Tanmay - In search of his Mother - 11 in Hindi Thriller by Swati books and stories PDF | Tanmay - In search of his Mother - 11

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Tanmay - In search of his Mother - 11

11

सहेली

 

यह सुनते ही प्रिया और अभिमन्यु दोनों के होश  उड़  गए I अभिमन्यु  चिल्लाकर  बोला, आपका  दिमाग  ठीक हैI

 

पहले हमारे साथ पुलिस स्टेशन चले,  फ़िर पता चलेगा कि किसका दिमाग ठीक हैI अब अभिमन्यु ने गुस्से में  शिवांगी को देखा और फ़िर  प्रिया  पर एक नज़र डालकर  वह  उसके साथ  चल दिया I तभी प्रिया ने उसे पीछे से  पुकारते हुए कहा," तुम फ़िक्र मत करना अभि, मैं  तुम्हारे साथ हूँI  यह सुनकर उसे थोड़ी राहत  महसूस हुई, मगर  शिवांगी प्रिया को  घूरकर देखने लगी I अभिमन्यु को पुलिस के साथ जाते हुए देखकर  मॉल  के सभी  लोग आपस में  फुसफुसाहट करने लगेंI अभिमन्यु के जाते  ही  प्रिया  जल्दी से  कहीं फ़ोन घुमाने लगीI 

 

थोड़ी  देर बाद पुलिस उसे लेकर  स्टेशन  पहुँची, जहाँ  रुद्राक्ष  पहले से ही उसका  इंतज़ार कर रहा थाI उसे एक अलग कमरे में  ले  जाकर  उससे  पूछताझ  शुरू की गई I

 

आपसे  कुछ पूछने से पहले आप यह  रिकॉर्डिंग सुन लेंI अभिमन्यु  ने  रिकॉर्डिंग सुनी तो  वह  हैरान  हो गया, यह  तो उसके और मालिनी के बीच की  बातचीत  थीं I

 

अभिमन्यु  : मेरी बीवी नैना मुझसे तलाक  चाहती हैI

 

मालिनी : क्या ! पर क्यों ?

 

अभिमन्यु : क्यों  क्या, मुझसे  जान छुड़ाने के लिए I ज़रूर वह अपने किसी आशिक के साथ घूम  रहीं  होगीI

 

मालिनी : सुनकर  अफ़सोस हुआ, तभी तुम इतनी  पी रहें होI

 

अभिमन्यु : क्या करो, इस  वक्त मेरा मन कर रहा है कि  वो सामने आ जाए  तो उसे जान से  मार दूँ और  क्या पता वो कहीं मर भी गई  होI

 

तभी  रुद्राक्ष ने रिकॉर्डर बंद कर दियाI अभिमन्यु ने सिर  पकड़ लिया I मगर वह खुद पर काबू  पाते हुए बोला, आपको इस तरह किसी की पर्सनल लाइफ को बिना उससे पूछे रिकॉर्ड करने का कोई अधिकार नहीं हैI

 

आप हमें  मत सिखाएँ , आपकी ही पर्सनल लाइफ को सॉल्व करने के लिए यह  किया गया हैI अब रुद्राक्ष  की त्योरियाँ  चढ़ गईI

 

मैं  नशे में  था और मुझे नैना पर गुस्सा आ रहा था, इसका  मतलब यह नहीं कि मैंने उसे मार दिया हैI

 

आपकी पत्नी आपसे तलाक लेना चाहती थीं  क्योंकि आपका  मालिनी के साथ  अफेयर है I

 

जी नहीं, वह सिर्फ़  मेरी दोस्त हैI

 

और  कितनी दोस्तों के बर्थडे आप होटल के बंद कमरे में  मनाते  है और उनसे अपनी निज़ी  ज़िन्दगी शेयर करते हैंI

 

वो अपसेट थीं, मैं भी परेशान  थाI पब्लिक प्लेस में  इतना ड्रिंक करना ठीक नहीं होता और हमारे पास ज़्यादा  टाइम भी नहीं था इसलिए हम एक घंटे में  वहाँ  से निकल  गए थेंI 

 

क्या मालिनी के पति को पता है??

 

पता होगा, जाकर उससे पूछिए I अगर मेरे मन में  कोई चोर होता तो मैं अपनी जान पहचान के होटल में  नहीं जाता I

 

जब मैं आपसे मॉल  में  मिलने आया था, तब आप मुझे उस दिन भी देखकर पसीना-पसीना हो रहें थें  क्योंकि आपके मन में  चोर है  I

 

मैं घबरा गया था, मैं कुछ बुरा सोच रहा था और आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि आपके आने की बात, मैंने उस दिन मालिनी से शेयर की थीं  क्योंकि वह मेरी बहुत अच्छी दोस्त है I रुद्राक्ष को ऐसे ज़वाब की उम्मीद नहीं थीं I  यह बोलते हुए अभिमन्यु के चेहरे पर कोई झिझक नहीं थीं I जिसे रुद्राक्ष और शिवांगी दोनों ने  देख लिया था  I अब रुद्राक्ष बात को बदलते हुए बोला,

 

अच्छा  आप यह  बताए कि  आपकी और नैना की शादी कब हुई  थीं?

 

मैंने नौकरी ज्वाइन की थीं और उसने फाइनल ईयर ग्रेजुएशन के पेपर दिए थेंI 

 

अब आप बताएँ कि  नैना कहाँ है, आपने उसे मारकर उसकी डेड बॉडी कहाँ रखी  है?

 

आप कुछ भी बोल रहें है, अब अभिमन्यु चिल्ला  पड़ा I

 

आपने अपने अफेयर के चलते अपनी पत्नी को मार डाला I

 

मैं क्यों मारूंगा  उसे, बीवी है मेरी, और मैं आपसे कितनी बार कहो कि  मेरा कोई अफेयर नहीं है I 

 

है, नहीं थीI  रुद्राक्ष ने शब्दों पर ज़ोर  देते हुए कहाI यह  सुनकर  अभिमन्यु की  गुस्से में  भोंहे तन गई I  मगर रुद्राक्ष ने उसके  हवभाव  को अनदेखा करते

 हुए सवालों  का सिलसिला  ज़ारी  रखा I  वह तलाक चाहती थी और आप उन्हें वो नहीं दे रहें थें इसलिए आपने उन्हें रास्ते से हटा दियाI अभिमन्यु अब चिल्लाने लगा मगर रुद्राक्ष और शिवांगी के सवाल बढ़ते गए I अब अभिमन्यु ने हार मानते हुए  जवाब देना ही बंद कर दियाI  करीब एक घण्टे की पूछताझ के बाद  भी अभिमन्यु का एक  ही जवाब था कि  वह  कुछ नहीं जानताI  तभी रूपम ने आकर बताया कि अभिमन्यु के वकील आए  हैंI दोनों वकील के पास गए और थोड़ी  देर बाद  अभिमन्यु को छोड़ दिया गयाI  जाते वक्त अभिमन्यु ने गुस्से में  कहा कि  अगली बार बिना किसी ठोस सबूत के मुझे स्टेशन लेकर आये तो  मैं मान हानि का केस कर दूँगाI  उसके वकील ने वारंट  देखा तो उस पर कमिश्नर का स्टैम्प नहीं थाI 

 

मिस्टर रुद्राक्ष, मैं चाहो तो आपके खिलाफ केस बना सकता हूँ I अगली बार ध्यान रखिएगाI यह  कहते हुए वकील और अभिमन्यु पुलिस स्टेशन से  निकल गएI  बाहर  खड़ी प्रिया को देखकर अभिमन्यु मुस्कुराने लगाI उसने प्रिया को थैंक्स कहा, जिसका ज़वाब प्रिया ने मुस्कुराकर दिया I 

 

अंदर पुलिस स्टेशन में उसने गुस्से में  कुर्सी पर एक लात मारी तो शिवांगी ने उसी कुर्सी को अपनी  तरफ़ खींचा और उस पर बैठते हुए बोली,

 

सर आप बेकार में  भड़क रहें हैं,अगर इसने कुछ किया है तो यह  बचेगा नहींI

 

मैंने सोचा था, हवा में  तीर चलाऊँगा तो यह  सब उगल  देगा मगर यह  तो बड़ा ढीठ निकलाI

 

आप सही कह रहें हैI 

 

तभी रुद्राक्ष ने खिड़की से अभिमन्यु के साथ गाड़ी में  बैठती हुई  प्रिया को देखाI  यह  मैडम कौन है ?

 

शिवांगी ने पानी पीते  हुए कहा

 

जतिन कुमार की पत्नी प्रिया कुमार I यहीं मिस्टर सिंह के लिए वकील लाई  थीं I

 

जतिन की पत्नी, यह  पहेली तो और भी  दिलचस्प होती जा रहीं हैंI  वैसे इसका अभिमन्यु से क्या लेना देना ? रुद्राक्ष हैरान हैI 

 

पता नहीं सरI

 

तो पता करो, मिस्टर सिंह बहुत पहुँची हुई चीज़ हैI  अगली बार यह बचना नहीं चाहिए, अब रुद्राक्ष भी कुर्सी पर बैठ गयाI  तभी  शिवांगी को एक  फ़ोन आया और उसने  ओके  कहकर फ़ोन रख  दियाI

 

सर, एक खबर हैI  

 

क्या ?

 

 नैना की सहेली  रेवती  सिंगापुर से लौट आई हैI 

 

यह तो अच्छी ख़बर हैI  मुझे पता चला था कि  उसकी और अभिमन्यु की बिल्कुल नहीं बनतीI  रुद्राक्ष ने मुस्कुराते हुए कहाI