Tanmay - In search of his Mother - 17 in Hindi Thriller by Swati books and stories PDF | Tanmay - In search of his Mother - 17

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Tanmay - In search of his Mother - 17

17

अफेयर

 

तन्मय को स्कूल  छोड़ने के बाद, अभिमन्यु मॉल  जाने से पहले  प्रिया से  मेट्रो स्टेशन पर मिलाI उसने अपनी गाड़ी  मेट्रो स्टेशन के बाहर  एक कोने में  रोकी और  गाड़ी  में  बैठे-बैठे  प्रिया का इंतज़ार करने लगाI थोड़ी देर बाद प्रिया इधर-उधर देखती हुई, उसकी गाड़ी  में आकर बैठ  गईI उसके गाड़ी में बैठते ही वह  बोल पड़ा,

 

मुझे कल सारी नींद नहीं आईI

 

नींद उड़ाने वाली बात थींI

 

अब क्या  करना है ?

 

मुझे लगता है, अभि  कोई मज़ाक  का रहा है क्योंकि  तुम खुद ही सोचो कि एक महीने  बाद कोई फिरौती के लिए  तुम्हें  कॉल करेगाI माँगने  होते  तो पहले  ही माँग  लेताI

 

तुम्ही बताओ, अब क्या करो?

 

अगर यह  मज़ाक नहीं हुआ तो मैं  नैना को खो दूँगाI

 

फ़िर  तो पुलिस के पास चलते हैंI प्रिया  ने उसके  कंधे पर हाथ  रखाI

 

ठीक है, चलोI वह गाड़ी  स्टार्ट करने ही वाला था कि  प्रिया ने कहा, मेरा जाना ठीक नहीं  होगाI तुम अकेले  जाओI वह  गाड़ी  से उतर  गई  और अभिमन्यु  ने गाड़ी  पुलिस स्टेशन की तरफ़  दौड़ा दींI

 

स्टेशन के अंदर बैठा रुद्राक्ष, कहीं  जाने की तैयारी  कर ही रहा है  कि  तभी  अभिमन्यु को देखकर  वहीं  कुर्सी पर बैठ गयाI

 

मिस्टर सिंह ?

 

जी, कल  मुझे एक फ़ोन  आया और उस  आदमी ने नैना के बदले   दो करोड़ माँगे  हैI

 

रुद्राक्ष  हैरान  हो गया, उसने शिवांगी को बुलाया और  उस  नंबर को ट्रेस करने के लिए  कहाI

 

आप  सुबह क्यों बता रहें है, आपको  रात को ही आ जाना  चाहिए थाI

 

मुझे  लगा कि कोई मज़ाक  कर रहा हैI

 

जिसकी  बीवी एक महीने से लापता हो न, उसे हर मज़ाक को सीरियसली लेना चाहिए I रुद्राक्ष ने चिढ़कर कहाI आप अभी जाए और अगले  फ़ोन कॉल के बारे में  हमें  बताए I  तब तक  हम इस  किडनैपर का पता करते हैं और  हाँ, हमसे कुछ भी   छुपाने की जरूरत  नहीं हैI

 

जी, अभिमन्यु   वहाँ से  चला गया  और उसके जाते ही   हरिलाल कहने लगा, "सर ऐसा तो नहीं है कि  यह ख़ुद ही यह  ड्रामा कर रहा होI"

 

सच का एक  दिन पता चल ही जायेगाI तभी  शिवांगी  ने बताया कि नंबर बंद है,  लगता है किडनैपर अलग-अलग सिम बदलकर फ़ोन करेंगाI 

 

लास्ट लोकेशन क्या  थीं?

 

जहाँगीरपुरी मेट्रो स्टेशन I सी.सी.टी.वी. चेक करवाओ, क्या पता कुछ मिल जाएI

 

जी  सरI

 

अभिमन्यु अपने मॉल में  बैठा हुआ, नैना के बारे में  ही सोच  रहा था कि उसका फ़ोन बज पड़ाI

 

हेल्लो !

 

पुलिस के पास जाकर तुमने गलती कर  दीI लगता है, दो  टुकड़ों में  लाश भेजनी ही पड़ेगीI

 

बकवास बंद करो, मैं  कैसे मान लो कि  नैना तुम्हारे पास है और एक महीने बाद तुम्हें  फिरौती माँगनी याद आईI

 

औए! बकवास बंद करI  तेरी सुनने के लिए कॉल नहीं किया, अपनी कहने के लिए फ़ोन किया हैI आज  शाम को मेहरौली मेट्रो स्टेशन के सबवे में  दो करोड़ लेकर  पहुँच  जाइयो, पैसे मिलते ही तेरी  बीवी तेरे पास पहुँच जाएगी और हाँ पुलिस को इन्वॉल्व मत करियोI फ़ोन  कट  गया, अभिमन्यु  ने किडनैपर के मना करने के बावजूद सारी  बात  रुद्राक्ष को बता  दीI उसने उसे  पैसे लेकर जाने के लिए कहाI तभी  प्रिया उसके केबिन में आ गई I

 

अभि  कुछ पता चला, तुम घबराए  हुए क्यों हों?

 

अभि  ने उसे सारी  बात बता दी और  परेशान होते कहा, मेरे पास सिर्फ़ एक  करोड़ रुपए हैI

 

मुझसे ले लोI

 

कैसी बातें कर रहीं  होI

 

सही कह रहीं  हूँ, मैं  दे दूंगी, बस नैना  मिल जानी  चाहिएI

 

ओह ! प्रिया, मैं नहीं चाहता कि  तुम जतिन से  माँगोI

 

यह  मेरे पैसे हैI जतिन के पापा  सारी  प्रॉपर्टी मेरे नाम कर गए हैंI जतिन की हरकतों की वजह से उन्होंने सारी  प्रॉपर्टी मेरे नाम कर दी  और उनके मरने के बाद भी विल में मैं ही नॉमिनी हूँ, अगर मैं  चाहो तो जतिन को उसके  पैसे  दे सकती  हूँ और नहीं भी I

 

तभी वो तुम्हें तलाक नहीं देताI

 

आजकल वो मुझे तलाक देने का ही रास्ता निकाल रहा है और अब मैं भी उसे उसके हिस्से की जायदाद देने के बारे में  सोच रहीं  हूँ ताकि इस रिश्ते से छुटकारा मिल सकेंI प्रिया ने गहरी सांस  ली I

 

तुम बिलकुल  सही  कर रहीं  हूँ, ऐसे आदमी के साथ रहने का कोई  फायदा भी नहीं हैI

 

फिर किस आदमी के साथ रहने में  फायदा है? उसने अभि  को सवालियाँ  नज़रों  से  देखा तो उसने नज़रे  चुरा लींI

 

ज़्यादा मत सोचो, शाम तक तुम्हें  पैसे मिल जायेंगेI

 

शाम को प्रिया  ने पैसों से  भरा बैग  अभि  को पकड़ाते हुए कहा, मैं भी साथ  चलूँगीI

 

नहीं, मैं इतना रिस्क नहीं ले  सकताI वैसे भी मैंने सोचा है कि  पहले मैं  एक करोड़ हु दूंगा, जब वो नैना को छोड़ेंगे तब मैं  बाकी के पैसे दूंगाI

 

मैं तुम्हें  अकेले नहीं जाने दे सकतीI तुम्हें  कुछ हो गया तो तन्मय का क्या होगाI अभि उसे साथ आने के लिए  बार-बार मना  करता रहा, मगर प्रिया नहीं  मानी  इसलिए  वह  उसे साथ  ले जाने के लिए तैयार हो गयाI उनकी गाड़ी  के पीछे  पुलिस  भी बिना यूनिफार्म के आ  रहीं  हैंI दो पुलिसवाले  सबवे में  पहले से  मौजूद हैI आज किडनैपर को  पकड़ने की पूरी तैयारी  हैI अभि  तन्मय को कहकर आया है कि  आज उसकी मम्मी घर आ ही जाएगीI

 

राजीव और मालिनी के बीच कल से ही बातचीत बंद हैI वह फ़ोन पर अपने पापा से देहरादून आने के लिए कह रहीं  है I  उसका उस मकान  को खरीदने का अरमान मिट्टी  में  मिल गयाI उस  बुढ़िया  ने वो  मकान पुलिस की निगरानी में  किसी अनाथाश्रम को दान  में दे दिया ताकि कोई उस पर अवैध कब्ज़ा न कर सकेंI मालिनी ने गुस्से में अपना  पर्स लिया और घर से  निकल गई I राजीव ने भी उससे पूछना ज़रूरी नहीं समझा कि  वो कहाँ जा रहीं  हैI वो खुद  चाहता है कि  वह  देहरादून चली  जाए I राजीव ने जमाल का मैसेज दोबारा पड़ा, गाड़ी  किसी अभिषेक  कपूर के नाम पर हैI  जमाल ने अभिषेक का पता भी उसे मैसेज कर दिया हैI  नैना कहीं इसके साथ तो नहीं हैI यह अभिषेक कौन है? कही नैना और इसके बीच कुछ चल तो नहीं  रहाI  राजीव  ने यह  सोचते हुए सिगरेट जला लींI तभी  मालिनी अंदर दाखिल हुई और किचन में गिलास में  पानी भरते हुए जानबूझकर ऊँचा बोली, "तन्मय बता रहा था कि उसके पापा,  आज उसकी  मम्मी को लाने गए हैंI राजीव ने सुना तो  हैरान होते हुए उसे देखने लगाI इसका मतलब अभिमन्यु को नैना का पता चल  गयाI क्या वह सचमुच  इसी अभिषेक कपूर के साथ थींI