My Toxic Love - 19 in Hindi Love Stories by misbutterfly books and stories PDF | My Toxic Love - 19

Featured Books
Categories
Share

My Toxic Love - 19







हद तो तब हो गई जब सबके कानों में एक बहुत ही मीठी और सुरीली आवाज पड़ी ।।।।




एक लड़की जिसने ब्लैक कलर का सिमरी गाउन पहनना हुआ था उसका गला आई नेक था, पीछे से डीप था ,जिससे उसके बैक का बटरफ्लाई टैटू बहुत ही विजिबल हो रहा था वह लड़की अपने दोनों हाथों में गाउन संभालते हुए अंदर आती है, और वह एक ही वर्ड बोलती है मां कि अचानक ही उसकी आवाज एकदम धीमी हो जाती है और वो

बाकी के शब्द अपने आप से ही बोलते हैं और अपनी नजर चारों तरफ घूमते हुए बहुत ही धीमे कदम रखते हुए चल रही थी।




तो वही सभी की नजर सिर्फ और सिर्फ नायरा पर थी जो बहुत ही धीमे चल रही थी और उसके चेहरा हल्का लाल हो रहा था और आंखें लगातार फड़फड़ा रही थी।

तभी नायरा की नजर एक कोने में जाती हैं और वो जल्दी से उस तरफ जाकर अपने चाचू का हाथ पकड़ लेती हैं।




राकेश जी जो अभी नरेंद्र जी से बात कर रहे थे , कि अचानक किसी के पकड़ने से अपना सर घुमा कर देखते हैं तो, नायरा अपना सर हल्का नीचे करके अपनी उंगलियां क्रॉस करके इधर उधर देख रही थी।।




राकेश जी नायरा को यहां देखकर पहले तो थोड़ा हैरान होते हैं पर फिर बाद में धीरे से उसके चेहरे पर हाथ रखते हुए पूछते हैं।

क्या हुआ बेटा आप यहां और आपने तो मना क्या था की आप नहीं आएंगे

और आपको आना था तो आप साथ में आती ना ऐसे अकेले रात में आना अच्छी बात नहीं होती,

नायरा धीरे से अपना सर उठाकर चारों तरफ देखने के बाद राकेश जी का हाथ कसके पकड़ते हुए,

बहुत ही धीमी आवाज है बोलती है चाचू मुझे आपसे ना किसी को मिलवाना था।




नरेंद्र जी जो कब से नायरा और राकेश जी को देख रहे थे वह थोड़ा राकेश जी को नायरा से दूर कर नायरा के पास आकर उसका हाथ पकड़ते हुए बोलते हैं ,

क्या हुआ क्या तुम अपने बॉयफ्रेंड से मिलवाना चाहती हो और तुम्हें इस बात का डर है कि तुम्हारे चाचू मना कर देंगे डोंट वरी मैं हूं ना मैं तुम्हारे चाचू को संभाल लूंगा बस तुम मुझे उससे मिलवा दो,,




नायरा नरेंद्र जी की बात पर, उनके हाथ में अपने हाथ को डालते हुए हुक बनाकर बहुत ही स्टाइलिश ,

ओफ्फो हैंडसम आप ऐसे कैसे बोल सकते हैं मेरा बॉयफ्रेंड तो ऑलरेडी मेरे सामने है ना तो मैं किसी और को क्यों मिलाओगी भला चाचू से आप ही मिल लीजिए ना




नायरा की बात करा नरेंद्र जी नायरा के सर पर हल्का मारते हुए चुप बदमाश मेरा सबसे बदमाश और सबसे शरारती बच्चा है पर कुछ भी बहुत ही प्यारा है मेरा ये बच्चा

नरेंद्र जी की बात पर नायर और राकेश जी दोनों ही स्माइल करने लगते हैं क्योंकि राकेश जी कहीं ना कहीं समझ गए थे की नरेंद्र नायरा को ऐसे माहोल में कंफर्ट करने की कोशिश कर रहा है।।।







आपस में ही बात करने लगते ही की नायरा को कुछ याद आता है,वो अपने सर में हल्का मारकर आप लोग के चक्कर में मैं तो भूल ही गई कि आखिर मैं यहां आई क्यों थी ।।।।




बोलकर पाउट बना लेती हैं जिससे नायरा की चाबी चिक और चाबी लगने लगते हैं।

वही आधे से ज्यादा लड़कों की नजर जो कब से नायरा पर थी ।

कुछ प्यार भरी नजरों से नायर को देख रहे थे तो कुछ के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था।

तभी उनमें से एक लड़का अपने दिल पर हाथ रखते हुए ,

यार आई डोंट नो मुझे तो पता भी नहीं था कि आज के वक्त में भी इतनी क्यूट लड़कियां होती वरना कब का मैं भी शादी कर चुका होता,

काश मुझे मिल जाए पलकों पर बैठा कर रखूंगा और तो और उसे कुछ करने भी नहीं दूंगा सब कुछ मैं ही करके दूंगा तभी उसका दोस्त उसका मजाक बनाते हुए हां हां क्यों नहीं तू तो जोरू का गुलाम बने गाना,,,

हंसने लगता है तभी पहले वाले लड़के का मुंह बन जाता है और वह उसको ही पेट पर मुक्के मारने लगता है।।।।।




पर इस सब से अनजान कि कोई उन्हें बहुत ही अपनी तीखी नजरों से घूर रहा था।