Psycho Lover - 6 in Hindi Love Stories by Jiyaa books and stories PDF | Psycho Lover - 6

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Psycho Lover - 6

सुबह के चार बजने वाले थे काव्या ने अपनी आँखे खोल कर अपनी साइड में सोए हुए मानिक की तरफ देखा काव्या के पूरे शरीर में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था मानिक को देख उसकी आंखे आसुओ से भर गई किसी तरहा खुद को संभाल अपने आंसू पोछते हुए काव्या कपड़े पहन कर नीचे अपने रूम में आकर लेट गई।
सुबह हीं क़ाव्या के मम्मी पापा को किसी काम से बाहर जाना पड़ा जिस वजह से घर में काव्या और उसकी कजन सिस्टर अनु अकेली थी तभी नीचे आकर मानिक ने अनु को उसके लिए एक कप कॉफी बनाने के लिए कहा अनु जैसे हीं कॉफी बनाने के लिए जाने लगी काव्या भी रूम से बाहर आकर पानी पीने लगी काव्या को देख मानिक मुस्कुराते हुए उसे अपनी नशीली आँखों से घूरने लगा जैसे हीं अनु कॉफी बनाने लगी उसकी एक दोस्त का कॉल आ गया जिस वजह से अचानक अनु को बाहर उससे मिलने जाना पड़ा अनु ने जल्बाजी मै बाहर जाते हुए क़ाव्या से मानिक के लिए कॉफी बनाने के लिए कहा इसलिए काव्या चुप चाप किचन में आकर मानिक के लिए कॉफी बनाने लगी तभी मानिक ने क़ाव्या को पीछे से आकर कस के गले लगा लिया वो क़ाव्या के बालो को साइड कर उसकी नेक पर सॉफ्टली किस्स करने लगा ये देख काव्या ने गुस्से में अपने आपको छुड़ाने की कोशिश करते हुए कहा.... छोड़ो मुझे क्या कर रहे हो तुम कोई देख लेगा..!!!! लेकिन किसी बात की परवाह ना करते हुए मानिक क़ाव्या को किस्स करते हुए धीरे से बोला.... कोई नही आएगा इस वक्त घर पे हम दोनो अकेले हैं तुम ऐसी क्यो हो क्यूटीपाइ मै जितना तुम्हारे करीब आ रहा हूँ उतना पागल हो रहा हूँ....!!! मानिक काव्या का फेस अपनी तरफ कर उसके होठो को पेशेंटली स्क किस्स करने लगा मानिक काव्या को किस्स करते हुए उसके टॉप के अंदर अपना हाथ घुमाते हुए उसके जिस्म को छूने लगा काव्या को किस्स करने की वजह से मानिक फिर आउट ऑफ कंट्रोल होने लगा उसे खुद कुछ समझ नही आ रहा था वो क्या कर रहा है काव्या के करीब आते हीं वो एक अलग हीं दुनियाँ मै होता था जहा वो काव्या के लिए अपने डिजायर्स को पुरा करता था मानिक काव्या की चेस्ट पर हाथ घुमाते हुए उसकी ब्रा को खोलने लगा वो अपनी मदहोशी में चूर हो गया कि उसे किसी बात का होश नही रहा जिसका फायदा उठाकर काव्या ने मानिक को धक्का देकर खुद से अलग कर कहा.... बस करो! लेकिन मानिक इस वक्त बहोत बुरी तरहा से आराऊसड था उसे इस वक्त बस काव्या दिखाई दे रही थी इसलिए वो बिना काव्या की बात पर ध्यान दिए दोबारा उसकी तरफ बढ़ने लगा मानिक ने एक कदम बढ़ाया था की काव्या ने नाइफ उठाकर मानिक को दिखाते हुए कहा..... मेरे पास मत आना! ये देख मानिक मुस्कुराने लगा उसने एक फ्लर्टी टोन मे कहा..... तुम्हारे हाथों से तो मुझे मरना भी मंजूर है स्वीट हार्ट...और फिर से काव्या के करीब आने लगा ये देख काव्या ने नाइफ अपनी गर्दन पर रख कर कहा...... मै तुम्हें नही मार सकती लेकिन अपने आपको तो मार सकती हूँ....!!! काव्या के इस ऐेक्शन से मानिक घबरा गया इसलिए वो क़ाव्या से चार कदम दूर खड़ा हो गया......काव्या तुम्हें लग जाएगी चाकू हटाओ..!!!इस वक्त काव्या के हाथ मे मानिक की वीकनेस थी जो वो खुद थी मानिक को इस तरहा पैनिक करता देख काव्या ने नाइफ अपनी गर्दन पर ओर टाइटली लगा कर कहा..... बार बार मरने से अच्छा है मै एक बार में ही मर जाऊ....!!!! मानिक ने काव्या को रोकने और उससे चाकू लेने की बहोत कोशिश की लेकिन काव्या नही मानी इसलिए मानिक ने उसके सामने पुरी तरहा स्रेन्डनर कर दिया....ठीक है...ठीक है...बताओ तुम क्या चाहती हो..!!! इस बात का फायदा उठा कर काव्या ने फौरन मानिक के सामने शर्त रखते हुए उसे वापिस मुंबई जाने के लिए कहा जिसे मानिक ने साफ मना कर दिया लेकिन इस वक्त काव्या ज्यादा जिद्दी थी उसने नाइफ अपनी नेक पर प्रेस कर दिया जिस वजह से उसके गले पर हल्का सा कट बन गया था और खून निकलने लगा था इस बात से मानिक बहोत घबरा गया और पैनिक करने लगा इसलिए उसने काव्या को रोकने के लिए उसकी बात मान ली और कल मुंबई वापिस जाने का वादा किया मानिक के वादा करते ही काव्या के हाथ से चाकू की पकड़ ढीली हो गई ये देख मानिक ने झट से उसके हाथ से नाइफ लेकर उसे हॉल में लाकर बिठा दिया काव्या को ऐसे देख मानिक पागल सा हो गया वो पागलो की तरहा घर में फर्स्ट एड किट ढूढ़ने लगा जब उसे किट कही नही मिली तो उसने काव्या के पास आकर कहा..... प्लीस बताओ फर्स्टएडकिट कहा है तुम्हारे गले से खून निकल रहा है ! मानिक को देख काव्या ने रोते हुए उससे पूछा.... मेरी चिंता करने का नाटक बंद करो और प्लीस जाओ यहां से..... काव्या मानिक पर चिल्लाने लगी लेकिन इस वक्त मानिक को काव्या की नेक से निकलता हुआ खून दिखाई दे रहा था उसने परेशान होकर काव्या से रिकवेस्ट करते हुए कहा....काव्या तुम मुझे जो कहना चाहती हो कहों मुझे मारना चाहती हो मारो पर खुद को हर्ट मत करो प्लीस बताओ किट कहा है वैसे भी मै तुमसे वादा कर चुका हूँ मै कल चला जाउगा अब प्लीस बताओ किट कहा है.....!!!! मानिक के काफी फोर्स करने के बाद काव्या ने उसे किट के बारे में बता दिया मानिक ने काव्या के नेक पर केयरफुली बेंडेज लगाई और उसे आराम करने के लिए कहा।काव्या को उसके रूम मे छोड़ वो ऊपर अपने रूम में जाने लगा तभी काव्या ने दोबारा उसे पीछे से कहा.... वादा याद रहे कल तक यहां से चले जाना वरना इस बार में सच में अपनी जान ले लूगी...!!! मानिक अपने रूम में आकर इस सोच में पड़ गया की अब वो ऐसा क्या करे जिससे काव्या उसके साथ वापिस मुंबई चले दो घंटे तक मानिक रूम में टहलते हुए सोचता रहा तभी अचानक कुछ सोच उसने किसी को कॉल कर कहा.... तुम्हारी हेल्प चाहिए! दूसरी तरफ वाले परसन ने ओके में जवाब देकर फोन कट कर दिया। मानिक ने उस इंसान को मैसेज कर विक्की की एक फोटो भेज कर उसे कुछ इंस्ट्रशन दिए और कॉल कट कर दिया।।।।

शाम का समय हो गया था काव्या से वादा करने के बाद मानिक एक बार भी रूम से बाहर नही आया था वो बहोत परेशान था और पूरे हॉल मे यहां से वहा मूव कर तहा था तभी उसे एक लड़की ने कॉल करके बताया...आपने जो काम कहा था वो हो गया है कुछ ही देर में पार्सल पहुँच जाएगा..!!! ये सुनते हीं मानिक के फेस मे पर बड़ी सी सेटिफाई इविल स्माइल थी।।
क़ाव्या के मम्मी पापा घर आ चुके थे अब काव्या भी थोड़ी रिलेक्स थी ये सोच कर कि मानिक फाइनली उसकी जिंदगी से चला जाएगा वो हॉल में बैठी अपनी फैमिली के साथ चाए पी रही थी तभी डोर बैल बजी काव्या की माँ ने आकर दरवाजा खोला तो सामने एक कूरियर बॉय खड़ा था काव्या की माँ को देख कूरियर बॉय ने कहा.... मिस काव्या कौन है! काव्या की माँ ने काव्या को आवाज़ लगाकर बुलाया माँ की आवाज़ सुनकर काव्या जल्दी से आई तो कूरियर बॉय ने उसे एक लिफाफा देते हुए कहा..... आपका कूरियर आया है! कूरियर लेकर काव्या चुप चाप अपने रूम में आ गई उसने एनवलप को चारो तरफ से देखा उस पर ना कोई नाम था ना कोई पता इसलिए काव्या सोच मे पड़ गई कि उसमे क्या होगा उसने जैसे ही पार्सल खोल के देखा उसके होश उड़ गए।।।।