ये कोई कहानी नहीं एक असली भूतिया घटना है। ये घटना आज से 22 साल पहले हुए नरसंहार की है। जिसमे 1500 लोगो की भीड़ ने जिंदा आदमी, औरतों और बच्चों जला दिया था । 2 दिन बाद जब
ये सब कुछ शांत हुआ तब सफाई कर्मचारी के व्यक्तियों द्वारा लोगो की आधी जली हुई लाश को उठाने और सड़को से खून साफ करने का काम दिया गया था । सफाई कर्मचारी मे कुछ महिलाएं भी आप लोग अच्छे से जानते हो महिलाए आज भी सोने के गहनें और बाकी सब देख के लालच मे आ जाती है
यहां भी कुछ ऐसा हुआ एक महिला दूसरी महिला की आधी जली लाश को उठा रही थी । तभी उसने देखा उसके हाथ मे और गले मे सोने के गहनें पहने हुए थे । उस महिला ने लालच मे आके उसके सारे गहने उतार लिए और रुमाल मे बांध के अपनी कमर पे लटका दिया । तभी दूसरी महिला उसके पास आ गई उसने हड़बड़ाते हुए जल्दी जल्दी सारे जेवर को छुपा दिया । थोड़ी देर बाद दूसरी औरत को एक आदमी की आधी कटी लाश मिली उसकी जेब मे लाखो रुपए और करोड़ो के हीरे थे । दूसरी औरत वो सब जल्दी से लेके अपने ब्लाउस के अंदर डाल दिया । जिस औरत ने गहने चुराए थे उसका नाम कमला बाई था और जिस औरत ने हीरे चुराए थे उसका नाम नंदिता देवी था ।
वो दोनो अपना अपना काम करके घर चली गई । लेकिन रात को इनलोगो के साथ कुछ अजीब हुआ । कमला बाई अपने पति के साथ अकेली रहती थी पूरी रात उसको उस औरत की लाश दिखती रही जब आंखे बंद करती तो भी उस लाश का चहेरा दिखता था और आंखे खोलती तो वो लाश उसको छत पे लटकती हुई दिखती थी । इधर उधर करवट लेती तो उसके बगल मे वो लाश लेटी हुई दिखती थी । उस रात वो सो नही पाई ना ही उसके साथ जो हुआ वो किसी को बता पाई । दूसरे दिन वो काम पे गई जेसे तेसे दिन का wqat तो कट गया । लेकिन रात होते ही कुछ ऐसा हुआ की मटके के पानी मे भी उसको उस लाश का चहेरा दिख रहा था । ना वो कही अकेली जा पा रही थी ना ही कुछ काम कर पा रही थी । बेड पे आके लेट गई तब भी उसके लग रहा था कोई बोल रहा था मेरे गहने दे दे मुझे , उसे पूरी रात यही आवाज सुनाई दे रही थी । उस रात भी वो नही सो पाई । दूसरे दिन वो काम पे नही जा पाई उसके बाद सारे दिन वो अकेली थी क्युकी उसका पति बाहर गया था । उस पूरे दिन वो लाश दिखती रही और बोली की मेरे गहने दे दे और रात को वो लाश फिर दिखी और बहुत गुस्से मे थी उसने उस औरत का गला दबाया और गहने वापस करने का बोला । ये सब देख के कमला बाई को तेज बुखार आया और वो बेहोश हो गई उसका बुखार 104° था 15 दिन तक वो बेड से उठ भी नही पाई
लेकिन दूसरी तरफ उस दिन के बाद ही नंदिता के साथ कुछ अलग ही हुआ । नंदिता जब रात को सोई तो उसको लगा कोई उसके साथ छेड़ छाड़ कर रहा है। नंदिता अकेली रहती तो किसी और का तो घर मे होने का सवाल ही नही होता था । पूरी रात नंदिता को लगा की उसके बदन को कोई छू रहा है। उसको भी नींद नहीं आई उस रात को । दूसरे दिन भी उसके साथ कुछ ऐसा हुआ की नंदिता को लगा कोई उसके ब्रेस्ट और प्राइवेट पार्ट को छू रहा हे। उसको पूरी रात नींद नहीं आई और न ही वो ये सब किसी और को कुछ बता पा रही थी । तीसरे दिन कुछ बहुत बुरा हुआ नंदिता को बिना सिर की एक लाश दिखी ये लाश बिलकुल वैसी थी जिसके उसने हीरे चुराए थे । वो बहुत ज्यादा डर गई थी इस लाश ने पूरी रात नंदिता के साथ संभोग किया और पूरी रात उसको दर्द दिया । उसके कपड़े फाड़ दिए जगह जगह चोट के निशान थे । कई बार हमने सुना है की किसी लड़की को रात को लगता है कोई आधी रात को उसके
कुछ जिस्म के हिस्से को छू रहा है और उसके दबा रहा है लड़किया बदनामी के कारण किसी और को ये बात बता नही पाती लेकिन कभी अकाल मौत और अधूरी वासना को लेके जो मर्द की मौत होती है उनकी आत्मा ऐसे भटकती रहती है । ये सब ज्यादातर कमजोर राशि वालो के साथ होता है धनु , वृश्चिक और मीन राशि सबसे कमजोर है । ऐसे लोगो पे काला जादू भी जल्दी होता हे बाकी तो सबकी अलग अलग धारणा है।
जैसे ही दोनो काम वाली ठीक हुई दोनो ने अपनी अपनी चुराई हुई चीज को घर से बाहर कर दिया और कसम खाई आज के बाद ऐसी लालच कभी नही करेगी । निजता के कारण इस घटना मे महिलाओं ना नाम बदल दिया है हमारा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नही सच्चाई लोगो तक ले जाना है