1.
तुम्हेँ गले से लगाने के बाद आया है
सुकून कितने ज़माने के बाद आया है
2.
ख्वाहिश इतनी है कि कुछ ऐसा मेरा नसीब हो
वक्त चाहे जैसा भी हो... बस तू मेरे करीब हो
3.
मैं देखूं तुझे और तुझ पर प्यार ना आए,
ऐसा तो मुमकिन ही नही
4.
जब भी जिक्र होता है सुकून का
मुझे तेरी बाहों की तलब लगती है
5.
सिर्फ तुम्हारी पसंद बनकर रहूं मैं उम्र भर
बस इतना ही काफी है मेरे लिए...
6.
मेरी ऋतुएं निर्भर है तुम पर ही...
तुम्हारे साथ ही है जीवन बसंत मेरा ...
7.
सांसो से बंधा है रिश्ता तेरा - मेरा कभी ना तोङ पाओगे
तुम पास हो ना हो मेरे... पर साथ हमेशा ही नजर आओगे...
8.
बैठो कुछ देर हमारे सामने यकीन के लिए...
दवा ज़रूरी नहीं हर वक़्त सुकून के लिए...
9.
सिमट कर तेरी बाँहों में हम मर जाते हैं आज भी...
आ जाते हो मेरे ख्यालों में जब, तुम यूँ ही कभी...
10.
साँस साँस पर नाम तेरा...!!
जाने क्या होगा अंजाम मेरा...
11.
हम और तुम दरिया के किनारे, कब मिले हैं
जब मिले, दरिया की गैरमौजूदगी में मिले हैं
12.
जिंदगी चाहे जितने पल की मिले,
एक दुआ है बस ... सारी तुम्हारे संग गुजरे
13.
तेरी चाहत मुझे इस कदर भाने लगी है
तेरी, बाहो में मुझे सुकून की नींद आने लगी है !!
14.
नहीं है अब कोई और जुस्तजू इस दिल में ए सनम,
मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो
15.
ठहर जाती है हर नजर मेरे रुखसार पर आकर,
मेरे चेहरे पर तेरी चाहत का खुमार ही कुछ ऐसा है...
16.
जब भी मिलते हो मुस्कराते हो
इतनी खुशियाँ लाते कहाँ से हो
17.
हर रोज़ थोङा - थोङा करीब आने लगे हैं
हम तुम्हें आज... कल से ज्यादा चाहने लगे हैं
18.
नज़दीकियां इतनी हो हमारे दरमियान कि
तुम सुन सको मेरे दिल की धड़कने
19.
चूम कर तेरे माथे को, तुझे अपनी बाॅंहों में भरना है।
हाँ मुझे तुमसे... सिर्फ तुमसे, कुछ इस कदर इश्क़ करना है।।
20.
तेरे दिल का मेरे दिल से रिश्ता अजीब है,
मीलों की हैं दूरियाँ ... और तू धड़कन के करीब है...
21.
इक़रार है कि दिल से तुम्हें चाहते हैं हम,
कुछ इस गुनाह की भी सज़ा है तुम्हारे पास...
22.
कर लूं जो क़ैद तुम्हें अपनी बाहों के दायरे में
लोग जल जाएंगे... तुम्हें मेरे इतना क़रीब देख कर
23.
नज़र लगती है तो लग जाए,
हम तो नज़र भर के देखेंगे आपको।
24.
गर दिख जाए मुझको तेरा मुस्कुराता चेहरा।
तो दिन की क्या मज़ाल कि बुरा हो जाए...।।
25.
जब से देखी उसकी सूरत...।
नजर से उतर गए सारे खूबसूरत...।।
26.
बेचैनियों से सारा आलम सर्द है
सुकून की गर्माहट फ़क़त एक तेरे आग़ोश में है
27.
हुस्न धतूरा, इश्क़ मजींरा, चल फिर धूनी रमाते हैं,
शाम सुहागन, रात बंजारन, आ दोनों इश्क लड़ाते हैं...
28.
तू एक खुबसूरत ख़्वाब सा ही तो है
हकीकत इतनी हसीं कहा होती है...
29.
… इस क़दर, तुमने मुझे अपने प्रेम में बाँध लिया है ;
जैसे मैं कोई पतंग और तू कोई डोर हो।
30.
तू मेरा वह पल है
जिस पल का इंतजार मुझे हर पल है"
31.
बेसब्र, बेअदब, बेहद इश्क़ है तुमसे...
हदों में चाहूं तुझे... ये मेरे बस की बात नहीं...।
32.
ये सर्दी... ये गर्मी... आता जाता ... मौसम है...
चलो हम तुम एक होकर... सदाबहार हो जाएं...
33.
“अब इस ज़िंदगी को थोड़ा सुकून चाहिए,
मतलब मुझे ‘तू’ और सिर्फ ‘तू’ चाहिए...
34.
कर्जदार रहेंगे हम उस महफ़िल के,
जिस महफिल में तेरा दीदार हुआ।
35.
जिन्हें देखकर ही मुस्कुरा दे आंखें,
वो लोग दिल के बहुत करीब होते हैं...
36.
सुनो...
हमारा प्रेम ...... एक फूल है___
और तुम उस फूल की खुश्बू हो ...
37.
काश तुम पूछो के तुम मेरे क्या लगते हो,
में गले लगाऊँ और कहूं…”सब कुछ”...
38.
बस इतनी सी मोहब्बत है हमें उनसे,
खुश वो रहते हैं और अच्छा हमें लगता है।
39.
आँखों को आराम और दिल को सुकून चाहिए !!
हाथों में तेरा हाथ और सामने तू चाहिए !!
40.
चाहते हैं तुम्हें ये यकीं कर लो,
इश्क रोज़ बताने की बात तो नही...।
41.
तुम मेरे चेहरे की वो "मुस्कान" हो...
जिसे देख कर हर कोई पूछता है कौन है वो...।
42.
सिर्फ तुम्हें देख कर लगता है...
के कोई है जो सिर्फ मेरा है...
43.
मेरे लिए दुनिया की सब से ख़ूबसूरत जगह ...
तुम्हारी बाहों में है...
44.
आंखे तो कह रही है तुम्हें हमसे प्यार है
चेहरा बता रहा है कि कश्मकश में हो
45.
यूँ ही चाहेंगे उम्र भर तुझको...,
साल बदला है.., दिल नही बदला...।
46.
सुनो...
हम पर हक जताने का ...
पूरा हक है तुम्हें...
47.
मेरी खुशी का राज
मोहब्बत है तुम्हारी
48.
तुम पर खर्च करने के लिए बहुत कुछ तो नहीं है मेरे पास…
मगर थोड़ा वक़्त है… थोड़ी मैं हूं...