क्या एकांत ही सुख हैं ? - 7 in Hindi Motivational Stories by Poonam Kuhar books and stories PDF | क्या एकांत ही सुख हैं ? - 7

Featured Books
  • आखेट महल - 19

    उन्नीस   यह सूचना मिलते ही सारे शहर में हर्ष की लहर दौड़...

  • अपराध ही अपराध - भाग 22

    अध्याय 22   “क्या बोल रहे हैं?” “जिसक...

  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

Categories
Share

क्या एकांत ही सुख हैं ? - 7

आपने पीछे पढ़ा की तुषांत के पास किसी का फोन आता हैं की ये वीडियो तुम्हारी जिंदगी तहस - नहस कर देंगी यदि तुमने मेरी बात नही मानी तो । फिर तुषांत के पास जैसे ही वीडियो आती हैं तो उसे देखकर उसकी आंखे डर से लाल हो जाती हैं ।

वह सोचता हैं की यह विडियो में वही दृश्य हैं जो प्रेमा मुझे बता रही थी । प्रेमा मुझे सच बोल रही थी असल में मैं ही गलत था जो की प्रेमा की बात नही मान रहा था । ऐसा सोचते ही रोने लग जाता हैं और सोचता हैं की में अब क्या करू ।

इतने में उस शक्स का फोन आ जाता हैं की देख ली क्या वीडियो ?
देख ली तो अब तुम्हे क्या करना ? मेरी बात मानने के लिए तैयार हो क्या ?
तुषांत घबराते हुए बोलता हैं की आप हो कोन और मुझसे क्या चाहते हो ? मेने आपका क्या बिगाड़ा हैं ?
तब वह शख्स बोलता हैं की में तुम्हारा कॉलेज का टीचर रविकांत हूं , तुम तो मुझे अच्छी तरह से जानते होगें ।
फिर तुषांत बोलता हैं की आपने मेरे साथ ऐसा क्यों किया हैं और पहले भी आपने मेरे साथ बहुत गलत किया हैं ।।

रविकांत कहता है की मुझसे बहस करने से ज्यादा अच्छी बात यह हैं कि तुम मुद्दे की बात पर आ जाओ ।। में जैसा बोलूं वैसा करना नही तो अंजाम तुम्हे पता ही हैं ।
में यह विडियो सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपलोड कर दूंगा और फिर जो होगा वो तुम्हारे लिए ठीक नही हैं ।

फिर तुषांत सोचता हैं की ऐसा हुआ तो मेरे साथ प्रेमा की इज्ज़त पर दाग लग जायेगा । वह रविकांत से बोलता हैं की मुझे आपकी बात मंजूर हैं , आप जैसा कहोगे ने वैसा करने के लिए तैयार हूं ।

फिर रविकांत उससे कहता हैं की तुम्हारी स्टोरी स्क्रिप्ट और राइटिंग कंटेंट चाहिए और तुम जो भी आगे स्टोरी लिखोगे वे मुझे दौंगे। अगर बात मंजूर हैं टी हां बोलो नही तो ये वीडियो वायरल हो जायेगी ।

तुषांत कहता हैं की मुझे आपकी शर्त मंजूर हैं पर आप ये वीडियो डिलीट कर देना और रविकांत तुषांत से बोलता हैं की तुम मेरी बात मानोगे तो तुम्हे टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं हैं , में आपने आप डिलीट कर दूंगा।
आगे रविकांत कहता हैं की कल ठीक 9 बजे अपने लिखे हुए कंटेंट को लेकर आ जाना और बाकी तुम जब मुझे मिलोगे तब समझा दूंगा ।

अगले दिन सुबह तुषांत बिना कुछ खाए पिए और बिना स्नान किए सीधा रविकांत से मिलने के लिए चला जाता हैं और वहा जाते ही रविकांत को अपने लिखे हुए सारे कंटेंट दे देता हैं । कंटेंट ले लेने के बाद तुषांत से कहता हैं की अब अकाल आई ना ठिकाने ( साथ में हस्ते हुए )
उदास तुषांंत की आंखे रविकांत की ओर मासूमियत के साथ देखती हुई और कहता हैं की अब आप वीडियो डिलीट कर दो ना प्लीज़ ____
रविकांत हंसते हुए कहता हैं की तुम डरो मत बस मेरी बात मानते जाओ । तुम मेरे लिए स्टोरी लिखना और स्टोरी राइटिंग का कुछ हिस्सा तुम भी रख लेना जैसा की पहले कॉलेज में लेते थे ।
पर ___

,तुषांत के पास रविकांत की बात मानने के लिए कोई और ऑप्शन नहीं था इसलिए वह उसकी सारी बाते मान लेता हैं। इस तरह धीरे धीरे प्रेमा ने भी तुषांत से दूरी बना ली क्योंकि जो प्रेमा को चाहिए था उसे वो चीज मिल गई थी ,तुषांत का शरीर और उसकी बुक्स। पर तुषांत को पता नही था की प्रेमा ने इतना बड़ा चल रचा हैं । वह तो यह सोचता था की प्रेमा मेरी गलती के कारण मुझसे दूर हो गई और सायद वो कभी मेरे पास वापिस नही आयेगी जिसके कारण तुषांत पूरी तरह से टूट चुका था । उसे अपनी लाइफ में टेंशन के अलावा और कुछ दिखाई नहीं दे रहा था ।

धीरे धीरे टाइम बीतता गया और तुषांत रविकांत के लिए काम करता गया फिर एक दिन जब तुषांत रविकांत से मिलने जाता हैं तो वह देखता है। की रविकांत और प्रेमा आपस में बाते कर रहे है। और मेरे खिलाफ साजिशे बना रहे हैं । उसे यह भी पता चल जाता हैं की प्रेमा और कोई नही रविकांत की बेटी हैं और उसने सिर्फ मेरे साथ छलावा किया था वो भी मुझसे मेरे *कॉन्टेट* को लेने के लिए ।
अब दृश्य देख तुषांत टूटा तो पहले से ही था पर अब यह सोचता हैं की काश ये लड़की और ये टीचर मेरी जिंदगी में नही आए होते तो आज मेरी जिंदगी कुछ अलग होती । मेरा वो अकेलापन हो मेरे लिए सुख था , मेरे लिए तो एकांत ही सुख था । ( रोते हुए )


अब मेरे पास कुछ नहीं बचा हैं न ही मेरे करियर , ना ही मेरी जीने की वजह । मेरे लिए तो दुनिया एक मायाजाल हैं जिससे मुझे छुटकारा चाहिए और जिससे मुझे मोक्ष प्राप्त हो जायेगा जिससे मुझे जल्द ही मुक्ति मिल जायेगी ।
उसके गांव में उसके ममी पापा उसका वैट कर रहे थे आज तुषांत घर क्यों नही आया इतना लेट हो गया हैं अगर उसे लेट भी होता हैं तो वह बताता जरूर हैं की आज में नही आ पाऊंगा । फिर उसके घर वाले तुषांत को फोन करते हैं की वह आज कहा पर हैं घर क्यों नही आया तब तुषांत फोन नही उठाता हैं और फोन बंद आता हैं । तब उसके घर वाले सोच में पड़ जाते हैं की तुषांत ने पहले कभी ऐसा नहीं किया । शायद वह कुछ मुसीबत में है इस बात को लेकर उसके घर वाले चिंतित हो जाते है लेकिन फिर भी वह सोचते हैं की सुबह आ ही जायेगा , उसे कोई जरूरी काम था इसलिए हमे बताना भूल गया सायद ।

फिर अगली सुबह भी तुषांत की कोई खबर नहीं थी की वो कहा पर तब उसके घर वाले उसकी कोचिंग , ट्यूशन जब जगह जाते हैं पूछने के लिए फिर भी तुषांत का कुछ पता नही चलता हैं ।

अगर कहानी अच्छी लगी हो तो मुझे फ़ॉलो करके रेटिंग जरूर देना ___

अगला भाग इससे भी रोचक होगा इसलिए देखना मत भूलना ।

थैंक यू सभी का ____
🙏🏻🙏🏻🙏🏻