यह कहानी 4 दोस्तो से शुरू होती हैं जो पक्के खास जिगरी दोस्त थे जो हमेशा साथ रहते थे , साथ खाते ,साथ पीते, साथ घुमते फिरते थे । उनमें में अजय नाम का लड़का का *मिडल क्लास *फैमिली से बिलॉन्ग करता था जिसके कारण उसकी फाइनेंशियल कंडीशन ठीक नही थीं ।
उन दोस्तो में दूसरा दोस्त पिंकू अजय का बेस्ट फ्रेंड था और पिंकू के पास ठीक - ठाक पैसा था । पिंकू अजय की कई बार हेल्प भी करता जब उसे किसी परकार की जरूरत पड़ती तो ।
अब उन बचे दोस्तो की बात की जाए तो एक का नाम मीत और दूसरे का नाम मोनू था जो एक दूसरे के पक्के जिगरी दोस्त थे और इनके पास बहुत पैसा था।
इनके पास पैसों को लेकर कभी उच्च नीच नही होती की तू तो गरीब हैं हमारा क्या दोस्त बनेगा और हमसे दूर ही रहा कर । इसके अलावा इनकी दोस्ती गहरी दोस्ती थी और ये बचपन से ही साथ रहते थे ।
इन 4 दोस्तो के भी 2-2 ग्रुप बाटे हुए थे । अजय और पिंकू , मीत और मोनू । इन सभी की अपने अपने पार्टनर के साथ ज्यादा चलती थी ।
Then एक दिन मीत और मोनू बाहर घूमने का प्लान बनाते हैं तो सोचते हैं की हम पिंकू और अजय को भी साथ ले चलेंगे मजा आ जायेगा । कई दिनों के बाद यह प्लान बना हैं हमारा ।
फिर मीत और मोनू पिंकू को घूमने के बारे में सारी बाते बता देते हैं की चलते है। यार बहुत दिन हो गए ट्रेवल किए हुए ।
बताओ कहा जाने का नाम मन हैं और पिंकू कहता है। की में अजय से पूछ लेता हु की उसे अच्छी ज्ञान है सिटी के बारे में , कहा घूमना हैं और कहा नही घूमना हैं
फिर बाकी दोस्त अजय को भी बुला लेते हैं और अजय कहता हैं की में तुम्हे ऐसी जगह "सजेशन" करुगा तुम डरोगे तो नही । बाकी दोस्त कहते हुए तुम हमे हल्के में ले रहे हो क्या ? बिंदास बताओ हम जाने को तयार है
अजय कहते हुए - मेरा तो ऐसी जगह जाने का मन हैं जहा सुनसान रास्ता और भूत रहते हो , सभी तरफ सन्नाटा हो ।
हमारे चारों अलावा और कोई नही ।
ठीक हैं फिर कल का प्लान बनाते हैं चलने का।
बाकी सभी चलने का प्लान बना लेते हैं तभी पिंकू बोलता हैं की में नही जा रहा तुम लोगो के साथ , तुम्हे जहा जाना हैं वहा जाओ ___
अजय कहते हुए पिंकू से - क्यू यार ? ऐसा मत कर , तू नही जायेगा तो में कैसा जा सकता हु तुम्हारे बिना ।
पिंकू बोलते हुए - अरे तुम बोल रहे हो ना सुनसान सी अधेरी , भयानक , डरावनी जगह चलते हैं और जहा भूत का साया हो ?
मुझे इसी जगह जाना पसंद नही है इसलिए तुम 3नो जा सकते हो ।
मीत - ओके, ओके ____
अरे तुम बताओ पिंकू तुम्हे कहा जाना हैं हम वहा चलेंगे ।
पिंकू बोलते हुए - मेने सुना है की हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी गांव में भाद्रपद माह को मेला भरता हैं और वहा लाखो की संख्या में लोग राज. के लोकदेवता के दर्शन करने के लिए आते हैं तो क्यों न हम सभी वही चले और इस बहाने भगवान का नाम ले लेंगे ।
तभी वहा जाने के लिए सभी हामी भर देते हैं और डिसाइड करते हैं की मोनू अपनी कार ले जायेगा और मीत कार में तेल डलवा देगा , पिंकू खाने पीने का हिसाब देख लेगा ।
फिर मीत बोलता हैं की अजय फोटोग्राफी अच्छी करता हैं तो वो कर लेगा वैसे भी इसके पास पैसे तो होते नही हैं देने को । ( मजाकिया अंदाज में )
मीत बोलते हुए - मजाक कर रहा हु सीरियस मत लेना अजय जी ।
अजय - कोई ना ।
उसके बाद सभी अगले दिन 6 बजे घर से निकलने का प्लान बनाते हैं ।
अगर आप जानना चाहते हो कहानी में आगे क्या होता हैं तो अगला भाग जरूर देखना ।
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थैंक यू सभी का ___
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