(एक महिने बाद एक झलक ASR)
इंग्लैंड में,
जहां एक तरफ मैदान में होडिंग हो रही थी तो वहीं मैदान के जस्ट बराबर में बने होटल पैराडाइज के टॉप फ्लोर के वीआईपी रुम में बेड में एक लड़की बैठी थी । जिसके शरीर पर नाम मात्र ही कपड़े थे जो उसके जिस्म को ढकने में नाकाम थे । वो लड़की बहुत ही सेक्सी पोज में बैठी थी जिसे देख कर दुनिया का कोई भी आदमी उसके कदमों में अपना दिल निकाल कर रख दे । क्योंकि एक हुस्न ही ऐसी चीज है जिसके आगे हर कोई अपना सर झुकाता है जरूरत से या मर्जी से पर झुकता जरूर है । तभी एक आदमी नहीं लड़का जिसकी उम्र 28 साल थी रेस्ट्रूम से बाहर आता है । सांवला रंग काली खोफ जदा आंखे परफैक्ट फैस कट तीखी नैन नक्श और उपर से उसकी वो मस्कुलर शर्टलेस बॉडी माथे पर बिखरे बाल उसे किलर लुक दे रहे थे ये क्या इतनी खूबसूरत आंखो में इतना ज्यादा गुस्सा तो मिलिए इनसे हमारी स्टोरी के मेल लीड एसएसआर से अर्जुन सिंह रायजादा अब नाम ही रायजादा हो तो अंदाजा लागा लो यार बंदे के पास कीतना पैसा होगा । लड़कियों के दिलों की धड़कन और सभी बिजनेस मैन का एकलोता दुश्मन एशिया का नंबर वन बिजनेस टाइकून वर्ल्ड के टॉप फाइव बिजनेस मैन की लिस्ट में रहने वाला अर्जुन सिंह रायजादा द वेपन किंग और बैटिंग की दुनियां का बेताज बादशाह जो अभी अपनी जलती आंखो से आग उगल रहा था और बेड में बैठी उस लड़की को घूर रहा था ।
वो लड़की जो उसे सिड्यूस करने आई थी, अर्जुन के उपर अपने हुस्न का जादू चलाने आई थी । अर्जुन के ऐसे रूप को देख कर एयरकंडीशनर में भी वो पसीने से भीग गई थी। अब ये अर्जुन की नजरों की गर्मी का असर था या उसके डर का ये तो सिर्फ वो लड़की ही जानती थी।
अर्जुन ने काउच पर पड़ी चादर उठाई और उसे लड़की के उपर फेंकते हुए बोला "ढको खुदको और मेरी नजरो से दूर हो जाओ इससे पहले मैं तुम्हारी जान लेलू "। वो लड़की अर्जुन के ऐसे खूंखार रूप को देख कर डर से कांपने लगीं थी उसने एक भी सेकंड की देरी नहीं की और खुद को कवर करते हुए वो वहा से भाग गई। उस लड़की के जाते ही एक लड़का अंदर आया । जिसने थ्री पीस सूट आंखो पर चढ़ा ब्लैक कॉलर का शेड्स हटाते हुए बोला" ये लड़की कोन थी अर्जुन "।
मुझे नहीं पता ! पता करों ये लड़की मेरे बेड तक कैसे पहुंची " । रूम से अटैच बार में से एक विस्की की बोटल ला कर पुरे बेड गिरा देता है । फिर लाइटर से होठों के बिच रखी सिगरेट को जलाता है और उस लाइटर को बेड पर फेंक देता है । वो बेड जलने लगा था । वो लड़का आग की लपटों को देख कर कहता है " अबे यार ये क्या किया तुने "। "तु जानता है ना राज मैं कितनी नफ़रत करता हुं इन लड़कियों से , ये लड़कियां कुछ पैसों के लिए किसी के भी हंसते खेलते घर को बर्बाद कर देती है , वो मेरी जिस भी चीज को छुएंगी मैं उन्हें जला दुंगा , नफ़रत है मुझे इन लड़कियों से जो किसी के भी घर को चंद पैसों के लिए बरबाद कर देती है "।
"अगर किसी दिन तुझे छू लिया उन लड़कियों ने तो" राज का इतना कहना था की अर्जुन को अपने होठों पर नर्म होठों की गर्मी का एहसास होने लगा । "मुझे सिर्फ़ एक ही लड़की छु सकती है इस दुनियां में" शौर्य ने ग्लास वॉल पर हाथ रख बाहर स्टेडियम को देखते हुए कहा ।
"हां जिसे हम अभी तक ढुंढ नहीं पाए , भाई कोन थी वो " राजू ने कहा तो अर्जुन ने जवाब देते हुए कहा " पता नहीं "। राजू ने फिर से कहा " इस बारे में बाद में बात करते है चल सब तेरा वैट कर रहे है "।
"तु चल मैं पांच मिनट में आता हुं " अर्जुन ने कहा और वॉर्डरोब से कपड़े निकाल कर चेंज करने लगा । जब थ्री पीस ब्लैक सूट में अर्जुन स्टेडियम पहुंचा तो सांवले रंग होने के बावजूद अर्जुन कहर ढा रहा था । उसे देख कर लड़कियां अपना दिल हार गई थी उस पर , अर्जुन को देख कर लड़कियों ने आहे भरते हुए लंबी सांस ली । जहां एक तरफ सबका ध्यान एस एस आर पर था तो वहीं ए एस आर का पुरा फोकस स्टेडियम में हो रहे मैच पर था ।
अर्जुन ने मैच खेल रहे क्रिकेटर्स को डेविल स्माइल करते हुए एक नजर देखा और फिर स्टेडियम के वीआईपी रुम में पहुंच गया । जहां पहले से ही कुछ लोग उसका बेसब्री से इन्तजार कर रहे थे । अर्जुन अपनी चेयर पर जा कर बैठा और तभी एक आदमी ने कहा " मिस्टर ए एस आर हमने आपकी लेट्स मॉडल के वेपन्स देखें। वो काफी ज्यादा एडवांस टेक्नोलॉजी के है , वी वांट टू पर्चेस दिस "।
"श्योर " अर्जुन ने डेविल स्माइल देते हुए कहा । "आप कीमत बताइए हम हर कीमत पर उन्हें खरीदेंगे " आदमी ने कहा ।
"50 मिलियन डॉलर " अर्जुन ने जब कीमत बताई तो उस आदमी के होश उड़ गए और वो सोच में पड़ गया । उसके चेहरे पर परेशानी देख कर अर्जुन ने डेविल लुक देते हुए कहा " क्या हुआ ? अभी तो आप उसे किसी भी कीमत पर खरीदना चाहते थे फिर अब क्या हुआ "।
उस आदमी ने अर्जुन की बातों पर कहा " आप वैपन रेडी रखिए हम दो दिन में पैसे आप तक पहुंचा देंगे "। अर्जुन ने उसकी बात सुन कर उसे स्माइल दी और उसे बाहर जानें का इशारा किया । अर्जुन के साथ बैठे राजू ने कहा " यार तुने तो लिमिट ही क्रॉस कर दी इतनी ज्यादा कीमत कोन बताता है भाई" ।
"उन्होंने खुद कहा था वो किसी भी कीमत पर वेपन्स खरीदेंगे " अर्जुन ने कहा ।
तो राजू ने कहा " अब ये सब छोड़ ये बता मैच किसे जिताना है "।
"पैसे किस पर ज्यादा लगे है "। "इंग्लैंड पर " राजू ने कहा ।
तो अर्जुन ने उसकी बातों का आंसर देते हुए कहा " तो आज का मैच इंग्लैंड ही हारेगी"। "आर यू श्योर ब्रो " राजू ने कहा।
"वैरी श्योर " अर्जुन ने कहा और उठ कर चला गया ।
इंडिया में ,
जेएनयू कॉलेज के बाहर खड़ी एक लड़की ऑटो वाले से झगड़ रही थी । "अरे भईया दस रुपए वापस करो हमारे " सना ने ऑटो वाले से अपने बच्चे हुए पैसे मांगते हुए कहा ।
" स्टैंड से यहां तक के पचास रुपए ही लगते है "।
"अरे ऐसे कैसे अपने दो दिन में ही किराया बढ़ा दिया परसो तो हम चालीस रुपए में ही आए थे , कल हमे बुखार था सो हमने छुट्टी करली , आप ऐसे कैसे एक दिन में किराया बढ़ा सकते है " सना के लहजे में गुस्सा साफ झलक रहा था।
"पेट्रोल इतना महंगा हो गया है किराया तो बढ़ेगा ही ना मैडम "।
"तो पांच रुपए बढ़ाते ना सीधा दस रुपए कोन बढ़ाता है, भईया "
ऑटो वाला सना से बहस करके परेशान हो गया था । तो उसने झुंझलाते हुए कहा " किराया मैने नहीं हमारे यूनिनियन लीडर ने बढ़ाया है आप उनसे जा कर बात करें और मुझे बक्श दे " अपनी बात खत्म करते ही ऑटो वाला अपनी ऑटो स्टार्ट कर ऑटो को ऐसे भगाया जैसे वो ऑटो नहीं एयरोप्लेन हो ।
अरे हमारे पैसे " सना ने चिल्लाते हुए कहा।
दस रूपय एक्स्ट्रा देने का दुख सना पर इस तरह हावी हुआ वो चलते हुए कैंटिन में जाकर बैठ गई। तभी आयशा मोहित और ऋषि उसके पास अगल बगल आ कर बैठ गए और उसका उतरा हुआ चेहरा देख कर बोले " क्या हुआ सना आज इतनी दुखी क्यों है "
सना ने रुआनी आवाज में कहा " हमारे दस रुपए"।
सबने एक साथ चौंकते हुए कहा " क्या"।
"मैडम के दस रुपए ऑटो वाला लेकर चला गया उसी के दुख में ऐसी शक्ल बना रखी है मैडम ने " पीछे से आगे आते हुए निशा ने कहा ।
"तुमने हमे देखा था " सना ने पुछा।
"हां जब तु दस रुपए के लिए ऑटो वाले से बहस कर रही थी , तुझे मैं ही आस पास के सभी लोग आंखे फाड़े देख रहे थे । यार सना ऐसा कोन करता है दस रुपए ही तो थे , तु उससे ऐसे लड़ रही थी जैसे वो तुझसे दस हज़ार मांग रहा हो "
"पैसे पैसे होते है फिर चाहे वो दस रुपए हो या दस हज़ार अगर उनके दस हज़ार बनते तो हम दस हजार भी देते उन्हें पर उन्होंने झूठ बोलकर लिए है एक्स्ट्रा पैसे " सना ने मुंह फुलाते हुए कहा।
"अच्छा ये सब छोड़ मेरी जान फेस्ट का क्या प्लैन है , तु परफॉर्म कर रही है ना " आयशा ने एक्साइटेड होते हुए पुछा ।
"पता नहीं यार अभी तो हमारे असाइनमेंट भी कंपलीट नहीं है , और उपर से ये फेस्ट आ गया "।
"तो किसने कहा था दो नाव में सवार होने के लिए " ऋषि ने सना को चिढ़ाते हुए कहा ।
"हम पापा के सपने को पुरा करना चाहते थे पर हम हमारे सपने को भी जीना चाहते थे। अब्बु चाहते थे हम पढ़ लिख कर उनके जैसे गवर्मेंट ऑफिसर बने पर हम फैशन डिजाइनर बनना चाहते थे सो हम एक साथ दो नाव में सवार हो गए । जानते है दो नाव में सवार होने वालो की नईया डूबती है पर अब कर भी क्या सकते थे हम । "
थक हार कर सना घर पहुंच गई और डोर बैल बजाई डोर ओपन होते ही दो शैतान आंखे उसे ही घूरने लगीं ।
"ऐसे क्या देख रहे हो हटो हमारे सामने से " सना ने अपने छोटे भाई आरिफ को साईड करते हुए कहा । आरिफ अभी हाई स्कूल में है वो उससे पुरे छह साल छोटा है , सना की अम्मी जन्नत एक हाउस वाइफ है । अब्बु अहद अहमद खान एक गवर्मेंट ऑफिसर है ।
"अम्मी भुख लगीं है हमे हमारा खाना लगा दीजिए " सना ने चेयर को पीछे कर बैठते हुए कहा ।
"हां अम्मी जल्दी लगाइए वरना आपा पलेटे तोड़ कर खाना शुरू कर देंगी ," आरिफ ने उसे चिढ़ाते हुए कहा। आरिफ की बातो पर सना ने उसे घूर कर देखा । "हमे ऐसे ना डराये आपा आप अपनी इन कंजी आंखों से बिल्ली लगती है जब ऐसे देखती है तो , अच्छा नहीं किया आपने सुबह हमारा पराठा खा कर " आरिफ ने सना पर झूठ का गुस्सा करते हुए कहा ।
"ये तो तुम्हें हमारी आईस क्रीम खाने से पहले सोंचना चाहिए था । तुमने हमारी आईस क्रीम खाई तो हमने तुम्हारा पराठा खा लिया हिसाब बराबर " सना ने जवाब में अपने कंधे उचकाते हुए कहा ।
"आपा आपको अपने छोटे भाई के उपर अत्याचार करते हुए आपको शर्म नहीं आती " आरिफ ने मुंह बनाते हुए कहा ।
"नहीं आती हमे शर्म तुम जैसा हमारे साथ करोगे हम भी तुम्हारे साथ वैसा ही करेंगे " सना ने दांत दिखाते हुए कहा।
"अरे बस भी करों इतना कोन लड़ता है , जरा देखो एक दुसरे को इतने बड़े हो गए हो दोनों पर आज भी बच्चो के जैसे लड़ रहे हों " किचन से बाहर आते हुए जन्नत ने कहा।
"अम्मी बच्चा मैं हुं , आपा को कुछ समझाओ आप इतनी बड़ी है हमसे फिर भी लड़ती है " आरिफ ने सना को घूरते हुए कहा ।
सना को अपना असाइनमेंट बनाना था तो उसने ज्यादा आरिफ से बहस नहीं की और खाना खा कर अपने रूम में चली गई ।
दुसरी तरफ इंग्लैंड में ,
इतना क्या सोंच रहा एयरपोर्ट नहीं जाना क्या फ्लाईट का टाईम हो गया है " राजू ने अर्जुन को देखते हुए कहा ।
"तु चॉपर मंगवा मैं दस मिनट में आता हुं " अर्जुन की बातों पर राजू ने कहा " क्या ही आदमी है ये हर एक मिनट में इसके प्लैन चेंज होते रहते है ।
"पहले फ्लाईट से जानें वाला था अब इसे चॉपर से जाना है " राजू ने झुंझलाते हुए कहा और फोन निकाल कर किसी को कॉल करने लगा ।
दस मिनट बाद होटल पैराडाइज के टेरेस पर एक चॉपर खड़ा अर्जुन का वैट कर रहा था । अर्जुन और राजू के बैठते ही चॉपर ने इण्डिया के लिए उड़ान भरी।
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❤️❤️❤️
तो क्या होगा जब अर्जुन इंडिया आयेगा ?
आखिर किस लड़की को ढुंढ रहा है अर्जुन ?
Guy's अपने कॉमेंट और रिव्यूज देना ना भूले आप चाहते है मैं इस स्टोरी को कंटिन्यू करू तो अपने रिव्यू और कॉमेंट जरुर करें ।
To be continued...
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए " किस एंड सेफ लाइफ " और बने रहिए कहानी पर।।
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Thank you 🥰🥰🥰
See you in the next chapter till then take care...
Bye 👋 👋