Ek Rishta aisa bhi - 3 in Hindi Classic Stories by Poonam Kuhar books and stories PDF | एक रिश्ता ऐसा भी - 3

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एक रिश्ता ऐसा भी - 3

जैसा की आपने पीछे पढ़ा की अंजू और मनीष में बातचीत शुरू होती हैं ओर वे एक दूसरे को अपने पुराने रिलेशनशप के बताने के बारे में सोचते हैं क्योंकि उनकी शादी होने वाली थी जिससे पहले वे एक - दूसरे के बारे में अच्छी तरह जानना चाहते थे ।

अब आगे अंजू बताती हैं की आमतौर पर अट्रैक्शन तो सभी को होता हैं पर अट्रैक्शन होना प्यार नही हैं , प्यार तो वह हैं जिसमे हम उसके बिना एक पल भी नही रह सकते ।
हर दिन उसकी याद सताती हैं और अपने आप चेहरे पर smile आ जाती हैं । उसमे हमे अच्छाई दिखाई देती है चाहे उसमे हजार कमियां हो । ऐसा लगता है। की उसने बिना हमारा कोई नही है इस लाइफ में और हमारी life में हजारों लोग आ जाए पर उसकी कमी को कोई पूरा नही कर सकता ।

और ऐसा प्यार मुझे सिर्फ 3 जनों से हुआ हैं (😂😂)
मनीष - कोई ना।
आगे बताओ ___
अंजू आगे बताती हैं की पहला तो मेरे गांव का था और हमारी मुलाकात खेतो में हुई थी , जब में पापा के साथ उनके काम में मदद कराने के लिए खेत में जाति थी । धीरे- धीरे हम एक दूसरे से मिलने लगे और न जाने कब मुझे उससे प्यार हो गया पता ही नही चला क्योंकि वह खेत में पापा की तरह बहुत काम करता था । इसके अलावा वह बहुत प्यारा था , मासूम सा । फिर में उससे मिलने के लिए रोजाना खेत जाना शुरू कर दिया और एक दिन वह मेरे पास आया और बोला की हम भागकर शादी कर लेते हैं पर में कुछ नही बोली और इतने में मेरे पापा आ गया वहा जिसके बाद वह लड़का मेरे पास से चला गया ।

लेकिन एक दिन यह बात मेरी मम्मी को पता न चल जाए इसलिए मेने उस लड़के से दूरी बनाने के बारे में सोचा और मेरे न चाहते हुए भी मम्मी को मुझ पर शक हो गया । फिर मैने सोचा कि प्यार से ज्यादा जरूरी घर वालो की इज्जत ज्यादा जरूरी हैं ।
फिर मैने धीरे धीरे उसको भूलने की कोशिश की पर उसको भूलना आसान नहीं था । कुछ दिनों के बाद मेरे पास मेरे कॉलेज का एक लड़का था उसकी इंस्टा पर फॉलो रिक्वेस्ट आती हैं और मेने उसको फॉलो करके फोलो रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली ।

फिर क्या होना था हम दोनो में बातचीत होनी शुरू हो गई ।
हम दोनो शुरुआती दिनों में एक दूसरे से प्यार से बाते करते थे और वह मुझसे ऐसे बाते करता था की जैसे उसके सिवा इस दुनिया में मेरी केयर करने वाला और कोई नही हैं ।
वह बहुत प्यारी प्यारी बाते करता था , मुझे यह नहीं पता था की वह बस टाइमपास कर रहा हैं और टाइमपास के लिए बाते कर रहा हैं ।
फिर एक दिन वह मुझसे बोलता हैं की क्या तुम मुझसे रिलेशनशिप करना चाहोगी पर मैंने मना कर दिया क्योंकि मुझे मेरी मम्मी से बहुत डर लगता था । वह मुझ पर नजर रखती थी की में क्या कर रही ही , किससे बाते कर रही हूं पर लेकिन में उसे कब पसंद करने लगी मुझे पता ही नही चला । फिर कुछ दिनों के बाद हमारे कॉलेज के एग्जाम के टाइम में उससे मिली और उसे देखा तो सोचा वाह क्या चीज हैं यार !!
उस दिन से उसके लिए मेरा प्यार और बढ़ गया । में तो एग्जाम टाइम के समय में उसकी तरफ ही देखती रहती थी और उसके साथ अपने फ्यूचर को लेकर सोचती रहती थी क्योंकि हमारी कास्ट भी मिलती थी ।

मेने सोचा की हमारे घरवाले इस रिश्ते के लिए मान भी जायेगे । फिर कॉलेज से सीधा घर लौटने के बाद हम दोनो पेपर को लेकर discussion करते और अगले पेपर में क्या पढ़ना चाहिए , क्या नही इससे रिलेट question करते थे ।

फिर एक दिन हमारे पेपर का लास्ट दिन था तब उसने मुझे होटल में अकेले मिलने के लिए बोला था तो मेने मिलने से मना कर दिया क्योंकि पहली बात तो मुझे पेपर की टेंशन थी और दूसरी बात इस बात का डर था की कोई हमे देख लेगा तो । फिर हमारे पेपर खत्म हो गए तो मुझे उसकी याद सताने लगी , मुझे खाना पीना भी अच्छा नही लगता था । इसके अलावा उस लड़के ने मुझसे बात करना भी बंद कर दिया फिर एक दिन मेने उसे msg किया की आजकल तुम यू बदले बदले रहने लगे हो और मुझसे बात भी नही करते हो । फिर वह बोला की मुझे टाइम नही मिलता हैं बहुत कम होता हैं मेरे और यह जरूरी नहीं हैं की में तुम्हारे लिए 24 घंटा अवेलेबल रहु। ऐसी ऐसी बाते करने लगा तब मेने सोचा की इसे में अपने दिल की बात बोल देती हु की ने तुमसे कितना प्यार करती हु और वह पक्का खुश हो जायेगा ।

मेने उसे यह बोली तो उसने मुझे बोला की में तुम्हे एक बात बताऊं क्या तम मेने कहा की जरूर बताएं । उसने कहा की घरवालों ने मेरा रिश्ता फिक्स कर दिया हैं तो तुम अब कुछ ऐसा वैसा मत सोचो तो ही ठीक रहेगा । फिर मैने उसे कह दिया खाओ मेरी कसम सच में तुम्हार रिश्ता तय कर दिया क्या ??
फिर वह बोलता हैं की तुम्हारा दीमाक खराब हैं क्या ?
में क्यू खाऊं किसी कसम ___
और तुमने ही मुझे बोला था की हम बस as ए friend हैं इसके अलावा कुछ नही और तुम अब ऐसी बाते कर रही हो ।।

फिर मैने उससे पूछा की घरवाले तुम्हारा रिश्ता तय करने वाले थे तो तुमने मुझसे बातचीत क्यों की ओर मुझे रिलेशनशिप के लिए क्यों बोला था । इसके अलावा हमारे लास्ट पेपर के दिन तुमने मुझसे होटल में एकेले मिलने के लिए क्यों बोला ??

तुमने ऐसा मेरे साथ क्यों किया हैं ?

फिर उसने msg सीन करके छोड़ दिया और फिर मैने उसे एक बार msg और किया तो उसका कुछ रिप्लाई नही आया ।
उस दिन घर में मेरे पास कोई नही था और में जोर जोर से रोने लग गई जैसे की मेरा सब कुछ खत्म हो गया , अब क्या होगा मेरी लाइफ में । उसने मुझे धोखा दिया हैं और उस दिन के बाद मेने 3,4 दिन खाना भी नही खाया । घरवाले से छुपकर रोना पड़ता था मुझे ।
यह सब बाते मेने अपनी दोस्त से बता दी और उसने बोला की तुम क्यों अपनी जिंदगी बरबाद कर रही हो किसी के पीछे । हमारे घरवाले हैं न हमारा अच्छा बुरा सोचने के लिए ।

इस कहानी का अगला भाग जरूर पढ़ना ।।।।

थैंक यू सभी का ____

🙏🏻🙏🏻🙏🏻