सर प्लीज मुझे छोड़ दिजिए...! मैं आज के बाद कभी ऐसा नहीं करुंगा...!!
अंधेरी काली रात में शहर के बाहर बंद पड़ी फेक्ट्री में कुछ लोग एक आदमी के पीछे खड़े थे....!! वो आदमी ब्लैक रंग के थ्री पीस सूट में खड़ा था....! हाथ में गोल्ड की घड़ी जिसके किनारे शायद डायमंड लगें हुए थे....!! आंखों पर काला चश्मा और बाल बिलकुल अपनी जगहा पर सेट थे...!! उस आदमी के चेहरे पर शैतानी मुस्कान छाई हुई थी...!! उसके पीछे खड़े तीन चार आदमियों का भी लग भग यही लुक था...! कुछ आदमी उसके सामने भी खड़े थे और एक जमीन पर घुटनों के बल बैठा हुआ उसके सामने हाथ जोड़े था...!! उसके सर पर हाथ और चेहरे पर काई चोटे लगी हुई थी...! वो उस इंसान के सामने गिड़गिड़ा रहा था और बहुत ज्यादा रो रहा था....!!
सर मुझे मा...माफ कर दिजिए फिर से कभी ये गलती नहीं होगी...!! मैं आपके सामने हाथ जोड़ता हूं...! प्लीज़ मुझे छोड़ दिजिए...! मैं आप से वादा करता हूं कि कभी मुझसे कोई ग़लती नहीं होगी!!!
गलती करने के लिए तुम जिन्दा रहोगे तब तुमसे कोई ग़लती होगी ना....!! वो इंसान अपना चश्मा निकालते हुए उस इंसान के पास नीचे घुटनों के बल बैठते हुए बोला....!!
उसके आंखों में एक अलग ही तरहां की गुस्से से जलती आग देख कर...!! उस माफ़ी मांगने वाले इंसान के पसीना छूट रहा था...!! वो अन्दर ही अन्दर डर के मर रहा था....!!
तुमने ये बहुत ग़लत किया...!! मेरा दिव्यांश कपूर का माल चुरा कर उसे बेच भी दिया....!! अगर आज तुम्हें मैंने छोड़ दिया तो कल फिर किसी की हिम्मत बढ़ जाएगी...! मेरा माल चुराने की...!! और मैं ऐसा नहीं होने दूगा... तुम्हें तो मरना ही होगा....!! ये बोल कर वो उठ गया और अपना चश्मा लगाते हुए अपने आदमी को इशारा किया...!!
नहीं सर मेरे साथ ऐसा मत करो...! मैंने आपका नमक खाया है...!! सर भगवान के लिए मुझे छोड़ दो...!! वो आदमी पीछे से चिल्लाते हुए बोला...!
तो अब मेरी गोली खा...!! भगवान...! अरे भगवान के लिए तुझे छोड़ दिया...! तों फिर भगवान मुझे नहीं छोड़ेंगे ना...!! दिव्यांश बाहर जाते हुए बोला और अपने एक हाथ को उपर की तरफ करते हुए हिलाते हुए बाय बोल कर अपनी कार की तरफ बढ़ गया...!!
कुछ देर तक उस इंसान की दर्द भरी चींखें आती रहीं और फिर धीरे धीरे सब कुछ शांत हो गया...!! जब तक वो मरा नहीं तब तक दिव्यांश वही कार के पास खड़ा रहा....!!
इसकी बॉडी को ठिकाने लगा दो...!! और जब ये सब काम हो जाए तो मुझे फ़ोन करके बताना...!! दिव्यांश कार में बैठते हुए बोला...!!
ये है कपूर इंडस्ट्रीज के प्रेजिडेंट दिव्यांश कपूर जितना हैंडसम उतना ही घमंडी अकडू निर्दई परिवार और रिश्तेदारों के नाम पर इसका कोई नहीं सिवाय एक दोस्त के जो इसी कि कम्पनी में वाइज प्रेजिडेंट के तौर पर हैं.... दिव्यांश बिजनेस वर्ल्ड में ही नहीं अंडरवर्ल्ड में भी सिर्फ दिव्यांश कपूर का ही हुकुम चलता है.... जो चाहता है वो पाकर ही रहेता है...! ये दिव्यांश का उसूल है...!!
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वही दिव्यांश की ये हैवानियत से दूर..... अपनी छोटी सी जिन्दगी में खुश रहने वाली लड़की इशाना चलिए उनसे भी मिल लेते हैं...!!
इशाना...! इशाना गुप्ता नाम हैं मेरा बनिया हूं मैं ऐसे ही आप हमें पागल नहीं बना सकते हैं...!! बनिया का खून हैं हमारे अन्दर समझें आप अब सब्जी के साथ धनिया भी दिजिए हमें...!! इशाना सब्जी वाले से बहेश करते हुए बोली...!!
अरे बिटिया हम कब बोले कि धनिया नहीं देंगे पर तुम तो दो गड्डी माग रही हों...!! ऐसे कैसे चलेगा हां...!!
वो हम सब नहीं जानते हैं हम रोज आपसे ही सब्जी ले जाते हैं ना...!
हां...!
तो आपके हम डेली के ग्राहक हुए हैं ना...!
हां...!
तो आप अपने डेली के ग्राहक के लिए इतना तो डिस्काउंट तो दे सकते हैं ना...!!
ठीक है बिटिया ले जाओ तुम से आज तक कोई जीत पाया है...!! जो मैं बहस मैं जीत जाउगा...!!
तों क्यों टाइम बर्बाद करते हों चाचा हम इशाना है इशाना गुप्ता...!! हमसे आज तक कोई नहीं जीत सका है...!! इशाना इतराते हुए वहा से चली जाती है...!!
ये कहानी है इशाना गुप्ता की जो एक कॉलेज स्टूडेंट हैं.. एक सीधी साधी प्यारी और मासूम लड़की जिसके लिए उसका स्वाभिमान..! उसके सपने सब कुछ है...!
उसके परिवार के नाम पर सिर्फ उसकी छोटी बहन थी... मां बाप की मौत के बाद इशाना की पूरी दुनिया उसकी बहन पर शुरू होती थी और उसी पर खत्म होती थी...!! पर ज़रूरी नहीं है कि हर वक्त सब कुछ सही रहें.... यही हुआ इशाना के साथ जिसकी जिंदगी बर्बाद किसी और ने नहीं उसके ही ब्वॉयफ्रेंड तन्मय राठोड़ और उसकी छोटी बहन जिससे वो इस दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करतीं थी उन दोनों ने मिल कर बर्बाद कर देते हैं...!!
तो कैसे ये दो अजनबी मिलेंगे...!! कैसे किस्मत लिखेगी इनकी कहानी...! और क्या होगा जब इस डेविल की लाइफ़ में इशाना जैसी प्यारी लड़की आएगी...!! और ऐसा क्या किया था इशाना के बॉयफ्रेंड और उसकी बहन ने जिससे उसकी लाइफ बर्बाद हों जाती है...!!
बहुत जल्द मैं आप सबके लिए लेकर आ रहीं हूं...! दिव्यांश और इशाना की कहानी...!
तू मेरी मोहब्बत हों 💞💫 तब तक के लिए बस इतना ही.....!!
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To be Continue.....
मुस्कान 🙂