Prem ke Rang - 4 in Hindi Love Stories by Your Dreams books and stories PDF | प्रेम के रंग - 4 - एक अनोखी

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प्रेम के रंग - 4 - एक अनोखी

एक अनोखी
यह कहानी एक लड़की की है, जिसका सपना होता है की वह शहर की सबसे बड़ी डॉक्टर बनेगी। लेकिन वह एक बहुत गरीब परिवार से थी। इसलिए वह लड़की बहुत मेहनत किया करती थी। उसके माता-पिता भी उसे डॉक्टर बनाने के लिए एक एक पैसा इखट्टा कर रहे थे, ताकि बाद में उसे कोई प्रॉब्लम न हो। लड़की के स्कूल में अच्छे मास्क आते थे इसी बजह से उसे एक अच्छे से कॉलेज में दाखिला भी मिल जाते है। लड़की कॉलेज एकेले ही जाती थी। उसके माता-पिता ने उसे समझाया था की पूरा धियान अपने पढ़ाई पर ही लगाना। इधर उधर की बातें मत करना। उस लड़की का नाम रिया था। वह कॉलेज पहुंचती है। कुछ समय बाद रिया यह नोटिस करती है की एक लड़का उसे बहुत देर से देख रहा है। लेकिन वह उसे अनदेखा करके क्लास ओर चली जाती है। उस लड़के का नाम होता है राहुल, जो उसी का क्लासमेट होता है। राहुल एक बोहुति अमीर परिवार से था। लेकिन फिर भी वह एक साधारण सा जीबन जिया करता था। उसे अपने पैसे पर कोयो घमंड नहीं था। राहुल के दोस्त इतने भी अच्छे नहीं थे। राहुल को रिया बहुत पसंद थी और यह बात उसके दोस्त भी जानते थे। एक दिन, राहुल के दोस्त उसे कहते है, “यार तू इतना हैंडसम है, अमीर है, तुजसे तो वह आराम से पट जाएगी।” ऐसा कहकर वह लोग क्लास में चले जाते है। क्लास में राहुल सिर्फ रिया को देखत था। लेकिन रिया से बात करने की हिम्मत नहीं थी उसमे। फिर से एक दिन, राहुल के दोस्त उससे कहते है, “यार तू इतना स्मार्ट होकर भी उस लड़की से डरता है। जाकर उसे प्रोपोज़ करदे।” लेकिन राहुल कहता है, “अगर वह बुरा मान गई तो।” उसके दोस्त कहते है, “यार तुझे कोई लड़की मना कर सकती है क्या?” राहुल कहता है, “ठीक है, आज तो मैं उसे प्रोपोज़ कर ही दूंगा।” क्लास में सारे स्टूडेंट्स आ चुके होते है। रिया क्लास में जैसे ही आती है, तभी राहुल उसका हाथ पकड़ कर पुरे क्लास के सामने उसे प्रोपोज़ करता है। लेकिन रिया उसके प्यार को ठुकराकर पुरे क्लास के सामने उसे थप्पड़ मारती है। और गुस्से से कहती है, “यह सब करने आते हो कॉलेज।” यह कहकर रिया वहां से चली जाती है। रिया के चले जाने के बाद पूरा क्लास राहुल पर हंसता है और उसका मजाक उड़ाती है। क्लास ख़तम हो जाने पर वह अपने दोस्तों के पास जाते है। राहुल ने जब यह बात उसके दोस्तों को बताई तो उसके दोस्त उस पर हंसने लगे। फिर उसके दोस्त कहते है, “यार तुझे तो उसने सबके सामने थप्पड़ मार दिया।” राहुल कहता है, “छोड़ न यार, मुझसे नहीं पटेगी वह।” लेकिन उसके दोस्त कहते है, “यार तेरी इतनी बेजती हो गई और तू उसे ऐसे ही छोड़ देगा। अगर तू इतना कमजोर है तो फिर आज से तू हमारा दोस्त नहीं।” यह सुनकर राहुल कहता है, ” फिर क्या करूँ यार मैं?” उसके दोस्त कहते है, “बदला ले उससे अपना। उसे अपने सुन्दर चेहरे पर बहुत घमंड है न, तो अगर तू उसके चेहरे को ही बिगाड़ दे तो तेरा बदला पूरा हो जायेगा।” दोस्तों की बातें सुनकर राहुल वहां से चला जाता है। क्युकी दोस्तों की बातें उसे बिलकुल भी अच्छी नहीं लगी। उसके बाद से उसके दोस्त जब भी उसे देखते वह लोग उसका मजाक उड़ाते, उसे नामर्द कहते। अब धीरे धीरे उसकी मोहोबत दुश्मनी में बदलती जा रही थी। एक दिन, राहुल के दोस्त उसे एसिड की बोतल लाकर देते है और कहते है, “अगर आज तूने अपना बदला नहीं लिया तो हमारी दोस्ती ख़तम।” राहुल वह एसिड की बोतल लेता है और रिया के पास जाता है। रिया एकेले घर जा रही होती है, तभी राहुल उसके सामने बाइक रोकता है और उसके पास जाता है। और कहता है, “तुम्हे अपने चेहरे पर बहुत घमंड है न, और इसी की बजह से तुमने सबके सामने मुझे थप्पड़ मारा था।” रिया उसके हाथो में एसिड की बोतल को देखकर डर जाती है। राहुल अपने हाथो में एसिड की बोतल को खोलता है और बगल में पड़े एक पत्थर पर उस बोतल को फोड़ देता है। और कहता है, “तुम्हे क्या लगा की मैं तुम्हारे चहरे पर यह एसिड फेक दूंगा? अरे पगली, मैंने तुझसे प्यार किया था तेरे इस चहरे को देखकर नहीं बल्कि तेरी आवाज से, तेरी उन प्यारी हरकतों से, तेरी हर एक चीज से प्यार किया था। और जो इंसान सच्चे दिल प्यार करता है न तो वह उसके लिए अपनी जान दे सकता है, पर जिससे प्यार करता है अगर उसे कुछ हो जाए, यह कभी देख नहीं कर सकता। और तेरे चहरे पर एसिड फेकना तो दूर की बात है, मैं तो तेरे बारेमे बुरा सोच भी नहीं सकता। क्युकी मैंने तुमसे प्यार किया है, कोई समझौता नहीं।” यह सारी बात कहने के बाद, राहुल अपने जेब से एक अंगूठी निकालता है और कहता है, “यह मैं उस दिन तुम्हारे लिए लाया था, लेकिन उस दिन तुमने मुझे मना कर दिया इसलिए आज दे रहा हूँ एक दोस्त के नाते। तुमसे प्यार किया है इसलिए तुम्हे बुरा लगे ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहता। इसलिए आज के बाद मैं अपनी शकल तुम्हे कभी नहीं दिखाऊंगा। हो सके तो उस दिन के लिए मुझे माफ़ करदेना।” यह कहकर राहुल वहां से चला जाता है।