Living with the Dead - 4 in Hindi Love Stories by Makvana Bhavek books and stories PDF | लिविंग विथ डाय - 4

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लिविंग विथ डाय - 4

लिविंग विथ डाय

भाग 04

 

एक दीन हारूकि को पता चलता है कि साकुरा होस्पिटल में एडमिट है। वह होस्पिटल उससे मिलने जाता है और जैसे ही वर रूम का दरवाजा खोलता है तो देेखता है की साकुरा अपनी ही दुनिया में खोइ अकेले नाच रही होती है और साकुरा जैसे ही हारुकि को देखती है तो शरमा खाती है।

कुछ देर बाद साकुरा उससे कहती है कि मैं ने बाकीयो से झूठ बोला है कि मैं अपेंडिक्स की वजह से यहां पर एडमिट हूं और वो फिर उसे एक और बार ट्रूथ एंड डेर खेलने को कहती है।

पहले रांउंड में हारूकि जित जाता है और साकुरा उससे कहती है क्या तुम मेरी फस्ट किस के बारे में जानना चाहते हो तो तुम पूछ सकते हो पर हारुकि उससे पूछता है कि तुम्हारे लिए जिंदगी का क्या मलब है?

साकुरा कहती है हर बार इतना शीरीयस होना जरुरी है क्या! इसके बाद उसका जवाब देते हुए जिंदगी के बार में बहुत सी गहरी बातें करने लग जाती है।

उसकी फ्रैंड क्योको भी दरवाजे के बाहर से सब कुछ सून रही होती है।

हारुकि कहता है तुमने हमेशा मुझे जिंदगी जीने का मतलब सिखा या है शुक्रिया! इसके बाद साकुरा उसकी तरफ भागकर उसे हग करती है और कहती है यह हग उस दिन की तरह मजाक नहीं है।

तो हारुकी पूछता है तो यह सब क्या है?

साकुरा कहती है कि कुछ समय से मुझे दूसरो की गरमाहट महसूस करने का अजीब सा मन करने लगा है।

हारुकी कहता है यह बहुत ही अजीब नही है!

साकुरा काहती है बिल्कुल नहीं मैं तो बस तुम्हारी सच्चाई से रूबरू होना चाहती हूं और तभी वहा यर क्योको आ जाती हैं और उन दोनो को ऐसे देखकर उन पर फड़क पड़ती है। साकुरा क्योको की तरफ दौडती है और कस से उसे हग करती है।

क्योको उसे बोलती है की अब छोडो भी नही तो वह चला जाएगा साकुरा कहती है ना मुझे तुम्हारी गरमाहट चाहिए।

क्योको कहती है तुम्हे जितनी भी चाहिए होगी मैं तुम्हे बाद मैं दे दूगी अब छोड दो। पर साकुरा उसे छोड ने का नाम नही लेती और हारुकि को यहा से जाने का इशारा करती है।

 कुछ दिन बाद हारूकि को साकुरा का मेसेज आता है और वो फिर से उसे मिलने होस्पिटल जाता है। वहा से साकुरा जिद करके उसके साथ चुपचाप कही निकल जाती है। 

कुछ देर बाद वह दोनों एक जगह होते हैं जहां से सारा शहर नजर आ रहा होता है। 

साकुरा हारूकि को बताती है की यह वही जगह है जो होस्पिटल के विंडो से दिखाई देती है। मैं ने जब से यह जगह देखी तब से तुम्हारे साथ यहा आना चाह्ती थी और वह अचानक बात बदलते हुए कहती है की यहा से शहर बिल्कुल आसमान जैसा दिखाई देता है ना!"

इस पर हारूकि भी अपने मन की बाा बता देता है कि उसे भी साकुरा की फ्रिक है। वह साकुरा से कहता है की "में नही चाहता की तुम मरो!"

यह सुनकर साकुरा ब्रश करते हुऐ कहती है "परेशान मत हो मैं मरने से पहले तुम्हे जरूर बताऊंगी प्रोमिस!"

इसके बाद वह दोनो कस के एक-दूसरे को गले लगा रेते है और साकुरा उसे होस्पिटल से डिचार्ज होते ही उससे मिलने का प्रोमिस करती है। 

इस के कुछ दीनो बाद उसके डिर्स्चाज का दिन आ जाता है और हारूकि को उसका टेक्स्ट आता है कि "वह दोनो आज मिल सकते है क्योंकि वह आज डिर्स्चाज होने वाली है।"

हारूकि मस्त रेडी होकर कैफे की तरफ जात है तभी रास्ते में उसे इसेमि मिलता है जो उसे गम ओफर करता है। 

हारूकि पहले तो मना करता है और फिर मुस्कुरा कर इस बार उससे गम ले लेता है। इसान के साथ कुछ बाते करने के बाद हारूकि वापस कैफे जाने लगाता है।

 हारूकि स्प्रिंग कैफे पहुचता है तभी उसे साकुरा का टैक्स्ट आता है कि "सोरी में अभी डिस्चार्ज हुई नही हूं इसीलिए आने में थोड़ी लेट हो जाउगी।"

हारुकि उसे रिप्लाई करता है कि मैं तुम्हारा स्प्रिंग कैफे में वैट कर रहा हूं। 

फिर वो दोनो थोडा आपस में चैट करते है और फिर आखिर में हारुकि उसे एक टैक्स्ट लिखता है कि शायद मैं तुम्हारी तरह ही बनना चाहता हूं! मैं भी दूसरों को प्यार करना चाहता हूं! मैं तुम्हारी तरह कैसे बन सकता हूं? लेकिन वह यह टैक्स्ट भेजने से पहले ही डिलीट कर देता है और उसकी जगह कुछ और टैक्स्ट भेजता है।

वैट करते-करते दोपहर से शाम और शाम से रात हो जाती है पर साकुरा अभी तक नही आई होती ना ही उसके लास्ट टैक्स्ट का उसे रिप्लाई आया होता है। जब कैफे के बंद होने का टाइम हो जाता है तो वो भी चुपचाप वापस अपने घर लौट जाता है। 

घर में डिनर करते वक्त वह टीवी में एक खबर सुनता है की गीतागुरु की एक सड़क पर गवाहों के मुताबिक एक सतरा साल की एक लडकी जो पासी की एक हाईस्कूल छात्र यामाहूसी साकुरा उसे बेहोश बहुत ही गंभीर रूप से घायल पाया गया। हारुकि यह सुनते ही शोक हो जाता है और उसकी धड़कने बढ जाती है। 

टीवी में आगे बोला जाता है कि उसके सीने में चाकू घूसा हुआ था, लोगों के अनुसार उसे तुरंत होस्पिटल ले जाया गया और बाद में उसे मरा घोषित कर दिया गया। भागा हुआ अपराधी पकड़ा जा चुका है और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। 

यह सुनते ही हारूकि की के पेरोटले से ज़मीन खिसक जाती है। हारुकि एकदम सदमे में जाने पोज हो जाता है, उसे कुछ भी समझ में नही आ रहा होता। 

उसके पेरेंट्स उससे पूछते हैं कि क्या हुआ लेकिन वो चुपचाप बिना कुछ बोले घबराते हुए अपने कमरे में जाने लगता हैं और सीढियों पर गिर जाता है और रोने लगता है।

क्रमश....................