार किया गया है. भूत-प्रेत और आत्माओं के बारे में तो हम आपको कई बार बता चुके हैं लेकिन आज हम आपको जिन्नों के विषय में कुछ विशिष्ट जानकारियां प्रदान करने वाले हैं. इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग जरूर जिन्नों के विषय में बहुत हद तक जानकारी रखते होंगे लेकिन कुछ बातें ऐसी हैं जो सभी को जाननी जरूरी है, जैसे:
1. जिन्न शब्द का अर्थ और इनका उद्भव: जिन्न अरबी भाषा से लिया गया शब्द है क्योंकि सबसे पहले जिन्नों के होने का एहसास अरबी देशों में ही हुआ था. इस शब्द का अर्थ अंग्रेजी भाषा के ही एंजेल्स की अवधारणा से मिलता-जुलता है जिसका अर्थ अलौकिक और ना दिखने वाली ताकत है. कुरान के अनुसार जिन्न का उद्भव हवाओं में से हुआ है, कह सकते हैं कि जिन्न नकारात्मक या सकारात्मक ऊपरी हवाओं से संबंधित है. इस्लाम की मान्यताओं के अनुसार मरने के पश्चात इंसान जिन्न बन जाता है और अपनी किसी इच्छा को पूरी करने के 1000 से 8000 वर्षों बाद दुनिया को छोड़कर चला जाता है.
2. जिन्न के प्रकार: जानकारों के अनुसार जिन्न को चार श्रेणियों में बांटा जा सकता है. इन चारो ही तरह के जिन्न खतरनाक तो होते हैं लेकिन अलग-अलग तरीके से वह इंसानी दुनिया को प्रभावित करते हैं.
(क) मरीद: जिन्न की सबसे खतरनाक और ताकतवर प्रजाति है मरीद. आपने कई बार इन्हें किस्सों और कहानियों में सुना होगा. लोकप्रिय कहानी अलादीन का चिराग में भी इसी जिन्न को शामिल किया गया था. इन्हें समुद्र या फिर खुले पानी में पाया जा सकता है. यह हवा में उड़ते हुए भी देखे जा सकते हैं.
(ख) इफरित: इंसानी दुनिया जैसे ही इफरित जिन्नों की भी दुनिया होती है जिसमें महिला और पुरुष दोनों इफरित साथ रहते हैं. यह इंसानों को समझने की ताकत रखते हैं और बहुत ही जल्द इंसानों को अपना दोस्त बना लेते हैं. इफरित अच्छे भी होते हैं और बुरे भी लेकिन इन पर विश्वास करना घातक सिद्ध हो सकता है.
(ग) सिला: सिला प्रजाति में सिर्फ महिला जिन्न ही होती हैं जो देखने में बेहद आकर्षक और खूबसूरत होती हैं. इंसानी दुनिया में विचरण तो करती हैं लेकिन उनसे दूरी भी रखती हैं. सिला ज्यादा मात्रा में देखी नहीं जातीं लेकिन वह मानसिक तौर पर मजबूत और बहुत समझदार होती हैं.
(घ) घूल: इंसानी मांस खाने वाली यह प्रजाति बहुत खौफनाक होती हैं. यह कब्रिस्तान के आसपास ही रहते हैं. इनका व्यवहार क्रूर और शैतान से मिलता-जुलता है इसीलिए इंसानों के लिए यह बहुत भयावह होते हैं.
(ङ) वेताल: यह वैम्पायर होते हैं, इंसानों के खून पर ही जिंदा रहते हैं. विक्रम वेताल की कहानियों में इसी वेताल का जिक्र था. यह भविष्य देख सकते हैं और जब चाहे भूतकाल में भी जा सकते हैं.