Tanmay - In search of his Mother - 27 in Gujarati Thriller by Swati books and stories PDF | Tanmay - In search of his Mother - 27

The Author
Featured Books
  • रूहानियत - भाग 4

    Chapter -4पहली मुलाकात#Scene_1 #Next_Day.... एक कॉन्सर्ट हॉल...

  • Devils Passionate Love - 10

    आयान के गाड़ी में,आयान गाड़ी चलाते हुए बस गाड़ी के रियर व्यू...

  • हीर रांझा - 4

    दिन में तीसरे पहर जब सूरज पश्चिम दिशा में ढ़लने के लिए चल पड...

  • बैरी पिया.... - 32

    संयम ने उसकी आंखों में झांकते हुए बोला " तुम जानती हो कि गद्...

  • नागेंद्र - भाग 2

    अवनी अपने माता-पिता के साथ उसे रहस्यमई जंगल में एक नाग मंदिर...

Categories
Share

Tanmay - In search of his Mother - 27

27

 

क्रिमिनल

 

पुलिस तो बताकर चली गई पर अभिमन्यु तन्मय की सुरक्षा को लेकर चिंतित  हो गया I उसने  घर फ़ोन करकर तन्मय का हालचाल पूछा और सोसाइटी गार्ड को ज्यादा अलर्ट रहने की हिदायत दी I अविनाश को आज काम पर आया देखकर, उसने उसकी इतनी  छुट्टी लेने का कारण  पूछा तो उसन ज़वाब दिया, "सर मौसम बदल है, मेरी इम्युनिटी कमज़ोर है I  कोई और बात तो नहीं है?" "और क्या बात होगी!!!!!?"

 

महेश बता रहा था, तुम पल्लवी की मौत से परेशान हो?

 

सर, वो साथ काम करती थी, परेशानी तो होगी ही I

 

मतलब मैं कुछ समझा नहीं I

 

कुछ देर अविनाश चुप रहा, फिर उदास आवाज में  बोला, "सर मुझे वो अच्छी लगती थी I  मैं शादी करना चाहता था पर उसने मना कर दिया और फिर उसके साथ यह सब हो गया I उसकी आँख भर आई I

 

ओह ! मैं समझ सकता हूँ, मुझे लगता है कि  उसके एक्स बॉयफ्रेंड योगेश ने ही उसका मर्डर किया है I 

 

 पर उसकी शादी तो किसी सोहम  से हो रहीं  थीं I

 

हाँ हो रही  होगी पर  वो तो उस योगेश से प्यार करती थी I 

 

अच्छा ! अविनाश हैरान होते हुए बोला I 

 

अच्छा अब काम करो, तुम मैनेजर हो, तुम पर ज़्यादा ज़िम्मेदारी है I  जो हो  गया, सो हो गया I  तुम्हें  कोई भी लड़की मिल जाएगी I अविनाश ने कोई  जवाब नहीं दिया और चुपचाप वहाँ से चला गया I  महेश ने माधव से फुसफुसाते हुए कहा, "हर कोई इनकी तरह थोड़ी न होता है, जो भूलकर आगे बढ़ जाए I इन्हें अपनी बीवी की नहीं पड़ी तो क्या कोई किसी को अपने प्यार की नहीं पड़ी I  माधव ने उससे, उसकी बात का मतलब जानना चाहा तो उसने कहा, "बाद में बताता हूँ I" 

 

राजीव अपने घर की बॉलकनी में  बैठा हुआ, चाय की चुस्कियाँ ले रहा है I  उसे लग रहा है कि उसके सामने वाली बिल्डिंग के छठे  माले पर बने फ्लैट में  भूचाल  आया  हुआ है I वह उसी फ्लैट की बॉलकनी में बने कमरे की बंद खिड़की को लगातार देखता जा रहा है I  तभी उसके फ्लैट की घण्टी बजती है और  वह अंदर की ओर जाकर दरवाजा खोलता है I  

 

सर, मुझे सोसाइटी के मैनेजर ने भेजा है I

 

किसलिए ?

 

आपको कुक चाहिए थीं.........

 

अच्छा, अंदर आओ I

 

क्या-क्या बना लेती हो?

 

सर, सब आता है I जो आप बनवाना चाहे I

 

नॉन वेज?

 

हाँ सर वो भी I

 

कहाँ-कहाँ काम करती हो I 

 

तीन चार घर है I  आपकी बिल्डिंग में  मिश्रा जी, नंदा जी और सामने वाली बिल्डिंग में आनंद जी और अभिमन्यु जी का घर है I

 

वही अभिमन्यु जिनकी बीवी का नाम नैना है I

 

जी सर वही I

 

फ़िर मेरे यहाँ कब आऊँगी I मुझे तीनों  टाइम का खाना चाहिए और शाम को स्नैक्स खाने का  भी शौक़ीन हो I दस बजे मेरे ऑफिस का काम शुरू होता है और  रात आठ बजे तक चलता है I 

 

ठीक है, सर कल से आओ या आज से  I नाश्ता तो मैंने कर लिया है इसलिए आज दोपहर से आ जाओं I अगर मेरी बीवी वापिस आ जाये तो हो सकता है, तुम्हें  जाना भी पड़े I 

 

कोई बात नहीं, मुझे मैनेजर ने बताया था I  सर 6000 रुपए लूँगी I

 

हाँ, हाँ कोई बात नहीं I जैसे ही वो जाने लगी, उसने उससे उसका नाम पूछा,

 

जी नंदनी  I

 

यह  भी अच्छा हो गया, अब  नैना के घर की खबरें  मिलती रहेंगी I  लेकिन मेरी दी हुई खबर का क्या हुआ, उसका भी तो पता चले I उसके चेहरे पर कुटिल  मुस्कान है I

 

प्रिया  किसी काम से जतिन के ऑफिस पहुँची तो वह वहाँ  पर नहीं है I  उसकी  रिसेप्शनिस्ट ने बताया कि वह किसी काम से बाहर गया है पर बताकर नहीं गया कि  कब  तक आएगा I  प्रिया को उससे गॉंव वाली ज़मीन के बारे में  कुछ ज़रूरी बात करनी  थीं, मगर उसने अभी वहाँ से जाना ही ठीक समझा I 

 

यह आदमी तो बहुत चालाक है I  पहले रात को गायब होता था, अब दिन में  गायब हो रहा है I कुछ करना पड़ेगा I  उसने कुछ सोचते हुए अपने एन.जी.ओ. के  मैनेजर को फ़ोन  किया और उससे कहा,

 

तुम मुझे एक प्रतीक अरोड़ा के बारे में  बता रहें थें I 

 

जी मैम I

 

एक काम करो, उसका नंबर सेंड कर दों I फ़ोन काटते हुए वह  बोली, "अब मैं भी देखती हूँ जतिन, तुम कब तक बचोगे I

 

तन्मय घर पर बैठा हुआ वीडियो गेम खेल रहा है I तभी राघव उसे टूयशन के लिए बुलाने आया I  उसने अपने पापा से जाने के बारे में  पूछा तो उसने उसे सावधानी से जाने के लिए कह दिया I  दोनों दोस्त सड़क  पर हर एक आने-जाने वाले को ध्यान से  देखते हुए जा रहें हैं I कुछ दिन पहले मेरा कोई पीछा कर रहा था I 

 

अच्छा ! तूने बताया नहीं I 

 

उसके बाद इस किडनैपर का मैसेज आ गया इसलिए भूल गया I 

 

यार ! हमे ध्यान से जाने की ज़रूरत है  I  राघव ने पीछे मुड़कर देखा तो कोई नहीं है I 

 

शाम को राजीव टहलता हुआ जानबूझकर मेहरा के अपार्टमेंट के सामने ही चक्कर काटने लगा I  यहीं इसके ऑफिस से वापिस आने का समय है I  आज  तो इसे पकड़ ही लूँगा I  थोड़ी देर टहलने के बाद उसे निर्मल मेहरा आता हुआ दिखाई दिया I इससे पहले वह कुछ बोलता, निर्मल बोल पड़ा,

 

राजीव जी, आपने तो उस दिन बुरा फँसाया I 

 

मैं समझा नहीं ?

 

अभिमन्यु जी तो मुझ पर चीख पड़े, कहने लगे अपने काम से काम रखा करो I  जिसको देखो, मेरी बीवी के  पीछे पड़ा है I

 

यह  सुनकर राजीव सकपका गया, क्या मतलब I

 

उस दिन नैना जी के साथ वो खुद थें, मैंने दूर से देखा था और उन्हें मैंने इतना ध्यान से कभी देखा भी नहीं था I तभी तो मैं इस चक्कर में नहीं पड़ रहा था I वह मुँह बनाते हुए वहां से चला गया I  खोदा पहाड़ और निकला चूहा यह  सोचते हुए राजीव का मुँह उतर गया I 

 

शिवांगी की पूरी टीम योगेश की तलाश कर रहीं है I  किसी खबरी ने उसकी जहांगीरपुरी इलाके में  होने की ख़बर  दी है I आज कुछ भी हो जाए, यह  हाथ से  नहीं जाना  चाहिए I