my feelings in Hindi Anything by DINESH KUMAR KEER books and stories PDF | मेरे एहसास

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मेरे एहसास

1.
मोहब्बत को, करीब से जाते हुए देखा है।
जुदाई को, आंखों से बहते हुए देखा है।।

2.
अच्छे व्यवहार का कोई आर्थिक मूल्य भले ही ना हो,
लेकिन अच्छा व्यवहार करोड़ों दिलों को खरीदने की शक्ति रखता है।

3.
सख़्त हाथों से भी फिसल जाती हैं, कभी नाजुक उंगलियां।
रिश्ते ‘ज़ोर’ से नहीं, ‘प्यार मोहब्बत' से पकड़े जाते हैं।।

4.
जिनके मिज़ाज़ दुनिया से अलग होते है।
महफ़िलो में चर्चे उनके गज़ब होते है।।

5.
लोगों ने समझाया कि समय बदलता है।
समय ने बताया कि लोग बदलते हैं।।

6.
प्रेम कैसा कि जिसमें प्रतीक्षा न हो,
क्रोध बाहर से, भीतर शुभेच्छा न हो।
दो दिलों में कही और सुनी माफ़ सब,
बस किसी तीसरे से समीक्षा न हो।

7.
जाकर समझाओं नादानों को,
सैंलाब कभी ड़ूबा नहीं करता।

8.
माता - पिता साधारण नहीं होते,
क्योंकि माता - पिता से बढ़कर,
इस दुनिया में संतान के लिए,
कोई भगवान नहीं होता।

9.
हर नज़र में मुमकिन नहीं है, बेगुनाह रहना।
कोशिश करता हूँ, कि - ख़ुद की नज़र में, बेदाग रहूँ।।

10.
मसला दिल का होता तो सुलझा भी लेते,
बात ये है कि कोई रूह में उतर गया है।

11.
पीठ पीछे कौन क्या बोलता है,
फर्क नहीं पड़ता है।
सामने किसी की मुँह नहीं खुलता है,
इतना काफी है।।

12.
मैंने बिन सोचे तुम्हें, कुछ लिख दिया है,
रूह की ये साज़मय कविता है कोई।
तुम भले चंदा के आगे हो अमावस,
मेरी आँखों में उगी सविता हो कोई।।

13.
मुझे - मुझसे ज्यादा सिर्फ, एक शख्स जानता है।
वह जो आईने मैं है, मेरी रग - रग पहचानता है।।

14.
मैं रख तो लू तुम्हे, अपनी पलको पर मगर।
लोगो से सुना है, तुम्हारे नखरों का बोझ ज्यादा है।।

15.
इबादत से परे है, तेरी मोहब्बत का सुकून।
बस तेरा दीदार होता है, हमारा सज़दा हो जाता है।।

16.
रास्ते पर यूं ना खड़े रहो सजकर,
मंजिल अक्सर भूल जाते है हम।

17.
अपनी संगत को सोच समझकर चुनो,
क्योंकि संगत आपकी खराब होती है ,
पर बदनाम आपके मां - बाप के संस्कार होते हैं।

18.
हर वक़्त, जीतने का जज्बा होना चाहिए।
क्यूंकि, किस्मत बदले न बदले पर समय ज़रूर बदलता है।।

19.
जीवन में अगर आपको रोकने टोकने वाला है, तो एहसान मानिए।
क्योंकि जिन बागो के माली नहीं होते है, वह बाग जल्दी उजड़ जाते हैं।।

20.
जीवन है अनमोल यहीं सबको सीखाना...
देखो अपनी मुस्कुराहट से सबके दिलो...
में जगह बनाना...
कब छूट जाए सग टहनी का पेड़ से...
जितने दिन है चारो तरफ हरियाली बिखराना...
जीवन है अनमोल सबको ये सीखाना...

21.
दुनिया में सबसे आसान काम हैं, विश्वास खोना...
कठिन काम हैं विश्वास पाना...
और उससे भी अधिक कठिन काम है...
विश्वास बनाए रखना...

22.
बड़ी अजीब बात है, पर सच है,
सफल‌‌ होते ही दुनिया आपके,
भीतर अनेक खूबियां ढूंढ लेती है,
और असफल होते ही हजार कमीयां।

23.
आंखो मे तेज ओर मुंछो पर ताव,
यही थी राजपुताने की पहचान।

24.
मेरे इनकार में तुम हो,
मेरे इजहार में तुम हो,
मेरी हर जीत में तुम हो,
मेरी हर हार में तुम हो,
मेरी हर इक उदासी का,
मेरा प्रतिकार तुमसे है,
मेरे हर गीत में तुम हो,
मेरे श्रंगार में तुम हो।

25.
सूरज झुका, चाँद झुका, झुके गगन के तारे।
अखिल विश्व के शीश झुके, पर झुके नहीं 'प्रताप' हमारे।।

:- दिनेश कुमार कीर