Darinde se Pyaar - 4 in Hindi Horror Stories by Alam Ansari books and stories PDF | दरिंदे से प्यार - 4

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दरिंदे से प्यार - 4

प्रोम्म नाइट्स

( अब तक आपने पढ़ा कि तनु जो एक वैम्पायर है ,वह जंगल मे एक लड़के की हत्या कर देती है। अमर टीना को पसन्द करने लगा है। )




अब आगे




अगले दिन उस लड़के की लाश पुलिस को जंगल से मिली। वह हैरान थी कि इस तरह किसी के शरीर से खून कैसे निकाला जा सकता है?




सेंट पीटर कॉलेज की प्रोम्म नाइट्स

जैसे ही फरवरी का महीना था,हर साल की तरह कॉलेज में प्रोम्म नाइट्स का इंतज़ार शुरू हो गया। ये एक ऐसी रात होती थी जब कॉलेज के सारे स्टूडेंट्स मिलकर एन्जॉय करते थे। प्रोम्म नाइट्स एक पार्टी टाइम था।




टीना भी इस दिन का इंतज़ार कर रही थी। उसके साथ ही नीरू और अजय को भी इस दिन का इंतज़ार था। टीना ने पहले दिन के लिए एक खूबसूरत इवनिंग गाउन खरीदा जो गुलाबी रंग का था। हालांकि फरवरी में दिल्ली का मौसम थोड़ा ठंडा ही रहता है,लेकिन प्रोम्म नाईट में स्टूडेंट्स एक से बढ़कर एक लगना चाहते थे।

हर साल प्रोम्म नाईट यूनिवर्सिटी के किसी एक कॉलेज में होता था।दिल्ली यूनिवर्सिटी पूरे भारत की सबसे बड़ी जगहों में एक थी जहां हर जगह से स्टूडेंट्स आकर पढ़ना चाहते थे। इस यूनिवर्सिटी में 20 बड़े कॉलेज थे जिसमें सेंट पीटर सबसे बड़े कॉलेज में से एक था।




प्रोम्म नाईट कहाँ होगी इसका फैसला यूनिवर्सिटी के सभी कॉलेज वोटिंग द्वारा करते। तो इस बार नाम निकला, सेंट पीटर कॉलेज का। होता भी क्यों ना,आखिर यहां का परिसर था ही इतना बड़ा। तीन रातों तक चलने वाली इस प्रोम्म नाईट में यूनिवर्सिटी से हज़ारों स्टूडेंट्स भाग लेने वाले थे।




नए स्टूडेंट्स तो विशेषकर रूप से एक्साइटेड थे क्योंकि वे लोग प्रोम्म नाईट पहली बार अटेंड करने वाले थे। सजावट पूरे कॉलेज में शुरू हो रही थी।




टीना और उसके दोस्त क्लास में थे। लेकिन वे दोनों पीछे बैठे थे और आगे टीना अकेले थी। तभी अमर ने क्लास में एंटर किया। अमर इतना हैंडसम था कि क्लास की सभी लड़कियां एक टक उसको निहारने लग जाती थीं।




अमर इधर-उधर खाली सीट देखने लगा। उसे टीना के पास खाली सीट दिखी। वह सीधा वहां पहुंच गया और बोला,"टीना,क्या मैं यहां बैठ सकता हूँ?




टीना ने अमर की ओर देखा और स्माइल देते हुए कहा,"Sure.."




अमर उसके पास बैठ गया। दोनो ने एक दूसरे को देखा और एक कोल्ड स्माइल दी। अमर ने ही बात शुरू करते हुए कहा," तुम प्रोम्म नाईट में आ रही हो ना?"




टीना ने जवाब दिया,"हां। बिल्कुल। क्यों तुम नहीं आ रहे?"




अमर ने जवाब दिया,"अभी कुछ सोचा ही नही।"




तभी पीछे से टॉम आकर बोला,"क्यों नही आएंगे? After all we are also students here..क्यों अमर? सही कहा ना?"




तनु ने टीना के सामने से आकर उसके गालों को हाथ लगाते हुए कहा,"Why not darling? हम तीनों आएंगे। इतनी रंगीन और हसीन रात को कौन बेवकूफ मिस करना चाहेगा। इतनी वैरायटी होगी वहां।"




टीना ने हैरानी से पूछा,"वैरायटी? किस चीज़ की वैरायटी?"




अमर ने तनु को आंखें निकालकर गुस्से में देखा। इस पर तनु ने बात बदलते हुए कहा," I mean variety of people and students..अलग-अलग कॉलेजेस के लोगों से मिलने का मौका जो मिलेगा। Don't you think so,निया?"




टीना ने कहा,"हाँ तनु। You are right.."

तनु ने टीना को पूछा,"तुम तीनो हमसे इतना दूर क्यों भागते हो? लेटस बी फ्रेंड्स।" ये कहकर तनु ने अपना हाथ निया की ओर बढ़ा दिया। टीना ने भी अपना हाथ बढ़ाकर कहा,"श्योर।" उसके बाद टॉम ने दोस्ती का हाथ आगे किया। पीछे बैठे नीरू और अजय ने कहा,"हम भी है यहाँ बैठे। कोई हमसे भी फ़्रेंडशिप करेगा।"

सब हंसने लगे। अमर चुप बैठा था। टीना ने उसकी तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहा,"फ्रेंड्स?" अमर ने टीना की आंखों में देखा और स्माइल देकर हाथ बढ़ाते हुए कहा,"फ्रेंड्स।"




क्लास के बाद टीना,नीरू और अजय चले गए। अमर ने तनु को रोका और पूछा,"क्या था ये सब?"




तनु ने हैरानी से कहा,"क्या?"




अमर ने गुस्से में कहा,"ज़्यादा भोली बनने की ज़रूरत नहीं।ये दोस्ती का नाटक समझ आ रहा है मुझे। एक बात ध्यान रख टीना के पास भी गयी तो तुझे जान से मार डालूंगा।"




तनु ने अमर का कॉलर पकड़ते हुए कहा,"देख रही हूँ कि तुझे उसकी बहुत फिक्र है। ये बस फिक्र तक ही रखना। प्यार-व्यार का अगर चक्कर है तो जान से वो जाएगी। Because you are only mine..तुझे किसी और का होने नहीं दूँगी।"




अमर ने कॉलर छुड़ाते हुए जवाब दिया,"Beware. दूर रह। वरना रायसन को बोलकर तुझे यहां से वापिस रगुजा भिजवा दूंगा।"




ये कहकर अमर बाहर निकल गया। उसके जाते ही तनु भड़ककर बोली,"अमर ,तू मुझसे जितना दूर भी भाग। तुझे किसी ओर का होने नहीं दूँगी। यू आर माईन।"




टॉम ने चुप रहने में ही अपनी भलाई समझी।

अब शुरू होने वाली थी प्रोम्म नाइट्स की तीन रातें।




प्रोम्म नाईट की पहली रात




आज प्रोम्म नाईट की पहली रात थी। पूरा सेंट पीटर कॉलेज को रंग-बिरंगी झालरों,लाइट्स,गुब्बारों से सजाया हुआ था। स्टूडेंट्स की भीड़ लग चुकी थी। पीछे लाउड म्यूज़िक चल रहा था।




टीना, नीरू और अजय पहुंच गए। टीना ने आज अपने बाल खुले छोड़े हुए थे और हल्का सा मेकअप कर रखा था। गुलाबी ड्रेस में उसका गोरा रंग और खिल रहा था। उसकी हरी आंखों पर लगा आई लाइनर उनको और भी चमका रहा था।




नीरू ने नीला ड्रेस पहन रखा था। दिखने में वह किसी से भी कम नही थी। गैरुआं रंग,भूरी आंखें और लम्बा कद,नीरू को टीना से ज़रा भी कम नहीं थी।




अजय,टीना का बचपन का दोस्त, दिखने में स्मार्ट था। उसने नीली जीन्स,पिंक शर्ट और कोट पहन रखा था।




अमर,तनु और टॉम ने एंट्री की। तेज गाना चल रहा था..




ये शहर है अमन का







यहां की फिज़ा है निराली,







यहां पे सब शांति-शांति है,







यहां पे सब शांति-शांति है।




ऐसा लग रहा था मानो गाना उन तीनों की एंट्री के लिए ही था। वैम्पायरों की एंट्री होना और इस गाने का शुरु होना एक बड़ा तालमेल-सा लगा। तीनों एक से नीली आंखों वाले, अजीब सा आभास देने वाले थे।




अमर ,6 फुट लम्बा जिस पर नीली आंखें, भूरी जीन्स, सफेद शर्ट और लंबी नोक वाले ब्राउन जूते ,लड़कियों पर कहर ढाने के लिये काफी थे।




टॉम,6 फुट,नीली आंखे,खूबसूरत चमकीले कपड़े भी किसी से भी कम नहीं थे।

फिर एंट्री की तनु ने। लंबा कद,नीली गहरी आँखें ,काले रंग का इवनिंग गाउन लड़कों पर कहर ढहा रहा था।




सभी ने टीना और उसके फ्रेंड्स से हेलो की। दूर खड़ा ,सीनियर,साहिर उनको देख रहा था। उसने नितिन से पूछा,"ये तनु हमेशा काले रंग के कपड़े ही क्यों पहनती है?"




नीतिन ने तनु की ओर देखते हुए कहा,"कुछ भी हो। खूबसूरत बला है। अजीब सी कातिलाना लगती है। और इन तीनों की आंखें एक जैसी हैं। वैसे एक बात है?"




साहिर ने पूछा,"क्या?"




नितिन ने उन वैम्पायरों की ओर देखते हुए कहा,"कोई ना कोई कांड तो ये ज़रूर करेंगे। दे डोंट लुक नॉर्मल।"




साहिर ने हामी भरते हुए कहा,"क्या कर लेंगे? हा हा हा। खून?"




नितिन भी हंसने लगे गया और बोला,"ये तनु तो ज़रूर मेरी जान लेगी। हाय, इसकी कातिल नज़रें।"




साहिर को अचानक मीनल का ध्यान आया। उसने नितिन से पूछा,"ये मीनल कहाँ है? कॉलेज ही नहीं आ रही। Is she okay and fine?"




नितिन ने तनु की ओर देखते-देखते ही कहा,"मैंने उसको कॉल की थी,लेकिन बन्द आ रहा था।"




तनु को पता लग चुका था कि नितिन उसमे इंटरेस्ट ले रहा था। वह मन मे सोचने लगी,"ये तो सीधा अब रगुजा जाएगा। वो भी आज ही। हा हा हा।" उसने दूर से ही नितिन की ओर गिलास दिखाकर चियर्स किया। नितिन के चेहरे पर स्माइल आ गयी।




उधर टीना नीरू और अजय के साथ ड्रिंक्स लेने गयी। वहां उसकी टक्कर अमर से हो गयी।




अमर ने टीना को देखते ही कहा,"ओह्ह! आई एम सॉरी,निया।"







इस बार टीना को अमर पर कोई गुस्सा नहीं आया। बस उसने हल्की से स्माइल दे दी।




थोड़ी देर बाद अचानक टीना के ड्रेस पर ड्रिंक गिर गयी। वह नीरू से बोली,"मैं वाशरूम से अभी आयी। ड्रिंक साफ करके।" नीरू ने उसको ओके कहा।




नीरू वाशरूम में जाकर ड्रेस साफ करने लगी कि बाहर आहट हुई। इस समय वाशरूम में कोई नहीं था। इसलिए वह घबरा गई। बाहर आकर वह तेज़ आवाज़ में बोली,"कौन है? कौन है वहां ?" उसको कोई जवाब नहीं मिला। उसको लगा कि शायद उसका कोई वहम है। वह वापिस अंदर चली गयी लेकिन फिर आहट हुई। टीना फिर बाहर गयी,"कौन है?" दुबारा कोई जवाब भी नहीं आया।




वह खुद में बड़बड़ाकर बोली,"पता नहीं कौन है? अब मुझे चलना चाहिए।" वह बाहर जाने लगी कि अचानक से कॉरिडोर की लाइट्स बन्द हो गईं।




टीना घबराहट में तेज़-तेज़ चलने लगी। तभी किसी ने उसका हाथ पकड़ा और एक कमरे में खींच लिया। किसी ने मोबाइल की लाइट उसके मुँह पर मारी। टीना ने कहा,"कौन?" जब उस चेहरे पर लाइट पड़ी तो टीना ने देखा कि अमर था।




टीना ने हैरानी से तेज़ आवाज़ में कहा,"तुम? यहाँ? मेरा पीछा करते हुए आये हो?"




अमर ने टीना का पहले हाथ पकड़ा और फिर टीना के मुँह पर हाथ रख दिया। वह उसकी आंखों में देखने लगा। फिर उसने अपनी भारी आवाज़ को धीमी करते हुए कहा,"टीना, तुम में ऐसा क्या है जो मुझे तुम्हारी ओर खींच रहा है। क्यों तुम्हारे चेहरे से मेरी नज़रें नहीं हटती?यहां आकर मैं ये तक भूल गया हूँ कि मैं यहां करने क्या आया था। बताओ निया क्या हुआ है ये मुझे? बोलो?"




टीना ने अमर को इशारे से उसके मुंह से हाथ हटाने को कहा। अमर ने अपना हाथ हटा लिया।




टीना बोली,"लेट मी गो,प्लीज़।" अमर ने टीना का हाथ छोड़ दिया। टीना ने अमर को हल्के से धक्का दिया और भाग कर जाने लगी। आगे सीढ़ियों पर जाकर उसने रुककर अमर को देखा और मुस्कुराई। अमर उसको बस जाते देख रहा था।







टीना नीरू के पास पहुंच गई। अजय भी वहीं था। अजय ने टीना को घूरकर देखा और पूछा,"तू कहाँ थी? इतनी देर वाशरूम में?"







टीना ने जवाब दिया,"हां,ड्रेस इतनी मुश्किल से साफ हुआ। मेरे लिए एक और सॉफ्ट ड्रिंक ला दे ना।"




अजय सॉफ्ट ड्रिंक लेने चला गया तो नीरू ने टीना का हाथ पकड़ लिया और पूछा,"जल्दी से बोल कहाँ थी?"




टीना हंसने लग गयी और पूरी बात नीरू को बता दी। नीरू हंसने लगे गयी और बोली,"यू लव हिम? बता?"







"हाँ। लेकिन वह कुछ अजीब है। उसकी आंखें। उनसे मुझे डर लगता है,"टीना ने कहा।




नीरू ने कहा,"ये पहला प्यार है। शायद उसकी आंखे नीली होने की वजह से तुझे डर लगता है।"




टीना चुप हो गयी। अमर वहीं दीवार से सटकर सब देख रहा था। टीना ने उसकी आँखों से डरकर मुँह दूसरी ओर कर लिया। अमर उस ओर जाकर खड़ा हो गया जिस ओर टीना का मुंह था। अमर को देखकर टीना ने हाथ से मुक्का मारने का इशारा किया। अमर ने हंसते हुए फ्लाइंग किस दी। निया ने इस पर मुँह बना दिया।







दूसरी ओर तनु अपनी अदाओं से अपना शिकार ,नितिन को फंसा रही थी। वह उसको इशारे कर रही थी। उसने नितिन को उंगली के इशारे से अपने पीछे-पीछे आने को कहा। नितिन उसी ओर चल पड़ा जिस ओर तनु जा रही थी। वह नितिन को प्रोम्म नाईट से दूर अंधेरी जगह ले गयी। नितिन बहुत खुश था कि तनु भी उसमे इंटरेस्ट ले रही थी।







दोनों दूर सुनसान जगह पहुंच गए। नितिन ने तनु का हाथ पकड़कर अपने नज़दीक खींच लिया। दोनो की सांसें आपस में टकरा रहीं थीं। नितिन तनु के बहुत करीब आ जाना चाहता था। लेकिन अचानक ही तनु ने खौफनाक रूप ले लिया जिसको देखकर नितिन बुरी तरह घबरा गया और पीछे हट गया।







कौन हो तुम? क.. क्या चाहती हो," नितिन पीछे होते हुए बोला।




तनु ने भयंकर स्वर में कहा,"पास नहीं आओगे नितिन? I want you..Come to me..मत भाग मुझसे।"




नितिन दूर भागने लगा लेकिन वह जहाँ भी जाता ,तनु सामने आ जाती। उसके बाद तनु ने नितिन को जकड़ लिया और थोड़ा सा खून चूसकर छोड़ दिया। नितिन दर्द में कराह उठा।




तनु ने आंखे बंद करके टाइगर को बुलाया। टाइगर तुरंत हाज़िर हो गया। तनु ने टाइगर को हुकुम दिया,"टाइगर इसको रगुजा ले जाओ।"







टाइगर ने नितिन को पकड़ा और साथ ले जाने लगा। नितिन छटपटा रहा था लेकिन टाइगर के चंगुल से छूट नहीं पाया।




उनके जाने के बाद तनु ज़ोर-ज़ोर से हंस रही थी,"हा हा हा हा। ये प्रोम्म नाइट्स किस-किस को रगुजा पहुँचाएगी,पता नहीं। क्या- क्या अब धरती पर होने वाला है,कोई नहीं जानता। बच सको तो बचो।"




To be continued...













आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए " दरिंदे से प्यार" और बने रहिए कहानी पर।।







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See you in the next chapter till then take care..







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