Tu meri mohabbat ho - 4 in Hindi Love Stories by Muskan Gupta books and stories PDF | तूं मेरी मोहब्बत हों ?? - 4

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तूं मेरी मोहब्बत हों ?? - 4


समर्थ हैरानी से उसको देखते हुए बोला : क्या सच्च में आप मुझे नहीं पहचानें पा रही है...!!

वो लड़की अपनी मासुमियत में धीरे से ना में सर हिला देती है....!!

क्या आपको अपना नाम भी याद नहीं है क्या...!!

वो फिर ना में सर हिला देती है...!!

आपका नाम इशाना गुप्ता हैं...! क्या आप ये भी भूल गईं...!!

इशाना गुप्ता...! वो धीरे से अपनी आंखें बड़ी करते हुए बोली...!!

आप अपने दिमाग पर जोर डालिए सब कुछ याद आ जाएगा...!! एक बार कोशिश तो करो इशाना...!! समर्थ इशाना के कन्धे को पकड़ते हुए बोला...!!

मेरा नाम इशाना है...! मुझे कुछ नहीं याद आ रहा आह मेरा सर दर्द हो रहा है...!! इशाना अपने सर पर हाथ रखते हुए सर को जोर जोर से घुमाते हुए बोली...!! उसके सर मे अचानक से बहुत तेज दर्द होने लगता है....!!

समर्थ इशाना को दर्द में देख कर बोला : क्या हुआ इशाना, डॉ जल्दी आइए देखिए अचानक से इसको क्या होने लगा...!! समर्थ चिल्लाते हुए बोला...

डॉक्टर जल्दी से अन्दर आई और उन्होंने समर्थ को बाहर जाने को कहा फिर वो इशाना को बेहोशी का इंजेक्शन दे देती है जिससे वो थोड़ी देर की लिए सो जाती है...!!

समर्थ और डॉ. वॉर्ड से बाहर आते हैं...!! समर्थ हैरानी से बोला : डॉक्टर ये अचानक से इसको क्या हों गया था और इसको कुछ याद क्यों नहीं हैं....!!

देखिए मिस्टर मलिक ये अभी बहुत कमज़ोर है और इतने बड़े ऐक्सिडेंट में शायद ये अपनी याददाश्त भूल गईं हों...!! शुक्र किजिए की ये बच गई वरना ऐसी कंडीशन में तो पेशेंट की जान चली जाती है...!!

So will its memory never come back....!

ये तो उनकी हेल्थ पर हैं, हो सकता है की अभी उनकी याददाश्त आ जाए और ये भी हो सकता है कि कल, परसों कभी भी आ सकती, देन ये भी हो सकता है कि कभी भी उनकी याददाश्त ना आए हम अभी कुछ नहीं बोल सकते हैं मिस्टर मलिक...!

Means you want to say that Ishana's memory can come, and even if not, can't we try to remind her, maybe our efforts will make her remember...!!

Mr. Malik, don't do this mistake even by mistake because his condition is very bad, if he gets even a small shock, then maybe his memory can go forever, I will tell you that plz do not force anything on him. Don't try to remind...!!ये बोल कर डॉक्टर वहां से चलीं जाती है...!!

समर्थ को डॉक्टर की बात सुन कर हैरान था...! उसको समझ नहीं आ रहा था कि अब वो क्या करें की तब तक उसके फ़ोन पर किसी की कॉल आती है...!!

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इधर दिव्यांश क्लब से बाहर निकलते हुए अपने आदमियों से बोला : Buy the shares of all those who were inside and sell them all at cheap prices, have you understood...!!

ओके सर...!! दिव्यांश का सेकेट्री जिसका नाम विराट था...!! जो दिव्यांश से कम हैंडसम नहीं था...!! सिल्वर बाल, भूरी आंखें और सिक्स पैक वाला ये बन्दा ना जाने कितनी लड़कियों का दिल थोड चुका है....!! ब्लैक रंग के वन पीस सूट में ये किसी हॉलीवुड के हिरो से कम नहीं लगता था....!!

और ये समर्थ कहां है उसको इंडिया आए हुए दो दिन हों गए हैं, तो वो अभी तक मुझसे मिलने क्यों नहीं आया है....!! Call Samarth...,

यस सर...!! विराट समर्थ को कॉल करने लगता है...!!

दो बार रिंग कॉल में समर्थ फ़ोन रिसीव कर लेता है...!!

विराट दिव्यांश को फ़ोन देते हुए बोला : लिजिए सर...!!

दिव्यांश अपने रुड आवाज में बोला : हैलो..! कहां हों तुम...!!

इधर समर्थ को समझ नहीं आ रहा था, कि वो दिव्यांश को इशाना के बारे में बताएं या ना बताए, वो यही सब सोच रहा था कि तभी दिव्यांश ने अपनी आवाज को बुलंद करते हुए बोला : i asked you something समर्थ...!!

हां...! सॉरी मैं कुछ सोच रहा था...!! समर्थ बात बदलते हुए बोला...!!

मैंने तुम से तुम्हारे चुप रहने का कारण नहीं पुछा और ना मैंने कोई सफाई मागी है...!! मैं बस ये पुछ रहा हूं कि तुम को इंडिया आए हुए दो दिन हों गए हैं, और तुमने अभी तक मुझसे कॉन्टैक्ट नहीं किया हैं, और ना मुझे तुमने हमारी फॉरन मे हुई मीटिंग के बारे में कुछ बताया हैं....!!

हां मैं तुम्हारे पास आ ही रहा था कि रास्ते में किसी का एक्सीडेंट हों गया था तो मैं उसको लेकर हॉस्पिटल आ गया, और कल से मैं यही हूं...!! समर्थ ये सब बोल ही रहा था कि तभी दिव्यांश बीच में उसकी बात काटते हुए बोला : मुझे तुम्हारी रोड़ जर्नी जाने में कोई इंटरेस्ट नहीं रखता हूं समझें, जल्दी से मुझसे मिलो आके ओके....! ये बोल कर दिव्यांश ने फ़ोन विराट को दे दिया...!!

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हैलो दिव्यांश मेरी बात तो सुनो...! समर्थ बोलता रह गया और दिव्यांश ने फ़ोन कट कर दिया...!!

यार इसकी प्रोब्लम क्या है...! ये मेरी कोई बात सुनता क्यों नहीं हैं...!! क्या मुझे दिव्यांश को बता देना चाहिए कि जिसे वो इन एक साल से ढूंढ रहा है वो आखिर कार मिल गई है...! पर उसको तो कुछ याद ही नहीं है...!! यार समर्थ ये सब बाद में सोचना पहले चल के दिव्यांश से मिल लेता हूं वरना वो मेरी जान खा जाएगा...!! ये बोल कर समर्थ वहां से चला जाता है...!!

कुछ देर बाद नर्स देखती है कि इशाना को होश आ गया था...!!

आपको होश आ गया मैम...! नर्स इशाना को सहारा देकर बैठाती हुई बोली...!!

इशाना कुछ नहीं बोली, वो फिर से खिड़की से बाहर देखने लगी...!!

मैम आपको कुछ याद आया कि जैसे आप कौन हों, या आपका नाम क्या है, और आप कहा से हों.., नर्स जूस का गिलास देते हुए बोली

जी...! मेरा नाम इशाना गुप्ता हैं..., इशाना नर्स से गिलास लेते हुए मुस्कुराते हुए बोली...,

बहुत प्यारा नाम है मैम इसके सिवा और कुछ...,

इशाना ने नर्स की बात का कोई जवाब नहीं दिया बल्कि..., वो खिड़की से बाहर की तरफ फिर से देखने लगी...,

नर्स को लगा इशाना को अभी कुछ देर के लिए अकेला छोड़ देना चाहिए..., उसको सब सही लगेगा तब वो खुदी सब कुछ बता देगी...,

नर्स वहा से चली जाती है...,

मैं जिस बीते वक्त को भुलना चाहती हूं..., वहीं क्यों मेरे
सामने आ रहा है..., मैं तुमको कभी माफ नहीं कर सकती दिव्यांश कपूर...,

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To be Continue...
मुस्कान 🙂