some unsaid things from the heart in Hindi Anything by DINESH KUMAR KEER books and stories PDF | कुछ अनकही बातें दिल से

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कुछ अनकही बातें दिल से

1.
तेरी एक झलक पाने को तरस जाता है दिल
मेरा,
खुश किसमत है वो लोग जो तेरे घर के सामने
रहते है...

2.
उसी की तरह मुझे सारा जमाना चाहे,
वो मेरा होने से ज्यादा मुझे पाना चाहे...

3.
आहिस्ता चल ए ज़िंदगी,
अभी कई कर्ज चुकाना बाकी है,
कुछ दर्द मिटाना बाकी है,
कुछ फर्ज निभाना बाकी है...

4.
कभी सीने से लगा कर दिल की धड़कन तो !
सुन... हर पल तुम्हारा ही नाम लेती है" !!

5.
लोग नही बदलते है नाही छोड़ते है,
ज़ब उन्हें हमसे बेहतर मिल जाते है...
तब वो हमें नज़र अंदाज़ करने लगते हैं...

6.
तुम्हारे करीब आने पर सुकून महसूस ‌करता है ये दिल,
कभी सीने से लगकर महसूस करना तुम...

7.
मैंने दूर नहीं किया किसी को,
.
.
.
जिसका दिल भरता गया,
वो मुझे छोड़ता गया...

8.
एक तरसी हुई निगाहें इशारे में कह गई,
दिल ले गए हो तुम बस जान रह गई...

9.
ए सुनो न... मैं आऊंगा चाँद वाला सफ़ेद रंग का कुर्ता पहने,
तुम आना ब्लैक साड़ी और सुर्ख़ लाल सरीखी ब्लाउज में...
मिलेंगे दोनों गंगा के घाट पर...

10.
तू हमसफ़र, तू हमडगर तू हमराज नज़र आता है...
मेरी अधूरी सी जिंदगी का ख्वाब नज़र आता है…
कैसी उदास है जिंदगी… बिन तेरे… हर लम्हा,
मेरे हर लम्हे में…. तेरी मौजूदगी का अहसास नज़र आता है।

11.
वैसे तो मैं बहुत सीधा लड़का हूं
पर तुम्हारी अदाएं मुझे बिगाड़ देती है...

12.
जिंदगी गुजर रही है इंतहानों की दौर से,
एक ज़ख्म भरता नहीं...
दूसरा आने की ज़िद करता है...

13.
सांसो का बसर तुम से
तुम्ही तक है...

हां मेरी मोहब्बत भी
तुम से तुम्ही तक है...

14.
वादा है जब भी मिलोगे
हर बार तुम्हें इश्क होगा
मुहब्बत पुरी शिद्दत से होगी
और प्यार बेपनाह होगा...

15.
जब अपने ही परिंदे किसी और के दाने के राजी हो जाए,
तो फिर उस परिंदा को आजाद कर देना ही बेहतर होता है...

16.
पता नहीं किस कलम से लिखी है किस्मत हमारी,
जब भी खुश होने की कोशिश करता हूं एक नया दर्द मिल जाता है...

17.
वो छिन लेते हैं चहरे की मुस्कान,
जिन्हें बता दिया जाऐ कि तुम ज़रुरी हो...

18.
जिसे देखिए ओ खुद में ही गुम है,
जुबां मिलती है लेकिन हमजुबां नही मिलता...

19.
अगर तू साथ है,
तो सबकुछ मेरे पास है...

20.
सौ - सौ अहसास छुपे हैं मेरे एक - एक लफ्ज़ में,
ख़ुदा जाने तुम... कितने समझ पाती हो...

21.
एक शख्स ऐसा भी टकराया जिंदगी में
जिसने जान भी ले ली
और जिन्दा भी छोड़ दिया ...!

22.
कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से,
ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो...

23.
जहां रहेगा वहीं रोशनी लुटाएगा,
चराग का कोई अपना मकान थोड़े होता है...

24.
जिसे देखिए ओ खुद में ही गुम है,
जुबां मिलती है लेकिन हमजुबां नही मिलता...

25.
प्यार एक भरोसा है जो अनंत तक साथ रहती है

26.
हर चीज में खुश्बू है तेरे होने का,
गजब निशानियां दी है तुमने अपनी चाहत का...

27.
थक चूका हूँ मेहमान की तरह घर आते - आते,
बेघर हो गये है हम चंद रूपये कमाते - कमाते...

28.
तुम्हे देखते ही, बहक जाता हूँ मैं
कहना कुछ होता है कह कुछ और जाता हूँ

29.
बस इतनी मुख़्तसर सी ख़्वाहिश है मेरी,
तेरी चौखट पे, मेरी उम्र गुज़रे तुम्हारे साथ...

30.
यूँ कुछ बदली है दुनिया, इतनी सराफत से
अब हर मुकदमे की बस एक ही सजा हैं,
जिन्हें अपने सबसे करीब समझते है।
वो आज कल अपनों से ही खफा हैं...

31.
जमाना इसलिए लहजा बदल रहा है दोस्त,
हमारा वक्त जरा पीछे चल रहा है दोस्त!
ना मिल सकी मेरे हिस्से की रौशनी मुझे,
मेरा चराग कहीं और जल रहा है दोस्त...

32.
जिनसे मिलना संभव नहीं हुआ,
उनकी भी एक याद बनी रहती है जीवन में...

33.