My Toxic Love - 30 in Hindi Love Stories by misbutterfly books and stories PDF | My Toxic Love - 30

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My Toxic Love - 30

नायरा का रूम,,,

नायर हैरानी से आपको मेरा नंबर कैसे मिला मैंने तो आपको नंबर दिया ही नहीं था।।

मैं तुम्हें यूंही इडियट नहीं कहता तुम सच में इडियट हो तुम्हारा नंबर निकालना कौन सी बहुत बड़ी बात है।

ये मुझे बहुत आसानी से मिल सकता है और तुम शायद भूल रही हो मैं हूं कौन नायरा अपनी बात को बदलते अच्छा आपने मुझे याद क्यों ।।

क्षित हल्का हंसते हुए मुझे लगा कि मेरी इडियेट आज मेरा ख्वाब देखा हो तो क्यों ना मैं उसको हकीकत में बदल दूं तुम्हारी मॉर्निंग गुड करने के लिए तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें भी मेरी मॉर्निंग गुड करने के लिए मुझे कुछ देना चाहिए।

जस्ट लिटिल एडवांटेज बोलते हुए मानव हल्की स्माइल करने लगता है नायरा अपनी आंखें बड़ी करते हुए एडवांटेज एडवांटेज कैसे देते हैं रक्षित एक लंबी सांस लेकर बोलता है

नायरा की बात सुनकर रक्षित बिना कुछ कहे फोन काट देता है नायरा अपने फोन को ही देखने लगती है अचानक उसका फोन दोबारा बचता है ।

उसमें माहिरा का नंबर शो कर रहा था नायर का चेहरा जो अभी थोड़ी देर पहले रक्षित से बात करते हुए खिला हुआ था और अब माहिरा का नंबर देखकर अब मुरझा जाता है और वह मायूसी से फोन उठाती।

माहिरा से कुछ देर बात करने के बाद नायरा फोन रख देती है ।।।

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रक्षित इस वक्त एक होटल में था तभी कट कर एक हाथ फोन को घूमने लगता है

किउसके पीछे से आवाज आती है बहुत ही गंदे लग रहे थे तुम इस तरह की बात करते हुए सच में कितने बुरे लगते हो तुम हस्ते हुए,

तुम्हे कोई हस्ते हुए देख ले तो वो डर ही जाए बोलकर वो इंसान हसने लगता ह,

रक्षित अपनी लाल आंखो से घूरते हुए _ जस्ट शट अप जिस काम के लिए बुलाया था वह हुआ की नही आदमी क्षित को देखते हुए बोलता है पर रक्षित तुम जो कर रहे हो वो गलत है ।

वह इस सब में शामिल नहीं हों सकती जरूर हम से कोई गलती हो रही ह उसे देख कर नही लगता वो ऐसा कुछ कर सकती ह

तुम उसे क्यों जानबूझकर इस सब में शामिल करना चाहते हो ।

रक्षित उसे आदमी को अपनी लाल आंखों से घूरते हुए अपनी दो उंगली से अपना माता-हल्का रब करता है और अपनी कोर्ट के पीछे गन निकालकर आदमी के मुंह के अंदर रख घुसा देता है जिससे वह आदमी एकदम हैरान हो जाता है।।।

और वो अपनी डरी हुई आंखों से रक्षित को देखने लगता है जो बहुत ही ज्यादा खतरनाक लग रहा था, उसका और औरा और ज्यादा डरावना था ।

वो रूम अचानक से बहुत ही ठंडा हो जाता है रक्षित उस आदमी के चेहरे के बहुत ही करीब जाकर बोलता है।

मुझे किसी की बात सुनने की आदत नहीं मैंने तुम्हे जिस काम की लिए बुलाया ह वो करो

वरना छह की छह गोलियां सीधा तुम्हारे अंदर और तुम सीधा नर्क के दर्शन करोगे ,समझे

तब ही उस रूम का गेट खुलता है और एक और आदमी की उस रूम के अंदर आता हा

और अंदर का नजारा देखकर अपनी गर्दन ,, हिला कर सीधा रक्षित की तरफ कदम बढ़ाते हुए बोलता है रक्षित डोंट यू डेयर,,

stay away from him




अपनी गर्दन घुमा कर उसे आदमी को देखते हुए बोलता है देव तुम नहीं जानते यह क्या बोल रहा था।

तभी देव अपने कदम रक्षित की तरफ बढ़ाते हुए मुझे सब पता है मुझे तुमसे जानने की जरूरत नहीं ,

रक्षित अपनी गर्दन किसी साइको की तरह हिलाते हुए हैं दूसरी तरफ जाकर खड़ा हो जाता है और उस ग्लास डोर से सूरज को निहारते हुए बोलता है 2 दिन बस 2 दिन और

दो दिन बाद सब खत्म होगा वैसे भी चिड़िया की आजादी के सिर्फ दो दिन बचे हैं और चिड़िया की जिंदगी बहुत छोटी होती है बोलते हुए अपनी उंगलियों से इशारा करता है

चिड़िया जितना चाहे उतना उड़ ले उसके बाद आना तो उसे मेरी ही कैद में है ना कभी नहीं जा पाएगी मेरी कैद से बाहर

और वापस ग्लास डोर को देखते हुए अपने ठंडी आवाज में बोलता है सिर्फ दो दिन की जिंदगी है मेरी चिड़िया की दो दिन आजादी से जी लो उसके बाद तुम्हारी जिंदगी से चैन सुकून और सबसे बड़ी चीज तुम्हारी मासूमियत तुमसे सब कुछ छीन ने वाला है मिस माहिरा sabrwal

नो नो नो करेक्ट करते हैं।। मैसेज माहिरा रक्षित शेरगिल।

हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा कि उस शांत रूम में अचानक ही रक्षित की डरावनी हंसी गूंजने लगती है जिससे अभय को ठंडा पसीना आने लगता है वहीं देव अभी भी बिना किसी एक्सप्रेशंस के रक्षित को देख रहा था।।

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