कहते हे दिल्ली दिलबरो की है कहते तो ये भी ये दिल्ली दिल फरेबो की है सारे गुण प्रिंस यानी प्रियांस मे मौजूद थे । लोग उसको देख के बता देते थे क्या भाई दिल्ली से हो । शर्ट का रंग उड़ा हुआ और फटी पुरानी जींस पहनी थी । प्रिंस देखने मे तो स्मार्ट और अच्छा दिखता था लेकिन जेब खाली होने की वजह से कोई उससे सीधे मुंह बात नही करता था । उसकी शादी एक वादा निभाने के लिए प्रियांशी के साथ कर दी थी वो एक घर जमाई बन के रहता था । लेकिन उसकी सास के साथ साथ उसकी बीवी भी उसको कुत्ते से भी गया गुजरा समझती थी शादी के दो साल हो गए थे लेकिन आज तक उसकी बीवी ने उसको छूने तक नही दिया था उसकी बीवी उसको जमीन पे सुलाती थी ओर खुद बेड पे सोती थी । उस घर में सिर्फ प्रियांशी के पिता ही प्रिंस के साथ अच्छे से बात करते थे और उनके कहने पे ही प्रिंस ने प्रियांशी से शादी की थी । प्रियांसी एक मीडिया रिपोर्टर थी यानी की लोगो की पर्सनल लाइफ को ब्रेकिंग न्यूज़ बना के पैसे कमाती थी । उसके पापा हर्षवर्धन शेखावत एक हादसे की वजह से चल नही पाते थे उनकी वाइफ मालिनी शेखावत अपना रेस्टोरेंट चलाती थी । और प्रिंस घर में खाना बनाता, घर का काम करता और अपने ससुर का खयाल रखता था । मालिनी और प्रियांसी ने कभी भी प्रिंस को जॉब करने के लिए फोर्स नही किया क्युकी उनको फ्री में घर का काम करने वाला घर जमाई जो मिल गया था । मालिनी और घर के बाकी लोग ये तो मानते थे की प्रिंस खाना बहुत अच्छा बनाता है लेकिन दो साल में कभी इन लोगो ने उसकी तारीफ नही की दोनो की शुरुआत होती थी प्रिंस को किसी न किसी बात से जलील करके लेकिन प्रिंस ने आज तक उनलोग को कभी पलट के जवाब नही दिया ।
एक दिन प्रिंस किचन मे बर्तन साफ कर रहा था तभी उसका फोन बजा । फोन किसी अनजान नंबर से आ रहा था उसने फोन उठाया तभी सामने से आवाज आई छोटे सरकार आपके ऊपर लगी सारी सजा खत्म कर दी है और अब आप अपने परिवार की सारी पावर का इस्तेमाल कर सकते हो अभी आपके खाते मे कुछ पैसे डाले है आप अब अपने हिसाब से अपना बिजनेश संभाल सकते हो इतना कह के फोन काट दिया । तभी प्रिंस के फोन पे एक मेसेज आया " Welcome To The Singhaniya Family " ये पढ़ के प्रिंस के चहरे पे एक मुस्कान आ गई । उसी टाइम फिर से एक कॉल आया प्रिंस ने कॉल उठाया तो सामने से कोई बोला छोटे सरकार मे आर्यन बीस्ट बोल रहा हूं बीस्ट ग्रुप का मालिक मुझे आपकी मदद के लिए सिंघानिया ग्रुप ने दिल्ली मे नियुक्त किया है । आज से आपको कोई भी दिक्कत हो मुझे एक कॉल कर देना । और सिटी बैंक से अपना ब्लेक कार्ड ले लीजिएगा आपके लिए दिल्ली के रॉयल डायमंड सोसाइटी में एक विल्ला भी है आप चाहो तो वहा जाके भी रह सकते हो । प्रिंस से ठीक है आर्यन बोल के कॉल काट दिया । आर्यन बीस्ट एक जाना माना नाम था पूरे दिल्ली और आस पास के इलाके मे उसकी चलती थी दिल्ली की पुलिस और नेता भी आर्यन को सलाम करते थे लेकिन वो ही आर्यन अब से प्रिंस के लिए काम करेगा । प्रिंस की सिंघानिया फेमिली कोई छोटी मोटी फेमिली नही पूरी दुनिया मे टॉप 3 पे आती थी और अब प्रिंस उसका हेड बनने वाला था । तभी प्रिंस ने सोचा क्यों न उसे बैंक मे जाके कुछ पैसे ले आए मालिनी और प्रियांसी उसको एक फूटी कोड़ी नही देते थे ।
प्रिंस घर का सारा काम करके ऑटो पकड़ के सिटी बैंक चला गया बैंक के बाहर लक्सरी गाडियां खड़ी थी । बैंक के अंदर सब लोगों ने हाई फाई शूट पहने थे देखने से वो लोग करोड़पति लग रहे थे । सिटी बैंक मे दुनिया की टॉप बैंक मे गिनी जाती है जहा खाता खुलवाने के लिए पैसे नहीं पावर भी जरूरी होती है। सब लोग बैंक मे प्रिंस को अजीब नजर से देख रहे थे कुछ कुछ आपस मे फुसफुसा रहे थे ये भिखारी कहा से आ गया अंदर ? । बैंक रिसेप्शनिस्ट अपना गुस्सा कंट्रोल करते हुए बोली क्या काम है प्लीज बताए । प्रिंस ने बताया मुझे मेरे खाते से पैसे निकालने है। रिसेप्शनिस्ट अजीब मुंह बनाते हुए बोली ठीक है अपना कार्ड दो लेकिन प्रिंस ने कहा मेरे पास कार्ड नही है इतना सुनते ही रिसेप्शनिस्ट
भड़क गई और बोली जब कार्ड नही है तो मुंह उठा के क्यू चले आए अभी पुलिस को कॉल करती हूं इतना बोल के रिसेप्शनिस्ट ने पुलिस को कॉल किया । प्रिंस बहुत ज्यादा डर गया था उसने खुद को संभालते हुए आर्यन को कॉल करके सब कुछ बताया तभी वहा पे पुलिस आ गई और प्रिंस को पकड़ के ले जाने लगी । लेकिन गाड़ी मे प्रिंस को बिठाती उससे पहले एक सफेद कलर की फरारी लक्जरी कार की आवाज आई सबका ध्यान वही गया उसमे से 30 साल का एक व्यक्ति उतरा उसने नेवी ब्लू सूट पहना था आखों पे ब्लेक गोगल्स, हाथ मे महंगी घड़ी सबकी नजर उस पे टिकी थी । वो व्यक्ति चलते हुए पुलिस के पास आया पुलिस ने उसको आखों ही आखों मे सलाम किया । वो कोई और नही आर्यन बीस्ट था आर्यन ने पुलिस वालो को कान मे कुछ कहा तभी पुलिस वालो ने प्रिंस को छोड़ दिया और बोला " हमे माफ कर दीजिए छोटे सरकार हमे आपके बारे मे पता नही था " प्रिंस ने हा मे सर हिला दिया । आर्यन ने प्रिंस से सर जुका के बोला " छोटे सरकार बैंक रिसेप्शनिस्ट
के साथ क्या करना है " प्रिंस ने मुस्कुराते हुए कहा " कुछ नहीं उसकी भी गलती नही है शायद आज कल लोग कपड़े देख के इंसान की ओकात का पता लगाते है और हा आप प्लीज इस पुलिस को भेज दीजिए सब लोग हमे ही देख रहे है "आर्यन ने पुलिस को भेज दिया और प्रिंस के साथ बैंक में चला गया आर्यन को सब जानते थे लेकिन सब ये सोच रहे थे की ये लड़का कोन है जिसके साथ खुद आर्यन बीस्ट सर जुका के बात कर रहा है। आर्यन सीधा बैंक मेनेजर की ऑफिस मे गया और प्रिंस का ब्लेक कार्ड प्रिंट करवाया और फिंगर प्रिंट से उसके बैंक अकाउंट का स्टेटमेंट निकाला । तभी मेनेजर के स्क्रीन पे कुछ माहिती लिखी आई । प्रिंस के हिस्से मे 1500 करोड़ रूपए ,पाब्लो पिकासो की 5 पेंटिंग, 100 डायमंड, 20Kg की 40 सोने की ईट और एक कस्टम मेड फरारी कार थी । आर्यन और मेनेजर दोनो हैरान थे । उनसे उम्र मे इतना छोटा लड़का और उनके जेसे 100 लोगो को 7 जन्मों के लिए घर बैठे खिला सकता था वहा से जाते टाइम रिसेप्शनिस्ट प्रिंस को सॉरी बोला और सर झुका लिया ।
उस दिन पूरी रात प्रिंस को नींद नहीं आई वो बस यही सोच रहा था की अब आगे उसे क्या करना चाहिए कोनसा बिजनेश करना चाहिए । आखिर कार उसने सोच लिया वो अपने बिजनेस की शुरूआत होटल से करेगा उसने ब्लेक रोज़ नाम की एक होटल खोलने का सोचा फिर उसको खयाल आया उसमे तो उसको टाइम लगेगा क्यों न वो किसी और होटल को टेकओवर कर ले । उसने सुबह उठ के पहले ही आर्यन को कॉल किया और बताया आर्यन भी उसकी बात सुन के इंप्रेस हो गया । आर्यन ने फिर प्रिंस को बताया छोटे सरकार दिल्ली की जानीमानी होटल ब्लू मून अब नीलामी मे जाने वाली है बहुत ज्यादा लॉस हुआ है उसको बिल्डिंग पूरे चालीस मंजिल की है आप बोलो तो मे उसे खरीद लेता हूं बाकी का काम बाद मे देख लेते है। प्रिंस ने बोला "ठीक है आर्यन तुम नीलामी हिस्सा लो ओर फोन को चालू रखना " फिर फोन काट दिया । तभी आर्यन ने मेसेज किया छोटे सरकार नीलामी शुरू होगी 75 करोड़ से । प्रिंस रिप्लाई दिया ठीक है किसी भी कीमत पे ये होटल मुझे चाहिए । देखते ही देखते नीलामी वाला दिन आ गया
नीलामी की शर्त थी नीलामी एक करोड़ की कीमत के साथ बढ़नी चाहिए । वहा सिर्फ 15 लोग थे पहली बोली लगी 80 करोड़ , दूसरी लगी 85 , तीसरी लगी 100
, चौथी 130 अब कोई बोली नही लगा रहा था तभी एक आवाज आई 150 करोड़
सब लोग पीछे मुड़ के देखने लगे वो कोई और नही आर्यन बीस्ट था । आर्यन से सारे पेपर वर्क किए और ऑनर के नाम पे प्रियांश सिंघानिया लिखवाया । रात को 2 बजे के करीब प्रिंस ने कॉल किया आर्यन को इतनी रात को प्रिंस का कॉल देख के आर्यन थोड़ा हड़बड़ा गया की क्या हो गया सब ठीक होगा ना । अपनी सोच को लगाम लगाए हुए आर्यन बोला क्या हुआ छोटे सरकार सब ठीक है अपने इतनी रात को कॉल किया । प्रिंस ने शांति से जवाब दिया " आर्यन मुझे कुछ जरूरी बात करनी थी सुबह का इंतजार नही कर सकता था " प्रिंस ने आगे बोला देखो मे इस होटल को कुछ इस तरह से तैयार करना चाहता हू 40 मंजिला वाले इस फाइव स्टार होटल में 400 कमरे। इस होटल की बाहरी दीवारों पर भी 54,000 वर्ग फीट में गोल्ड प्लेटेड टाइल्स लगी हुई हो । यहा रुकने आने वाले हर इंसान की पूरी जानकारी होनी चाहिए और उनके एक रात का किराया 5 लाख 25 हजार होगा । पहली तीन मंजिल पे नॉर्मल लोगो के लिए डाइनिंग एरिया होगा और 4 मंजिल से ऊपर सबका जाना मना है वहा सिर्फ प्लेटेनियम कार्ड होल्डर को ही एंट्री मिलेगी और 39 और 40वी मंजिल पे मेरा ऑफिस रहेगा । 50 सिक्योरिटी गार्ड , होटल को फायर प्रूफ और सारी टॉप टेक्नोलोजी का यूज करके तैयार करवाना । एक बात का ध्यान रहे मेरा चहेरा कभी मीडिया के सामने नही आना चाहिए । मे अभी तुम्हारे खाते मे 200 करोड़ डाल रहा हूं। होटल मे किसी भी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए इतना बोल के प्रिंस से कॉल कर दिया ।
आर्यन से तुरंत किसी को कॉल किया और सारी बात बताई सामने से जवाब आया " मुझे उम्मीद नही थी प्रियांश इतना अच्छे से अपने काम को करेगा इस हिसाब से अगर होटल तैयार हुआ तो कुछ दिनों में होटल ब्लेक रोज़ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे इंडिया की टॉप होटल में आ जायेगी " कुछ इधर उधर की बात करके आर्यन ने फोन रख दिया कॉल पे और कोई नही खुद प्रिंस के पापा मिस्टर राजेंद्र सिंघानिया थे
क्या मालिनी और प्रियांशी को प्रिंस की सच्चाई पता चलेगी ? क्या अब भी मालिनी और प्रियांशी ऐसा ही व्यवहार करेंगे जाने के लिए आप कॉमेंट कीजिए आपके कॉमेंट के आधार पे दूसरा पार्ट जरूर आएगा