Bandhan pyar ka - 19 in Hindi Moral Stories by Kishanlal Sharma books and stories PDF | बन्धन प्यार का - 19

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बन्धन प्यार का - 19

और हिना की बात उसने मान ली थी
"हलो।सो गए क्या
"अकेले नींद नही आती
"फिर कैसे आएगी
"तुम आ जाओ
"आऊंगी
"कब
"रात को
"रात ही तो है
"सपने में आऊंगी
"खूब मजाक बना लो
"मजाक नही है
नरेश और हिना देर रात तक हंसी मजाक करते रहे।।और रोज ही करने लगे।शनिवार की रात को नरेश हिना से बोला,"तैयार रहना कल
"क्यो
"घूमने चलेंगे
"कहा पर
"ऑक्सफ़ोर्ड स्ट्र्रेट भी
"खरीदारी भी करनी है
"हां
"क्या
"टॉवल है,अंडर गारमेंट्स रुमाल आदि
"इसमें में क्या करूँगी
"तुम्हारे लिये भी
"मेरे पास तो है
"कोई बात नही।एडवांस में ले लेना
"मैं ले आउन्ही
"मैं अपनी पसंद के दिलाऊंगा
"शादी हुई नही अभी से शौहर का रुतबा दिखाने लगे
"रुतबा नही
"तो
"प्यार।होने वाली मेरी प्यारी सी बीबी को प्यार
और सन्डे को नरेश हिना के घर पहुंचा था।हिना तैयार हो रही थी।
"आ गए
"कितनी देर है
"बस तैयार हो रही हूँ,"हिना बोली,"तुम्हारे लिए चाय और सेन्डविच बना कर रखे है।तुम चाय पीओ
"और तुमने
"मैने खा लिए है।तुम्हारे लिए बना के रख है
"क्या तुम्हें पता था मैं भूखा आऊंगा
"हा
"कैसे
"मेरे दिल ने कहा
और वे गए थे।बाजार में घूमे लंच किया।माल में मूवी देखी और फिर नरेश ने अपने लिए बनियान, अंडर वियर और रुमाल खरीदे थे और हिना को भी दिलाये थे
वे बाजार में घूम रहे थे तभी हसीना मिल गयी थी
"मेरी दोस्त हसीना"हसीना और नरेश का परिचय कराते हुए हिना बोली,"यह नरेश है मेरा फ्रेंड
"नरेश,"हसीना याद करते हुए बोली,"तेरा मंगेतर तो नही
"हा है
"तो फ्रेंड क्यो बता रही है मंगेतर ही कह,"हसीना बोली,"जोड़ी तो तुम दोनों की सुंदर है
और कुछ देर तक वे बाते करते रहे।फिर हसीना चली गयी थी
और नरेश ,हिना के साथ उसके घर तक गया था।हिना उससे बोली,"खाना खाकर जाना
"परेशान मत होओ
"इसमें परेशानी क्या है।मैं भी तो खाऊँगी"हिना बोली,"क्या बनाऊ
"सब्जी रोटी
और हिना ने आलू की सब्जी और रोटी बनाई थी।
खाना खाकर नरेश चल दिया।वह रास्ते मे हिना के बारे में सोचता हुआ चला जा रहा था।न जाने हिना ने क्या कर दिया था।वह उसी के जेहन में बसी रहती थी।
और एक दिन
फोन की घण्टी बजी थी।नरेश मोबाइल कान से लगाते हुए बोला,"हिना बोलो
"मेरी अम्मी आ गयी
"कब
"कुछ देर पहले
"तुम गयी थी एयरपोर्ट
"हा।नही जाती तो वह अकेली कैसे आती
"सही रहा
"तुम्हारी मम्मी कब आ रही है
"बस आने वाली है
"जल्दी बुला लो।मेरी अम्मी कई लड़को के फोटो लायी है।आते ही मुझे दिखाने लगी
"क्यो
"वह मेरा निकाह करना चाहती है।उनमें से कोई लड़का पसन्द करने के लिए कह रही है
"तुमने अपनी अम्मी को मेरे बारे में तो नहीं बताया
"तुमने ही तो मना किया था
और दो दिन गुजर गए।तीसरे दिन नरेश की मम्मी आ गयी थी।नरेश ने फोन करके हिना को बताया था।हिना बोली,"अब क्या करना है
"कल सन्डे है अपनी अम्मी को लेकर हाईड पार्क में आ जाओ
और हिना ऑफिस चली गयी।सन्डे को हिना अपनी अम्मी से बोली,"जल्दी तैयार हो जाना
"क्यो
"एक जगह चलना है
"कहा
"देख लेना खुद ही
और शकीला तैयार होने लगी।हिना ने चाय बनाई थी। चाय नाश्ता करने के बाद हिना अपनी माँ को लेक्फ मेट्रो स्टेशन आ गयी।मेट्रो स्टेशन देखकर शकील ढंग रह गयी
"इतना बढ़िया।हमारे देश मे तो नही है
"मालूम है ये रेलवे कब बनी है
"कब
"एक सो स्टफ साल पहले
"इतनी पुरसनी है
"और यहा पर सब काम मशीनों से होता है
हमसे बहुत आगे है ये लोग
"यहाँ के लोग ईमानदार है।हमारे देश के नेता बेईमान है।देश कक लूट रहे है
तभी ट्रेन आ गयी थी