अक्षा और हिना डिस्प्ले बोर्ड के पास से अपने क्लास रूम के तरफ बढ़ रही थी और सक्षम उन दोनों के सामने आकर खड़े हुआ ...
अक्षा के चेहरे पर खीझने कि भाव आई और खीझते हुए कहा "ये क्या बतमीजी है हटो सामने से ...
सक्षम ने एटीट्यूड से अक्षा को देखते खड़ा रहा और फिर इधर उधर देखा लेकिन पीछे से उदय ने कहा " अच्छा इतनी जल्दी रंग बदल गई अभी तो सिर्फ ऑडिशन में सलेक्ट हुई और महारानी के पैर निकलना शुरू हो गया...!!
अक्षा और हिना आवाक हुई और आंखें फाड़कर देखने लगी तो सक्षम ने कहा धीरे से" सुनो तुम गाने के लिए मना कर दो और तुम्हें भी चांस चाहिए सिंगिंग के लिए तो तो हमारी बैंड को ज्वाइन कर लो ..!!
अक्षा और हिना फिर शॉक्ड हुई एक दूसरे को देखी फिर अक्षा वापस जवाब दिया " क्यों ऑडिशन में मैं सलेक्ट हुई थी और मुझे सोलो गाने के लिए चुना है मैं क्यों मना करूं...!!
उदय ने फिर ज़ोर से हंसा और सक्षम के पीठ थपथपाते हुए कहा"हाहाहाहाहा...देखो तो इसने हमें स्टूपिड समझ रखा है ..वो एक पल के लिए शांत हुआ और बोला " घंटा सलेक्शन हुआ तेरी , तू तो पहले ही राउंड से निकल गई थी जजों ने हमारी ग्रुप को जितने नंबर दिए थे तू तो उस फिगर के आधे में थी वो तो माणिक मल्होत्रा के वजह से तुझे दूसरा चांस मिला और नंबर मिला इसलिए चुपचाप निकल ले तेरे बस कि नहीं सिंगिंग पहले तू प्रेक्टिस कर फिर हो सकता है तुझे नेक्स्ट कोई ऑडिशन में मौका मिल जाए ...!!
अक्षा और हिना को लग रहा था जैसे एक के बाद एक बम धमाका हो रहा हो उदय के मुंह से निकले शब्दों से..!!
सक्षम ने फिर कहा " देखो हम शांति से बात सुलझा सकते हैं इसलिए प्रिंसिपल सर के ऑफिस जाकर बोल दो तुम गाना नहीं गा सकती ..!!
अक्षा ने हिम्मत करके कहा " मुझे मिली हुई ऑपर्च्युनिटीज पर मैं खुद पैर मार दूं ये तो होगा नहीं अगर तुम्हें भी चांस चाहिए तो तुम खुद जाओ मैनेजमेंट से बातचीत करो हो सकता है तुम्हारे लिए कुछ करें तुम्हारी मदर भी तो जजों कि पैनल में थी ना क्यों वो तुम्हे एक चांस नहीं दिला देती मैं नहीं जाऊंगी मुझे ये ऑपर्च्युनिटीज मंजूर है समझे तुम ...जब सक्षम और अक्षा के बीच में बहस हो रही थी तो बहुत से स्टूडेंट्स आ गये थे जो अक्षा के तरफ थे इसलिए ...
सक्षम ने कहा" सोच लेना एक बार इस तरहां अपने बातों पर अड़ी रही तो नुकसान तुम्हें होगा उसने धीरे से चेतावनी दिया और उदय के हाथ पकड़कर वहां से जाने लगा उदय ने जाते जाते अक्षा को घूरा और बोला " अगर तुम नहीं मानी तो वेट एंड वॉच... क्या बुरा हो सकता है तुम्हारा सोच लेना...!!
हिना ने कहा ज़ोर से " अबे जा क्या कर लेगा तू डराता किसे है हूम्म... फिर हिना ने अक्षा के साथ क्लास चली गई...!!
रावत ग्रुप ऑफ इंडिया..
रणविजय अपने केबिन पर बैठा लैपटॉप पर काम कर रहा था .. तभी दरवाजा नॉक हुआ और सिराज आया और अभिवादन किया "गुड आफ्टरनून प्रेसिडेंट रणविजय ....वो सामने खड़े हो गया अपने दोनों हाथ को नीचे बांधकर ..!!
बदले में रणविजय ने सिर हिलाया और लैपटॉप को देखना छोड़कर सिराज को आशा भरे नजरो से देखने लगा ...
सिराज ने रणविजय कि बेचैनी देखकर बोला" प्रेसिडेंट रणविजय मैंने मैम के बारे में पता लगाया है वो रोज कॉलेज आती है और कल उसका टी-सीरीज कंपनी में गाने के लिए सलेक्शन हुआ है मेरे सोर्स को जानकारी मिली है की माणिक मल्होत्रा जो उस युनिवर्सिटी का ओनर है वो मैम को गाने के लिए चांस दिलवाया है , और मैम अभी अपने फ्रेंड हिना मलिक के साथ हॉस्टल में रह रही है ..!!
रणविजय ने जब सिराज कि सारी बातें सुनी फिर बोला "सिराज माणिक मल्होत्रा किस तरह का इंसान हैं उसकी बैकग्राउंड क्या है पता करो और आज मेरा अक्षा से मिलने का इंतजाम करो मैं उससे मिलकर विक्रम के लिए माफी मांगना चाहता हूं वो नाराज़ होंगी तो उसे मनाकर वापस घर ले जाना चाहुंगा जल्दी मिलने का इंतजाम करो जाओ ..!!
सिराज ने सिर हिला दिया और वहां से जाने लगा..!!
रणविजय चेयर पर टिका और अपने टेबल के ड्रा से एक छोटा सा बॉक्स निकाला और उसे खोला फिर एक छोटा सा ड्रीम कैचर निकाल कर देखने लगा वो ड्रीम कैचर मयूर पंख और वीणा के छोटे-छोटे मॉडल थे और साथ ही कृष्ण जी कि बांसुरी भी लगी थी छोटी सी , रणविजय ने इसे अभी अभी सिंगापुर से अक्षा के लिए लाया है ... ड्रीम कैचर को बड़े प्यार से देखने लगा ...!!
संगीत युनिवर्सिटी में
छुट्टी हो गई थी और अक्षा अपने दोस्त हिना के साथ बात करते हुए जा रही थी हॉस्टल के तरफ फिर हिना ने कहा " अक्षा तुम्हें डरने कि बिल्कुल जरूरत नहीं है सक्षम और उदय से वो कुछ नहीं कर सकता तुम्हारी सलेक्शन माणिक मल्होत्रा ने किया है अगर आब्जेक्शन करना है तो उसे करे तुमको क्यों मूवऑन करने बोल रहा है ..!!
अक्षा ने कहा " हिना तू सही बोल रही है सक्षम को प्रॉब्लम है तो वो अपने मॉम से बात करे उसकी मॉम का भी तो शेयर संगीत युनिवर्सिटी में है ...वो दोनों बात करते हुए हॉस्टल के तरफ आई तो एक बड़ी सी ब्लैक कलर की मर्सिडीज गाड़ी खड़ी थी अक्षा ध्यान नहीं दिया और आगे बढ़ी ..
सिराज गाड़ी से निकल कर आवाज लगाया " एसक्यूसमी मैम ....
पीछे आवाज सुनकर अक्षा और हिना पलटकर देखी तो सिराज अक्षा के तरफ बढ़ा और बोला" मैम हमारे प्रेसिडेंट रणविजय रावत सर आए हैं आपसे मिलने ...!!
अक्षा ने रणविजय का नाम सुनी तो एक पल के लिए आंखों में चमक आई फिर दूसरे ही पल में विक्रम का किया नज़रों के सामने आई और उसका चेहरे पर खुशी थी वो तुरंत गायब हुआ और आंखों में नीरसता छा गई फिर बोली " क्या काम है आपके प्रेसिडेंट को ..!!
हिना , अक्षा और सिराज को देखते रही ..!!
सिराज ने कहा" मैम प्रेसिडेंट गाड़ी में इंतजार कर रहे हैं अगर वो गाड़ी से बाहर आए तो लोग नोटिस कर लेंगे इसलिए गाड़ी में प्रेसिडेंट इंतजार कर रहे हैं..!!
अक्षा ने हिना से बोली " हिना तुम हॉस्टल जाओ मैं मिस्टर रावत से बात करके आती हुं वो बोलकर गाड़ी के तरफ आई तो सिराज जल्दी से गाड़ी के पीछे पैसेंजर सीट के पास आया और गाड़ी का दरवाजा खोला अक्षा देखी अन्दर रणविजय रावत बैठा है वो गाड़ी के अंदर
आई तो सिराज ने गाड़ी का दरवाजा बंद किया ..!!
रणविजय ने अपने स्पेक्स निकाला फिर सिरियस टोन में बोला " आई एम रियली सॉरी अक्षा कि मेरे घर पर तुम्हारी सुरक्षा नहीं हो पाई ,वो अक्षा को देख रहा था पर अक्षा सामने देख रही थी वो भी उदास हो गई थी और समझ नहीं आया वो क्या बोले ... फिर कुछ देर तक खामोशी छा गई !! रणविजय ने दोबारा शांत वातावरण को तोड़ा और कहा " अक्षा घर चलो वहीं चलकर बात करते हैं ..!!
अक्षा ने इस बार रणविजय के बात सुनकर बोली रणविजय को देखते हुए" नहीं मिस्टर रावत मैं वहां वापस नहीं आ रही हुं प्लीज़ आप फोर्स मत कीजिए मैंने उस दिन फेस किया वो भूल नहीं पाई हुं उस दिन से मेरे दिल में डर बैठ गया है इसलिए मैं आपके घर नहीं आ रही हुं माफ़ कीजिए मुझे..!!
रणविजय ने मायूस भाव से कहा " अक्षा मैं तुम्हारे दुख को सिर्फ महसूस कर सकता हूं दर्द कम कर सकता हूं पर मन कि घाव को नहीं भर सकता , मैंने तुम्हारी जिम्मेदारी लिया है पंडित जी को वादा किया है तुम्हारी हिफाज़त का वो तो नहीं कर पाया पर अब वादा करता हूं तुम्हें अब तकलीफ़ का सामना नहीं करने दूंगा एक बार विश्वास करो मुझ पर और घर चलो..!!
अक्षा ने चिढ़कर कहा " नही मिस्टर रावत मैंने निश्चय किया है मैं अकेले रहकर दुनिया का मुकाबला करूंगी तभी हिम्मत भी आएगी आपके सरपरस्ती में रही तो नाजुक गुड़िया बनकर रह जाऊंगी इसलिए मैं दुनिया दारी सीखना चाहती हुं खुद कि सुरक्षा करना सीखना चाहती हुं इसलिए प्लीज़ आप मुझे अकेले छोड़ दीजिए और मुझे मेरे पंख के भरोसे छोड़ दीजिए और रही बात दादा जी से मेरी हिफाजत कि वादा तो भूल जाइए कि आपने ऐसा वादा किया है..!!
रणविजय ने कहा " और पंडित जी मुझे तुम्हारे बारे में पूछेंगे तो मैं क्या जवाब दूंगा कि मैं उसको दिया वचन निभा नहीं पाया और अक्षा के साथ एक घटना के वजह से वो अकेले रहने दें रहा हुं ....
कहानी जारी है....
क्या यही रणविजय और अक्षा का साथ छूट जाएगी तो कैसे बनेगी इन दोनों कि प्रेम कहानी...??
आगे जानने के लिए बने रहिए
" कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज दिल ज़िद्दी है"
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