Aise Barse Sawan - 26 in Hindi Love Stories by Devaki Ďěvjěěţ Singh books and stories PDF | ऐसे बरसे सावन - 26

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ऐसे बरसे सावन - 26

स्वास्तिक - जी आप तो डॉक्टर हैं न क्या पता दांत टेढ़े मेढ़े होंगे तो आपने सेट लगवा लिए होंगे l

मीरा - क्या कुछ भी बकते हो....काट कर दिखाऊ असली हैं या नकली पता चल जायगा l


स्वास्तिक मज़ाक में भागते हुए चलो दिखाओ तो सही पहले काटकर मीरा उसके पीछे भागती है ....स्वास्तिक की नजर भागते हुए भी मीरा पर ही टिकी थी....कुछ दूर जाने पर वह देखता है मीरा को एक पत्थर से ठोकर लगती है जिससे वह गिरने वाली होती ही है की तभी वह वापिस दौड़कर आकर उसे अपनी बाहों में संभाल लेता है....इस वक़्त दोनों ही एक दूसरे के बहुत ही करीब होते हैं l

मीरा को अपने इतने करीब देखकर स्वास्तिक
की नजरें मीरा पर टिक जाती हैं .....और उसे इस तरह घूरता देख मीरा को उसकी बाहों में बहुत अजीब सा मेहसूस होता है और... वह तुरंत उससे अलग हो जाती हैं और शर्माते हुए इधर उधर देखने लगती हैं l

मीरा को शर्माता देख माहौल को नॉर्मल करने के लिए स्वस्तिक मज़ाक में कहता है - देखा मैंने आपको गिरने से बचा लिया नहीं तो आपके इन नकली दाँतों का राम नाम सत्य होने वाला था l

मीरा - अच्छा जी, तभी उसका हाथ पकड़कर...... उसकी हाथों की एक उंगली को अपने दांतों से जोर से काटती हैं

स्वास्तिक दर्द में - अरे यार, प्लीज़sss मेरी उँगली छोड़ो.....बहुत दर्द हो रहा है.....(पर वह नहीं छोड़ती है)....तब वह कहता है ,सॉरी यार.....मुझे पता चल गया हैं आपके दांत बिल्कुल असली हैं......और रोमांटिक अंदाज मे....आपकी स्माइल भी बहुत खूबसूरत हैं l

मीरा उंगली छोड़ते हुए - पता चल गया न.....तो अब मुझसे पंगा मत लेना l

स्वास्तिक - अजी हमारी क्या मजाल जो हम आपसे पंगा लें वैसे दर्द दिया है तो इलाज भी तो आपको ही करना पड़ेगा....पता नहीं कहाँ -कहाँ इन्फेक्शन फैल गया होगा ....अब तो लगता है आपके हॉस्पिटल के चक्कर लगाने पड़ेंगे l

तभी अभिराम और अधीरा "रोलर कोस्टर " की सवारी करके आ जाते हैं और उनकी थोड़ी बहुत बात सुन लेते हैं l

अभिराम - अरे किसको इन्फेक्शन फैल गया l

मीरा हंसते हुए - आपके दोस्त को l

स्वास्तिक मुंह बनाते हुए - अरे यार, मैंने सिर्फ इतना पूछ लिया की आपके दांत असली हैं या नकली बस यही साबित करने के लिए इन्होंने मेरी उंगली काट ली l

अभिराम हंसते हुए - तुझे जंगली बिल्लियों के चक्कर में पड़ने को किसने कहा....अब पंगा लिया हैं तो भुगत

अभिराम का जंगली बिल्ली कहना मीरा और अधीरा को बिल्कुल अच्छा नहीं लगता तो दोनों मिलकर बनावटी गुस्से में -

क्या कहा आपने .....जंगली बिल्ली .....ऐसा कहने की आपकी हिम्मत कैसे हुई .....फिर दोनों मिलकर उसपर प्यार भरी धौल जमाती हैं l

अभिराम - सॉरी यार....गलती हो गई अब नहीं बोलूंगा l

अधीरा - मीरा दी,,,जब स्वास्तिक भाई आपके हॉस्पिटल में आए तो इन्हें दवाइयां नहीं इन्जेक्शन लगाना l

"एडवेंचर एंड फन प्लाजा " में घूमते मस्ती करते कब 5 बज जाते हैं पता ही नहीं चलता हैं .... अभिराम सबको घर निकलने के लिए कहता है.... पर अधीरा का मन अभी भी नहीं भरा था इसलिए वह कहती हैं भाई थोड़ी देर और एंजॉय करते हैं l

अभिराम - नहीं अधीरा....अभी घर निकलते है...
माँ, पापा भी इंतजार कर रहे होंगे और तुम्हारा मन नहीं भरा तो फिर से कभी वीकेंड पर आ जायेंगे l

अधीरा मान जाती हैं....फिर वे चारों घर के लिए निकलते हैं अभिराम सबसे पहले स्वास्तिक को बटालियन में छोड़ता है l

स्वास्तिक उतरने से पहले मीरा जी अपना नंबर तो दे दीजिए अगर इन्फेक्शन फैल गया तो आपके हॉस्पिटल आ जाऊंगा दिखाने के लिए l

मीरा - मेरे ही हॉस्पिटल क्यों और भी तो है.....वैसे आप अपने आर्मी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवा लीजियेगा l

स्वास्तिक - तो आप अपना नंबर नहीं देंगी

मीरा - बिल्कुल भी नहीं ....अधीरा और अभि आप दोनों भी मत दीजियेगा l

स्वास्तिक - इंटरनैट के जमाने में किसी का नंबर पता करना इतना भी मुश्किल नहीं हैं l

मीरा - तो पता कर लीजिए l

स्वास्तिक - और पता लगा के कॉल करेंगे तो आपको बात करना पड़ेगा l

मीरा - ठीक है ... अगर आपका कॉल 9 बजे से पहले आ गया तो हम बात करेंगे वर्ना नहीं करेंगे l

स्वास्तिक - ओके डन

स्वास्तिक को उतारने के बाद अभिराम मीरा के घर की तरफ कार दौड़ता हैं उसका घर आने पर उसे उतारता हैं सभी एक दूसरे को बाइ बोलते है फिर अभिराम अपने घर का रूख लेता है l

घर पहुंचकर अधीरा बहुत खुश होकर अपने मॉम डैड को दिन भर का अनुभव बताती हैं l

दूसरी तरफ स्वस्तिक बहुत ही बेचैन था मीरा से बात करने के लिए......जब उसे लगता है की अभिराम अपने घर पहुंच गया होगा ....... तब वह अधीरा को फोन लगाता है l

स्वास्तिक - हैलो अधीरा....तुम लोग घर पहुंच गए या रास्ते में हो l

अधीरा - हाँ भाई, बस अभी आधा घंटा पहले ही पहुंचे है l

स्वास्तिक - ओके, प्यारी बहना, क्या मीरा का नंबर दे दोगी तो मैं उनसे भी उनकी खैरियत पूछ लेता l

अधीरा - नहीं भाई.... वो तो आपको किसी हाल में नहीं मिलेगा मीरा दी ने मना किया है आपको नंबर देने से इसलिए मैं तो बिल्कुल भी नहीं दूंगी .....
बाकी आप भाई से पूछकर देख लो

स्वास्तिक - अच्छा जा मत दे मैं उसी से पूछ लेता हूं पर वो अभी हैं कहां ?

अधीरा - वो अभी वाशरूम में हैं फ्रेश हो रहे हैं l

स्वास्तिक - ओके , बाय

अभी और अधीरा दोनों बहुत ज्यादा थक गए थे इसलिए आज जल्दी डिनर करके सोने चले जाते हैं l
तभी अभीराम के पास स्वास्तिक का फोन आ जाता है...अभीराम, ( स्वास्तिक का नम्बर देख ) क्यों क्या हो गया चैन से सोने नहीं देगा तू l

स्वास्तिक - अभी 8 ही बजे है और तुझे सोने की पड़ी है और यहाँ मेरी लव स्टोरी की लगी पड़ी है l

अभिराम - ये कब हो गया l

स्वास्तिक - जब से मीरा से मिला हूँ तभी से हो गया अब तू ज्यादा सवाल मत कर जल्दी से उसका नंबर दे l

अभिराम - मैं तो नहीं देने वाला.....ये तेरे प्यार की परीक्षा हैं.....तू खुद ही पता कर l

स्वास्तिक - तू दोस्त हैं या मेरा दुश्मन l

अभिराम - हूँ तो दोस्त ही सिर्फ तेरा ही नहीं मीरा का भी इसलिए....

स्वास्तिक - जा मत दे....मैं खुद ही पता कर लूंगा....
और वो भी अपने तरीके से है ....शुभ रात्री l

अभिराम हंसते हुए - गुड लक दोस्त ....

To be continued..