Mere Pita - 1 in Hindi Short Stories by alaywritss books and stories PDF | मेरे पिता - 1

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मेरे पिता - 1

में ये कहानी अपनी खुद की लिख रहा हूं , जो एक बेटा हैं और अपने पिता को किस तरह से देखा हैं उसके बारे में बात कर रहा हूं ।

मेरे पिता साधारण इंसान हैं और एक गांव में रहते हैं , वो बहुत पढ़े लिखे हैं मतलब की उनके समय के हिसाब से बहुत पढ़े ( B.Com Graduate ) हैं।

पर उनको नोकरी इस वजह से नही मिल पाई क्योंकि उनके पास और मेरे दादाजी के पास पैसे नहीं थे। आज भी वो खेत मजदूरी करते हैं और पूरे परिवार का गुजारा करते हैं ।

में आज उनके घर का ऐसी संतान हूं जो भविष्य में उनके सारे सपने पूरे करना चाहता हूं लेकिन फिर वही आ जाता हैं पैसा ; पैसे हर जगह चाहिए और मुझे किसी भी हाल में उनके सारे सपने पूरे करने हैं ।

मेरे पिता ऐसे इंसान हैं जो अपने हक का सब कुछ छोड़ रखा हैं क्यो की वो दो भाई हैं और दोनो घर पर हैं जिसकी वजह से मेरे पिता सब कुछ छोटे भाई को दे दिया हैं और वो गांव के बहार छोटा सा घर बना कर रहते हैं ।

मेरे पिता ने मुझे किसी चीज की कमी नहीं होने दी और आज भी मेरे लिए करते हैं । मेरे पिता जैसा इंसान मैंने आज तक नही देखा जो अपनी परवाह किए बगैर मेरे लिए सब कुछ करते हैं । मेरे पिता वो इंसान हैं जिसके पास यूं तो कुछ नही हैं फिर भी मेरे लिए कही से भी पैसे और मेरी जरूरी चीज लेक देते हैं ।

में अपने आप को इतना भाग्यशाली मानता हूं की में इस घर में और ऐसे पिता के यहां जन्म हुआ । मेरे पिता जी और मेरी मां मेरी जान हैं ।

मेरे पिता ने जो मेरे लिए आज तक किया हैं वो मेरे लिए किसी ने नहीं किया और कर भी नहीं सकता ये में लिख के कह सकता हूं।

मेरे पिता के लिए मै दुनिया से लड़ सकता हूं क्यो की वो भी मेरे लिए दुनिया से आज भी लड़ रहे हैं और मेरा और मेरे परिवार का खयाल रखते हैं ।

मैंने उन्हें अपने किसी रिश्तेदार की शादी या किसी कार्यक्रम में पुराने कपड़े पहन कर जाते देखा हैं और मेरे कपड़े नए होते थे , तब तो ये देख कर मुझे कुछ नही होता था क्यो उस समय में छोटा और ना समझ था , पर आज वो दिन याद आते हैं तो खुद को दोष देता हूं जो वो मेरे लिए किया था पर अपनी खुशियों को मार के , वो पल मुझे आज भी रूला देता ।

में ये कहानी इस लिए लिख रहा हूं क्यो की में ये एक पिता की अहमियत बताने के लिए कोशिश कर रहा हूं , एक पिता किस तरह से बच्चो को प्यार और खुशियां देते हैं और मेरे जैसे लड़के उनको कुछ नही दे पा रहा ।

में आखिर में यही कहूंगा कि अपने पिता को सम्मान दीजिए और उनकी हर एक इच्छा पूर्ण करने की कोशिश कीजिए ।

 

By - alaywritss