My Toxic Love - 27 in Hindi Love Stories by misbutterfly books and stories PDF | My Toxic Love - 27

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My Toxic Love - 27

नायरा अपनी आंखों में नमी भर के रक्षित को देखते हुए बोलती है __आपने फिर से मुझे डाटा उस दिन भी आपने बहुत डाटा था और इतनी इंसल्ट भी की थी आपने मेरी और आज फिर से



आप मुझे परेशान कर रहे हैं ,नायर बोलते हुए उसे हल्का पुश करती की रक्षित उसके दोनों हाथ पर अपनी पकड़ ओर कसते हुए रेलिंग की तरफ और नीचे झुका देता है और बिल्कुल उसके ऊपर ब्लेंड होते हुए बोलता है।।




उसके सर पर हल्का सा मार कर बोलता है ।


यू आर ए सुच ए इडियट गर्ल पता नहीं मुझे कसे एक इडियट से प्यार हो गया है और अब मैं उसके साथ अपनी पूरी लाइफ स्पेंड करना चाहता हूं ,


यू नो व्हाट क्या तुम मेरे बच्चों की मां बनना पसंद करोगी।


बोलते हुए नायर को देख रहा था नायरा जो कब से रक्षित की खूबसूरत चेहरे को ही देख रही थी जो चंद की चांदनी में बहुत ही खूबसूरत और अट्रैक्टिव लग रहा था वह तो कहीं उसमें ही खो गए थी और ऊपर से उसकी वह हेजल आई और हिलते हुए गुलाबी होंठ ,,


नायर को पता नहीं क्यों बहुत ही अट्रैक्टिव लग रहे थे



रक्षित नायरा को खुद को इस तरीके से देखते हुए नायरा के एकदम लिप्स के पास जा कर _ अगर तुम्हारी हां हो तो तुम मुझे सारे उम्र इस तरीके से देख सकती हो मैं मना नहीं करूंगा तुम और भी बहुत कुछ देख सकती हो बोलते हुए उसकी आवाज में कुछ अलग ही बात थी तो वही नायरा मदहोशी में ही हां बोल देती हैं।।।



जिसे देखकर रक्षित स्माइल करने लगता है और नायरा के लिप्स पर किस करने वाला होते कि नायरा अपना चेहरा घूम लेती हैं ,


रक्षित के होंठ सीधा नायरा के गाल पर जाते हैं रक्षित उसके गाल पर किस करने लगता है कि नायरा अचानक से खुद से दूर करके जाने लगती हैं तो रक्षित पीछे से हाथ पकड़ कर बहुत ही मायूसी और धीमी आवाज के साथ _ अगर तुम्हारी ना है तो तुम यहां से जा सकती और हां है तो तुम मुझे अभी बता सकते हो बिकॉज़ ,,,


रक्षिता कुछ और बोलता की नायरा जल्दी से उसके हाथ से अपना हाथ अलग कर भाग के रक्षित के पास जाकर उसके गाल पर किस कर के वहां से तुरंत भाग जाती हैं।


जिसे देखकर रक्षित की स्माइल गहरी हो जाते हैं।।।


पर उसके इस्माइल कोई नार्मल स्माइल नहीं थी उस इस्माइल में कुछ बहुत ही अलग था के


अचानक ही उसकी बहुत ही तेज हंसने हा हा हा हा हा हा हा हा की आवाज पूरी छत में गूंजने लगती हैं और वो आवाज कोई नार्मल नहीं बल्कि डरा देने वाली आवाज थी


ओर उस आवाज के साथ है वहां दूर जंगल में भेड़ियों के चिल्लाने की आवाज गूंजने भी लगती है जो उस माहोलको काफी खतरनाक बना रहा था


जो कुछ देर पहले वहां एक रोमांटिक माहौल था अब डरावना होता जा रहा था।



kitten kitten my sweet little kitten तुम्हें तो पता ही नहीं कि आगे अब तुम्हारे साथ क्या होने वाला है।।।।।



इन रियल्टी,,


नीलम जी को अब समझ में नहीं आ रहा था कि वो अब सारिका जी से क्या बोले ,, इसलिए वो सीधा राकेश जी की तरह जाते हुए बोलते हैं एम में बोल रही थी की रात बहुत हो गई है तो अभी हमें चलना चाहिए।


हा ना सारिका तो हम बाद में बात करते हैं ओके सारिका जी भी नीलम जी की बात समझते हैं बोलते हां ठीक है तो हम कल बात करते हैं।।।


ये मूवमेंट उन दोनों के लिए ही थोड़ा ऑकवर्ड हो गया था क्योंकि नॉर्मल लोगों के पेरेंट्स उनके लिए रिश्ता देखते ह और यहां तो रक्षित बेशर्मो की तरह बोल रहा था कि मुझे ऐतराज नहीं है जबकि उससे तो किसी ने पूछा ही नहीं था शादी के लिए,,



राकेश जी को भी नीलम जी की बातें सही लगती हैं तो वह भी उन लोगों से विदा लेकर निकल जाते हैं।।



नरेंद्र जी और सारिका जी उन लोगों को पार्किंग तक छोड़ने आते हैं कि तभी नायरा हल्का सर घुमा कर पीछे देखती है तो उसकी नजर सीधा रक्षित की नजर से जा मिलती है जो बहुत ही


इंटेंशनली उस ही देख रहा था नायरा जल्दी से अपना चेहरा आगे करके जल्दी-जल्दी चलने लगती है जिसे देखकर रक्षित के फेस पर एक गहरी स्मिल जाती है पर यह स्माइल खुशी की नहीं थी।।।



not bad kitten मुझे लगा था मुझे बहुत मेहनत की जरूरत है पर आई एम the रक्षित शालगिल जिसके लुक्स पर ही हर कोई मरता है तुम क्या चीज हो जो मेरे चाम से बच जाती ।


बोलते हुए उसके चेहरे पर एक खतरनाक स्माइल थी और धीरे-धीरे उसकी आंखें लाल हो रही थी।।।।


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दूसरी तरफ,,



शहर से थोड़ी दूर जहा से जंगल की शुरुआत होती है वहां एक विला बना हुआ था,


और वह रात के अंधेरे में काफी ज्यादा शांत और डरावना लग रहा था । और हर तरफ अंधेरा होने की वजह से कुछ भी ठीक से दिखाई नहीं दे रहा था।


उस विला के एक कमरे में बहुत ही डिम लाइट जल रही थी और वहां हर तरफ सिर्फ शराब की बोतलें पड़ी थी।


उन बोतलो के बीच एक लंबा चौड़ा आदमी लेटा हुआ था उसका चेहरा साफ दिखाई नही दे रहा था पर उस dimlite में उसकी आंखें हल्की चमक रही थी ।


उस इंसान की आंखों में हल्का पानी भरा हुआ था और आंखें एकदम सुर्ख लाल हो रखी थी वो अपने लड़खड़ाते हुए पैरों पर खड़ा होता है और एक हाथ में वाइन की बोतल लेकर मुंह में लगाते हुए,बाहर पूरे चांद को देखते हो खुद से बोलता है।।



ये तुमने सही नहीं किया महिरा सक्सेना मैं तुम्हें छोडूंगा नहीं मैंने पहले ही बोला था कि मुझे धोखा मत देना पर तुमने क्या क्या मुझे यह यह बोलते हुए अपनी उंगली को दिल वाली जगह पर प्रेस करता है।


तुमने मेरे साथ सही नहीं क्या तुमने मुझे धोखा दिया ना अब देखो मैं कैसे तुम्हें बर्बाद करता हूं तुम भी देखोगी यह सारा जमाना देखेगा एक प्यारा का no no no प्यारा नही वो खतम हो न अब ये


काली रात इस बात का सबूत बनेगी , मानव शेरगिल के बदले की ,तुम अब मेरा बदला देखेगी प्यार तो देख लिया अब मेरा पागलपन देखोगी माहिरा सक्सेना ,,,


सो लो आज जितना सोना है आज रात सुकून के नींद सोलो काल से तुम्हारी उल्टी गिनती शुरू बोलते हुए घड़ी में टाइम देख ता हा ,,


जहा सुबह के तीन बज रहे थे रात का वो वक्त जब जब रात सब से जायदा काली होती ह।



धीरे _धीरे वो अंधेरा और बढ़ता जाता ह मानव एक टक आसमान में बढ़ते अंधेरे को देखने लगता है।।।।।


अब वहा सिर्फ वहा घड़ी की आवाज ही सुनाई दे रही थी। टिक, टिक , टिक