My Toxic Love - 7 in Hindi Love Stories by misbutterfly books and stories PDF | My Toxic Love - 7

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My Toxic Love - 7

वही नायरा की हालत पूरी तरीके से खराब हो चुकी थी वो जब से रक्षित से मिलकर वापस घर लौटे थे उसने खुद को अपने रूम में बंद कर लिया था।।।।

ना वो किसी से कुछ कह रही थी और ना किसी से बात कर रही थी वह बस बेतहाशा रोए जा रही थी और उसकी आंखों के सामने बहुत से फ्लैशेस आ और जा रहे थे जो उसे कुछ समझ नहीं आ रहा थ।।।।।

थक हार कर अपना चेहरा तकिया में घुसा कर सो जाते हैं उसी तरह।।।

next morning

sheargil house...

सभी लोग डाइनिंग टेबल पर बैठकर अपना नाश्ता कर रहे थे तभी वहां रक्षिता आ कर सीधा अपनी हेड चेयर पर बैठकर चुपचाप अपना नाश्ता करने लगता है।।।।।

तभी नरेंद्र जी रक्षित को देखते हुए बोलते हैं मेने कल शाम को एक पार्टी रखी ह तो मैं चाहता हूं कि तुम उस पार्टी में रहो और मैं

तुम्हें शेरगिल इंडस्ट्री सीईओ अनाउंस कर दुगा तो बेहतर होगा तुम उस पार्टी में शांति से और वक्त पर आ जाओ इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना ,,,

नरेंद्र जी रक्षित की तरफ एक नजर देखने के बाद वहां से ऑफिस के लिए निकल जाते हैं।।।।

और वही रक्षित अपने हाथ की मुट्ठी कसके रह जाता था रक्षित क्भी

भी किसी की बात नहीं मानता था उसे सिर्फ अपने आप से मतलब रहता था लेकिन वह कभी अपने dad के खिलाफ नहीं जाता था,

तभी मानव की नजर अगस्त्य पर पड़ती है जो किसी और ही दुनिया में था जो खाने की जगह अपनी प्लेट में चम्मच को ही इधर-उधर घुमा रहा था

मानव अगस्त को हिलाते हुए व्हाट आर यू डूइंग तुम

क्या कर रहे हो

तुम नाश्ता क्यों नहीं कर रहे अगस्त मानव की आवाज पर एकदम से हड़बड़ा जाता है और उसके हाथ से चमक गिर जाता है ।।।

तभी सब की नजर भी अगस्त पर ही चली जाती है जिससे अगस्त्य थोड़ा नर्वस हो जाता हैं ।।।।

और एक सिली सी स्माइल पास करते हो बोलता वो में सोच रह था ना कि कल पार्टी है मैं सोच रहा था क्यों ना थोड़ी सी शॉपिंग कर लू

तू रहने दे तेरी पसंद सबको पता कितनी बकवास है तू तो रहने दे तेरे बस की नहीं शॉपिंग ,

अगस्त छोटा सा मुंह बनाते हुए ,,,,

बोलता भाई पहले सुन तो लेते मैं क्या कह रहा हूं मैं अकेले थोड़ी ना जा रहा हू मैं तो नायरा को भी साथ में लेकर जा रहा हूं ना उसकी चॉइस बहुत अच्छी है आप देख रहे हो ना मेरा सूट बोलते हुए अपना


राकेश जी नीलम जी को कमर से पकड़ कर खुद के पास कर लेते हैं ।।।

तभी अगस्त दोबारा उन दोनों के बीच आते हुए स्वीटहार्ट देखो ना तुम्हारा यह बुड्ढा खुसत हस्बैंड कैसे तुम्हारे बॉयफ्रेंड को तुमसे दूर कर रहा है ।।।।

राकेश जी अगस्त की बात पर पूरी तरीके से चीड़ चुके थे वह नीलम जी का फेस अपनी तरफ घुमा कर उनके होंठ पर बिल्कुल बेशर्म की तरह लाइट किस कर के बोलते हैं_

अब पता चला कौन किसका क्या लगता है ।।।

जहां नीलम जी का चेहरा बिल्कुल शर्म से लाल हो गया था वहीं अगस्त्य यहां वहां देखने लगता है।

तभी नीलम जी राकेश जी को थोड़ा धक्का देते हुए ,

आपको शर्म नहीं आती क्या ,बच्चे बड़े हो गए यही देख रहे हैं और आपकी हरकतें दिन पर दिन और बेशर्म होते जा रहे हैं ।।।

जी नहीं बीवी जी अगर हम बेशर्म नहीं होते तो आज हमारे बच्चे हमारे पास इतने बड़े नहीं होते अब आपकी तरह शर्माते रहे तो,

तो राकेश जी आगे कुछ बोलते उससे पहले ही नीलम जी उनके मुंह पर हाथ रख देते हैं ।।

जिस पर राकेश जी नीलम जी के हाथ पर प्यार से किस कर लेते हैं।

नीलम जी आगे कुछ बोलती उससे पहले ही उनके कानों में एक बहुत तेज चिल्लाने की आवाज सुनाई देती है