My Toxic Love - 32 in Hindi Love Stories by misbutterfly books and stories PDF | My Toxic Love - 32

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My Toxic Love - 32

तुमने मार दिया महिरा

सक्सेना को, पिछले ढाई साल पहले ही मार दिया था, तुम्हें क्या लगा था उस रात में कहां चली गई थी हां नहीं पता ना तुम्हें कुछ नहीं पता तुम्हें तुम्हें तो यह भी नहीं पता कि मुझे तुम्हारी असलियत भी पता चल गई ।

वह तो अच्छी बात है मैं तुम्हारी असलियत देख ली थी वरना तुम तुम तो पता नहीं और क्या-क्या करते मेरे तुमने तो शर्त लगाई थी ना कि मुझे एक महीने के अंदर अपने बाद तक लाने की देखा तुमने अपनी शर्त जीत ली ।

और अब एक लड़की की जिंदगी बर्बाद करने के बाद तुम खुश नहीं हो तुमसे देखा नहीं जा रहा है कि वो अपनी जिंदगी में इतना ऊंचा मुकाम उसने खुद तय कर लिया तो हां वो भिनपने टैलेंट के दाम पर

तो अब तुमसे बर्दास्त नही हों रहा की एक लड़की के साथ इतना कुछ होने के बाद भीनवो इस मुकाम पर है।।।।

घिन आती है मुझे तुम जैसे आदमियों से जो सिर्फ लड़कियों का इस्तेमाल अपना बिस्तर गर्म करने के लिए करते हैं तुम्हें क्या लगा मुझे पता नहीं चल पाएगा की तुम कहां गायब रहते थे ,, हा बोलो,,

अगर उस रात मुझे मैसेज नहीं आता तो मैं तो आज भी तुम्हारे साथ तुम्हारी ही बनकर रहती।।

बट लुक आई एम द ग्रेट माहिरा सक्सेना एक पावरफुल लेडी जिसका कोई अब बाल भी बका नहीं कर सकता ।।

समझे दूर हटो मुझेसे ओर आइंदा मेरे सामने इस तरीके से बात करने की या मुझे छूने की कोशिश की ना जान ले लूंगी तुम्हारी ,,

मानव हैरानी से माहिरा को देख रहा था उसे तो समझ में ही नहीं आ रहा था आखिर माहिरा बोल क्या रही है यह उसकी माहिरा तो नहीं थी आखिर हुआ क्या था ।।

उस रात मानव यही सब सोच रहा था।।।


उसे अचानक बहुत तेज से कुछ पटकने की आवाज आती है ।।तो वह होश में आता है तो देखता महिरा अब वहां नहीं थी फिर वो गेट की तरफ देखता है जो अभी कुछ देर पहले माहिरा कस के पटक कर गए थी।।।

वह अपने बाल में हाथ रखकर ,, घुटनों के बल बैठ जाता है उसे कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था। कुछ देर पहले मानव की आंख में गुस्सा था अब वो जगह नमी छा गए थी

वह खुद ही के बाल खींचते हुए बोलता है महिरा तुम मुझे छोड़कर नहीं जा सकती मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता मुझे जानना है ,,

क्या हुआ था इस रात मैं तुम्हें खुद से दूर नहीं जाने दूंगा फिर मुझे उसके लिए कुछ भी करना पड़े मानव वहां से जल्दी से उठता है और अपना फोन ढूंढने लगता है जो वो शायद मीटिंग रूम में ही भूल गया था वो सीधा मीटिंग रूम में जाता है।।

अगस्त ड्राइविंग करते हुए रक्षित को कोस रहा था क्योंकि उसने आज मिष्टी के साथ आज का दिन spend करने के बारे में सोचा था ।।





लेकिन रक्षित ने उसे जबरदस्ती एक मीटिंग के लिए भेज दिया था जिससे वो थक हार कर घर जा रहा था।


कि उसे रोड के बीच में एक लड़की लिफ्ट मांगते हुए धिकती है ।।


अगस्त्य उस लड़की को देखकर अपनी आंखें छोटी करते हो खुद से ही बोलता है ,_


क्या मैं फिर से सपना देख रहा हूं फिर अपने एक हाथ से अपने गाल को थपथपाकर अरे नहीं अगस्त से जाग सपने से वरना तू तो सीधा स्वर्ग पहुंच जाएगा नहीं नहीं अभी तो मुझे अपने 10 ,,12 बच्चे भी तो देखने हैं।।।


इतनी जल्दी में वह नही जाना छाता अगस्त्य अपने आप से बात कर ही रहता की अचानक उसे किसे के चिलाने की आवाज़ कानों में पढ़ती है।।


अगस्त्य जल्दी से गाढ़ी का ब्रेक लगाता है और


लड़की के एकदम पास आकर गाड़ी रोक देता है और बाहर उतार कर उसे लड़की के पास जाकर उसे ऊपर से लेकर नीचे तक देखने के बाद वापस मुड़कर गाड़ी में बैठने लगता है ।।