1.
किसी का शुकून बनो, सिर दर्द तो कोई भी बन सकता है।
2.
मिलते रहना, किसी ना किसी बहाने से।
रिश्ते मजबूत बनते है, दो पल साथ बिताने से।।
3.
दर्द तब होती है, जब खुद को ठोकर लगती।
वरना, दूसरों के तो सिर्फ लहू ही नजर आते दर्द नहीं।।
4.
दुनिया में इंसान को हर चीज़ मिल जाती है।
सिर्फ अपनी गलती नही मिलती है।।
5.
भरोसा अगर खुद पर है, तो वह आपकी ताकत है।
और अगर दूसरों पर है, तो वह आपकी कमजोरी है।।
6.
जब समय अच्छा होता है, तो गलती भी मज़ाक़ लगती है।
और जब समय ख़राब होता है, तो मज़ाक़ भी गलती लगती है।।
7.
वक्त दिखाई नहीं देता,
लेकिन बहुत कुछ दिखा जाता है।
8.
मजबूरियाँ देर रात तक जगाती है।
और जिम्मेदारियाँ सुबह जल्दी उठा देती हैं।
9.
यह दुनिया चंद लम्हों में तुम्हें बदनाम कर देगी,
मोहब्बत रास आ जाए तो उसे मशहूर मत करना।।
10.
बदल दिए है अब हमने नाराज होने के तरीके,
रूठने के बजाय बस हल्के से मुस्कुरा देते है।
11.
कुछ पास आएंगें कुछ दूर जाएंगे।
बहुत कम ही लोग है, जो निस्वार्थ सम्बंध निभाएंगे।।
12.
राणा प्रताप की खुद्दारी, भारत माता की पूंजी है।
यह वह धरती है जहां कभी, चेतक की टापें गूंजी है।।
13.
"साथ" अक्सर वही अधूरे रह जाते हैं।
जो बहुत सिद्दत से किए जाते हैं।।
14.
छत्ता तेरे राज में, धक - धक धरती होय।
जित - जित घोड़ा मुख करे, तित - तित फत्ते होय॥
15.
ये जो सारे ताल्लुक तुम बड़ी शिद्दत से निभा रहें हो।
धड़कनों में बसा रहे हो या छलावा कर रहें हो।।
16.
तुम तो गणित में शुरू से ही कच्ची थी 'साहिबा',
मैं लाखों में सवरता था,
तुम चिल्लरों में तारीफें किया करती थी।
17.
इतिहास के कुछ पन्ने बेशक हमारे ना छपे हो,
भविष्य का हर एक स्वर्णिम दौर हमारा होगा।
18.
श्रीकृष्ण कहते हैं? एक बार माफ़ करके अच्छे बन जाओ।
परन्तु दुबारा, उसी इंसान भरोसा करके बेफकूफ ना बनो।।
19.
रंग बातें करें और बातों से ख़ुश्बू आए।
दर्द फूलों की तरह महके अगर तू आए।।
20.
आपसी संबंधों को सदैव,
सहेजकर रखना चाहिए।
क्योंकि इनसे अधिक जीवन में,
मूल्यवान कुछ भी नहीं है।।
21.
मेंहदी के रंग में डूबी हुई हैं, प्यार की गलियां।
हाथों लगा कर बैठी, मेरे नाम की मेरी प्यारी दुनियां।।
22.
ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से होड़।
मेरी अपनी मंजिलें, मेरी अपनी दौड़।।
23.
मिलेगी न राख तुम को हमारे चेहरे पर,
बदन में रह कर सुलगना कमाल का हुनर होता है 'साहिबा'।
24.
उतर तू भी किसी रोज़ रूह में मेरी,
जैसे रोज़ उतरते हैं आँखों में ख़्वाब तेरे।
25.
जीवन मिलना भाग्य की बात है, मृत्यु होना समय की बात है।
लेकिन मृत्यु के बाद भी लोगों के दिलों में जीवित रहना, ये कर्मों की बात है।।
26.
जिसने अपनों को बदलते देखा है।
वह जिंदगी में हर परिस्थिति का सामना कर सकता है।।
27.
वह मुझसे पूछती है की, ख्वाब किस - किस के देखते हो।
बेखबर जानती ही नहीं की, यादें उसकी सोने कहाँ देती है।।
28.
अच्छी सूरत से ज्यादा, अच्छा स्वभाव मायने रखता है।
सूरत तो उम्र के अनुसार बदल जाएगी, पर अच्छा स्वभाव आपका जीवन भर साथ देता है।।
29.
चाय से इश्क़ है साहिबा...
सर चढ़ के बोलती है...
कोई वैक्सीन हो तो ढूंढ के लाओ...
बखूबी मरीज हैं इस दुनिया में...
30.
ख़ैर कोई बात नहीं इतना चलता है।
हर किसी को इश्क़ थोड़ी मिलता है।।
:- दिनेश कुमार कीर